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जला नाइटिंगल लैंप, दिलाई गई मानव-सेवा की सामूहिक शपथ

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। नारायण नर्सिंग कालेज, विश्व स्वास्थ्य संगठन और बिहार नर्सेज रजिस्ट्रेशन काउंसिल के संयुक्त तत्वावधान में जमुहार स्थित गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) परिसर में सुरक्षित मातृत्व पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मलेन के अंतर्गत नारायण नर्सिंग कालेज के पास-आउट विद्यार्थियों के लिए लैंप-लाइटिंग का विशेष सत्र आयोजित किया गया। लैंप-लाइटिंग सत्र के अतिथियों ने आधुनिक नर्सिंग प्रोफेशन की प्रवत्र्तक फ्लोरेंस नाइटिंगल को अपनी-अपनी भावनाओं-अभिव्यक्तियों के साथ याद किया। नर्सिंग प्रोफेशन के शुचिता-प्रतीक के रूप में प्रज्ज्ज्वलित दीप (मोमबत्ती) धारण कर पास-आउट विद्यार्थियों ने सामूहिक शपथग्रहण किया।
लैंप-लाइटिंग सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में इंदिरा गांधी स्कूल एंड कालेज आफ नर्सिंग के प्राचार्य डा. डीई भास्कर राज (अमेठी) और दरभंगा नर्सिंग कालेज की प्राचार्य पूनम कुमारी (दरभंगा) के साथ जीएनएसयू के कुलपति डा. एमएल वर्मा, सचिव गोविन्दनारायण सिंह, रजिस्ट्रार राधेश्याम जायसवाल, नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के प्राचार्य डा. एसएन सिन्हा, नारायण फार्मेसी कालेज के प्राचार्य डा. विनोद तिवारी, नारायण नर्सिंग कालेज की प्राचार्य वंदना दत्ता, ला-कालेज के प्राचार्य अरुण कुमार सिंह, नारायण स्कूल आफ मैनेजरियल एक्सीलेंस के डीन आलोक प्रताप आदि ने भाग लिया। आरंभ में नारायण नर्सिंग कालेज के उप प्राचार्य नीतेश कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया।

इस अवसर पर बीएससी (नर्सिंग) के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं की ओर से अभिनय, नृत्य, गायन के आकर्षक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसमें नेहा, विकास, मुस्कान, रोशनी, सौरव पटेल, अश्विनी, ज्योति, पूनम, अनंत मिश्र, कृष्ण प्रिया, रितम्भरा, गुडिय़ा, जय किरण, श्वेता, तारिका, आद्य, प्रेमा, ज्ञानचंद, संजू, अनामिका, पूजा, सौम्या, अभिमन्यु, रंजना, ओम प्रकाश, साक्षी, धमेन्द्र, अंजलि आदि ने एकल और समूह प्रस्तुतियों में अपनी-अपनी भूमिकाओं का निर्वाह किया।

(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू,

साथ में निशांत राज)

 

स्कूल लेवल इंग्लिश चैम्पियनशिप में संतपाल के 70 विद्यार्थी अव्वल

सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। संतपाल स्कूल के 70 विद्यार्थियों ने विद्यालय स्तरीय इंग्लिश स्कालर चैम्पियनशिप-2019 की परीक्षा में अव्वल स्थान प्राप्त किया, जिन्हें केरल की संस्था बुकबकेट एजुकेशनल सर्विसेज की ओर से नगद राशि, स्मृतिचिह्नï (मेडल, ट्रॉफी) और प्रमाणपत्र दिया गया। इस संस्थान ने रोहतास जिले के कई विद्यालयों में इंग्लिश स्कालर चैम्पियनशिप परीक्षा का आयोजन किया था। संतपाल के 210 विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जिनमें 130 विद्यार्थी ने स्टेट लेवल चैम्पियनशिप के लिए अपना स्थान बनाया है। 130 विद्यार्थियों में अग्रणी 70 को संतपाल स्कूल अध्यक्ष डा. एसपी वर्मा, सचिव वीणा वर्मा, ट्रस्टी राहुल वर्मा, स्कूल प्रबंधक रोहित वर्मा, प्राचार्या अराधना वर्मा, उप प्राचार्य बी, दास, बुकबकेट एजुकेशनल सर्विसेज के ट्रेनिंग मैनेजर राजेश गोपाल व प्रोजेक्ट मैनेजर प्रशांत कुमार ने पुरस्कृत किया।
बुकबकेट एजुकेशनल सर्विसेज के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रशांत कुमार के अनुसार, स्टेट लेवल इंग्लिश चैम्पियनशिप परीक्षा के लिए 28 अप्रैल को फोनेटिक्स ट्रेनिंग सेशन का आयोजन होगा, ताकि बच्चे प्रतियोगिता की तैयारी कर सकेें।
(रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार, मीडिया प्रभारी, संतपाल स्कूल)

 

यह समाज का दायित्व कि अभाव में पढ़ाई से वंचित न रहे कोई विद्यार्थी

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। प्रतिष्ठित मनोचिकित्सक डा. उदयकुमार सिन्हा ने कहा कि समाज के अग्रणी व संसाधनयुक्त लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पैसे व संसाधन के अभाव में नई पीढ़ी के इच्छुक प्रतिभाशाली विद्यार्थी आगे की पढ़ाई से वंचित नहींरह जाएं। समाज के साधनसंपन्न लोगों की समाज के पिछड़ गए लोगों के प्रति सामाजिक यह उत्तरदायित्व भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे विद्यार्थी की जानकारी उन तक पहुंचेगी तो वह अपनी सीमा में इस दिशा में भरसक बेहतर प्रयत्न करेंगे। डा. सिन्हा नेशनल एंटी करप्शन एंड आपरेशन कमेटी आफ इंडिया (एनएसीओसीआई) की ओर से 10वीं और 12वीं परीक्षा में अग्रणी स्थान प्राप्त विद्यार्थियों के सम्मान में आयोजित प्रतिभा समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता एनएसीओसीआई के रोहतास जिला संरक्षक स्मिता शरण, जिला प्रभारी वेदप्रकाश शर्मा और जिला महासचिव अमित श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से की। एनएसीओसीआई के राष्ट्रीय सचिव मनीष कुमार शरण ने आरंभ में एनएसीओसीआई के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एनएसीओसीआई की ओर से 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों आदित्य कुमार, सलोनी कुमारी, नीतू कुमारी, अर्चना कुमारी, गोल्डी कुमारी व रूबी कुमारी और 10वींउत्तीर्ण विद्यार्थियों गोविन्द कुमार, मोहित श्रीवास्तव, रवि आनंद, पलक कुमार, सत्यम सौरभ व आदित्य कुमार को स्मृतिचिह्नïन व प्रमाणपत्र दिए गए।

(व्हाट्सएप सूचना)

 

उगते सूर्य को अध्र्य-अर्पण के साथ सम्पन्न हुआ सामूहिक चैती छठ-पूजन

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। चैत-माही छठ-उपासना करने वाले महिला-पुरुष व्रतियों ने सोन नद पर सामूहिक रूप से डूबते और उगते सूर्य को अध्र्य समर्पित किया। चार दिवसीय छठ-व्रत के अंतर्गत उगते सूर्य को बिना किसी पुरोहित की सहायता से अध्र्य देना अंतिम मुख्य पूजा-विधि है। मानव सभ्यता आरंभ से जारी सूर्य-पूजा की उपासना-पद्धति में नदी तट या तालाब, लोकगीत, सामूहिक लोकजीवन जीवंत हो उठता है। चैत माह में होने वाले छठ-पूजा का मुख्य केेंद्र औरंगाबाद जिले के देव में स्थित प्रसिद्ध सूर्यमंदिर स्थल रहा है। इससे पहले चैत महीने में होने वाली छठ पूजा का केेंद्र रोहतास जिले के देवमार्कण्डेय स्थित सूर्य मंदिर था, जो युद्ध और अस्तित्व संघर्ष के काल-क्रम में जमींदोज हो गया। अब सोन तट पर भी चैती छठ पूजा की परंपरा आरंभ हो गई है, जिसमें हजारों लोग हिस्सा लेने लगे हैं। जबकि सोन तट पर कार्तिक माह में होने वाली छठ पूजा ही मुख्य तौर पर प्रचलित रही है, जिसमें लाखों लोगों की भागीदारी होती है।
(रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज)

 

महात्मा फूले के अधूरे कार्य को आगे बढाने की जरूरत

दाउदनगर (औरंगाबाद)-सोनमाटी संवाददाता। महात्मा ज्योति बा फूले चेतना परिषद की ओर से परिषद के अध्यक्ष सत्येन्द्र कुमार (शिक्षक) की अध्यक्षता में 192वीं फूले जयन्ती मनायी गयी। इस अवसर पर सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि महात्मा फूले ने उस दौर में समाज में शूद्र और अतिशूद्र मानी जाने वाली जातियों की महिलाओं के लिए शिक्षा का द्वार खोला, जब पूरा भारतीय समाज जर्जर हो चुकी अति प्राचीन सामन्ती-मनुवादी मूल्यों में जकड़ा हुआ था। तब वह दौर था, जब समाज में द्विजजाति के लोगों को छोड़कर दूसरी जाति के व्यक्ति को पढऩे-लिखने का सामाजिक अधिकार प्राप्त नहीं था। यहां तक कि ऊंची जाति की महिलाओं के लिएभी पढऩा-लिखना पाप समझा जाता था। बेशक आज सभी जाति की महिलाएं महात्मा फूले की ऋणी हैं। इसलिए जरूरत महात्मा फूले के अधूरे रह गए कार्यों को आगे बढ़ाने की है। मगध विश्वविद्यालय के छात्र नेता कुणाल किशोर ने कहा कि महात्मा फूले की जयन्ती का मनाना तभी सार्थक होगा, जब हम सब उनके अनुरूप व्यावहारिक जिन्दगी में आचरण करें।
बैठक की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता रामसकल महतो ने की। महात्मा फूले की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने वालों मे रामजी भगत, रविशंकर कुमार, दुर्गा यादव, ओमप्रकाश भगत, विवेकचन्द्र सैनी, सुशील कुमार, निखिल कुमार के अलावा विद्यार्थियों में अंशु कुमारी, चिंटू कुमार, कुणाल किशोर, कुमारी सुषमा सैनी, अंश कुमार, पृथ्वीराज कुमार, रीति कुमारी, प्रीति कुमारी शामिल थे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : सत्येन्द्र कुमार)

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