कुमार बिंदु की कविता : मेरा ज़मीर
कुमार बिंदु की कविता : मेरा ज़मीर हर हत्यारे काहर अपराधी काहर आतंकवादी का भीएक भरा- पूरा परिवार होता हैउसकी एक पुश्तैनी जातिऔर उसका एक महान धर्म भी होता हैइसीलिए…
कविता : सावन है मुस्कान धरा का
अरुण दिव्यांश की कविता : सावन है मुस्कान धरा का सावन है मुस्कान धरा का सावन है मुस्कान धरा का, सावन है व्याख्यान धरा का। सावन धरा पल्लवित करता, यह…
विनय भूषण पाणिग्राही की कविता: काल
विनय भूषण पाणिग्राही की कविता: काल काल कभी उदार तो कभी क्रूर होता है बहुत कुछ देकर फिर सब छीन लेता है काल की यह रीत पता तो हर किसी…
अरुण दिव्यांश की कविता: योग
अरुण दिव्यांश की कविता : योग एक एक लोग ,नित्य करें योग ।स्वयं स्वस्थ रहकर ,तन से भगाऍं रोग ।।पहले योग आजमाऍं ,फिर योग ये अपनाऍं ।दवा से हम दूर…
डब्ल्यूजेएआई और वेटरन्स के बीच हुआ रोमांचक मुकाबला, कलम के सिपाहियों का बल्ला भी चला
पटना- कार्यालय प्रतिनिधि । पटना सिटी के मनोज कमालिया स्टेडियम में रविवार को सद्भावना कप टेनिस सॉफ्ट क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। यह मुकाबला वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया…
बाबा नागार्जुन स्मृति सम्मान से नवाजे गए कवि कुमार बिंदु
डेहरी-आन-सोन (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के पटना में हुए 106 वें स्थापना दिवस समारोह एवं 43 वें महाधिवेशन में रोहतास जिले के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रख्यात कवि…
विश्व खाद्य दिवस पर डॉ.आशुतोष उपाध्याय की कविता
डॉ.आशुतोष उपाध्याय की कविता : बेहतर जीवन और बेहतर भविष्य के लिए भोजन का अधिकार (1) आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें भोजन…
अरुण दिव्यांश की कविता: भुट्टा
अरुण दिव्यांश की कविता: भुट्टा वो देखो अनोखा भुट्टा , आग पे कैसे पक रहा है । भुट्टा देख मुॅंह पानी आया , दूर बैठ कोई तक रहा है ।।…
बच्चों के चारित्रिक विकास का सशक्त माध्यम है बाल साहित्य : सिद्धेश्वर
पटना (कार्यालय प्रतिनिधि)। बच्चों के मनोविज्ञान को केंद्र में रखकर लिखी गई कविता कहानी ही बाल साहित्य नहीं होता, और न सिर्फ बच्चों के द्वारा लिखी गई बाल रचनाएं बाल…
गीत : स्वप्न का परिवेश गढ़ दो
डॉ भगवान प्रसाद उपाध्याय मौन करुणा के इशारेमें लिखा सन्देश पढ दोस्वप्न में आया हुआ जोवह नया परिवेश गढ़़ दो मील के पत्थर लिखे हैंकाल ने ख़ुद लेखनी सेमाप बाकी…