मुकेश कुमार फिर बनाए गए अध्यक्ष
डालमियानगर (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि निशांत राज)। रोहतास जिला के सबसे पुराने सीबीएसई विद्यालय माडल स्कूल, डालमियानगर की तीन वर्षीय प्रबंध समिति के लिए विद्यालय के अभिभावकों ने 22 उम्मीदवारों में 10 का चयन विधिवत मतदान कर किया। निर्वाचित प्रतिनिधियों की सर्वानुमति से मुकेश कुमार फिर अध्यक्ष बनाए गए। यह घोषणा निर्वाचन पदाधिकारी सह अनुमंडलाधिकारी द्वारा की गई। 2294 मतदाता अभिभावकों में 849 ने मुकेश कुमार, धनजी सिंह, जीवन प्रकाश गुप्ता, सुनील कुमार, अजय कुमार सिंह, सुनील शरद, जितेन्द्र सिंह, कमलाकांत प्रसाद कमल का सामान्य सदस्य और 111 शिक्षकों ने पंकज त्रिपाठी, लल्लू सिंह का शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में मतदान के जरिये चयन किया।
सामान्य सदस्य के लिए 14 अभिभावक प्रत्याशी अजय कुमार सिंह, आलोक कुमार सिंह, जीवन प्रकाश गुप्ता, धनजी सिंह, धीरज कुमार, प्रीति कुमार झा, मुकेश कुमार, रविशंकर राय, रविशंकर सिन्हा, राजेश कुमार मेहता, रंजीत कुमार मेहता, सुनील शरद, संजय सिंह, सुनील कुमार, दो शिक्षाविद सदस्य के लिए चार अभिभावक प्रत्याशी कमलाकांत कमल, कमलेश कुमार गुप्ता, जीतेन्द्र कुमार सिंह, शिवशंकर साहा और दो शिक्षक सदस्य के लिए विद्यालय के चार शिक्षक प्रत्याशी कुशबहादुर सिंह, पंकज कुमार त्रिपाठी, लल्लू सिंह, सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता चुनाव मैदान मेंं थे। निर्वाचन प्रक्रिया में अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह, सह अनुमंडलाधिकारी विवेकचंद्र पटेल, भूमिसुधार उपसमाहर्ता स्वाति मिश्र, सह-निर्वाची पदाधिकारी संतोष कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार आदि प्रशासनिक भूमिका में रहे।
अध्यक्ष बनने का दिलचस्प संयोग : मुकेश कुमार पांडेय इससे पहले की माडल स्कूल प्रबंध समिति में भी अध्यक्ष रह चुके हैं। यहां मुकेश कुमार (पांडेय) के पुन: अध्यक्ष बनने की दिलचस्प घटना उल्लेखनीय है। 10 सदस्यों का निर्वाचन संपन्न होने के बाद अध्यक्ष पद के दो दावेदार अजय कुमार (सिंह) और मुकेश कुमार (पांडेय) थे, मगर दोनों ही के पक्ष में उनके मतों को छोड़कर चार-चार मत थे। तब दोनों की लाटरी निकाली गई। संयोग रहा कि मुकेश कुमार भाग्यशाली निकले, क्योंकि लाटरी में उनके ही नाम का पर्चा निकला।
करेंगे बेहतर परिणाम देने का प्रयास : मुकेश कुमार
पुन: अध्यक्ष बने मुकेश कुमार ने कहा है कि स्कूल के भविष्य के मद्देनजर नए विश्वास के साथ प्रबंध समिति का बेहतर परिणाम देने का प्रयास करेंगे। वह पहले भी कह चुके हैं कि जरूरत हुई तो माडल स्कूल की री-माडलिंग के लिए मुद्दा हाई कोर्ट के समक्ष भी रखेंगे। शहर के वरिष्ठ सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यकर्ता के रूप में पहचान रखने वाले जीवनप्रकाश के निर्वाचन पर सोन कला केेंद्र के अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव ने संतोष व्यक्त करते हुए स्कूल के बेहतर संचालन के प्रति आशा बधाई है। सोन कला केेंद्र के संरक्षक डा. एसबी प्रसाद, उदय शंकर और राजीवरंजन कुमार ने सोन कला केेंद्र के कार्यकारी अध्यक्ष जीवन प्रकाश के चुने जाने पर हर्ष जताया है। प्रबंध समिति के स्थाई पदेन सदस्य बतौर प्राचार्य डा. रमेशप्रताप शाही ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि अधिसंख्य पुराने सदस्यों के फिर से चुने जाने से स्कूल संचालन की प्रक्रिया को समझने में वक्त नहीं लगेगा और मैनेजिंग ट्यूनिंग बेहतर तरीके से बरकरार रहेगी। रोहतास इंडस्ट्रीज कांप्लेक्स के स्थानीय प्रभारी अधिकारी एआर वर्मा ने कहा है कि स्कूल इस जिला और शहर की धरोहर है, जरूरत होने पर रोहतास इंडस्ट्रीज कांप्लेक्स प्रबंधन का हर संभव तकनीकी सहयोग-समर्थन प्राप्त होता रहेगा। उल्लेखनीय है कि माडल स्कूल रोहतास उद्योगसमूह के डालमियानगर परिसर में है।
तस्वीर, रिपोर्ट : निशान्त राज
वैश्य चेतना समिति ने मांगी 60 विधानसभा सीटें
दाउदनगर (औरंगाबाद)-कार्यालय प्रतिनिधि। बिहार विधानसभा चुनाव में वैश्य समाज के प्रतिनिधियों को 60 सीटों पर टिकट देने की मांग वैश्य चेतना समिति ने भाजपा नेतृत्व से की है। यह मांग किड्स वल्र्ड स्कूल में आयोजित बैठक में संस्था के अध्यक्ष इंजीनियर सुंदर साहू की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रस्ताव पारित कर की गई। बैठक में सुंदर साहू ने कहा कि ओबरा विधानसभा क्षेत्र में करीब 50000 वैश्य मतदाता हैं। निर्दलीय उम्मीदवार खड़ा होने पर वैश्य समाज के मतदाता स्वाभाविक तौर पर अपने समाज के प्रतिनिधि के पक्ष में ही मतदान करेंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेता हर जगह कहते हैं कि पार्टी की जीत में वैश्यों केमत का बड़ा योगदान होता है। पार्टी जीतकर सरकार बनाती है, मगर यह दुर्भाग्य है कि वैश्य समुदाय के अपेक्षित-वांछित राजनीतिक भागीदारी नहीं मिलती है। बताया कि खगडिय़ा जिला में 29 फीसदी, कटिहार जिला में 27 फीसदी, भागलपुर जिला में 30 फीसदी और बेगूसराय जिला में 28 फीसदी संख्या वैश्यों की है। इसके बावजूद प्रर्याप्त संख्या में वैश्यों को वहां भागीदारी नहीं मिलती है। 30 से अधिक जाति-उपजातियों वाले वैश्य समुदाय की जनसंख्या बिहार में 1931 की जनगणना के अनुसार करीब 25 प्रतिशत है। श्री साहू ने कहा कि गुलाम भारत में वैश्यों का सामंती शोषण तो होता ही रहा था, स्वतंत्र भारत में विभिन्न राजनीतिक दल और समाज के दबंग शोषण-दोहन-प्रताडऩ करते रहे हैं। जब तक वैश्य समाज में आत्मजागृति नहींहोगी और राजनीति में पर्याप्त भागीदारी पाने का माद्दा पैदा नहींहोगा, तब तक वैश्य समुदाय का शोषण-दोहन होता रहेगा। इसके लिए जरूरी है कि संगठन व्यापक हो, मजबूत हो और अपने समाज के कमजोर परिवारों को मदद देने के लिए तत्पर रहे। बैठक में प्रस्ताव का समर्थन करने वाले अनंत प्रसाद सोनी, आनंद प्रकाश, राजेंद्र प्रसाद साहू, बसंत मालाकार, शैलेंद्र नारायण साहू, कुणाल किशोर, अमित कुमार गुप्ता, अर्जुन कुमार, रजनीश कुमार आदि शामिल थे।
रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज
एकजुटता और सोच-समझकर मतदान का आह्वान
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। डेहरी-डालमियानगर चैंबर्स आफ कामर्स के पूर्व अध्यक्ष सच्चिदानंद प्रसाद ने डेहरी-डालमियानगर के मतदाताओं खासकर कारोबारी वर्ग से एकजुट होने का आह्वान किया है। यह आह्वान भी किया है कि शहर के मतदाता सोच-समझकर वैसे विधानसभा प्रत्याशी को मत दें, जो शहर के विकास और प्रतिष्ठा की सोच रखता हो। डेहरी-डालमियानगर कारोबारी समुदाय प्रधान शहर है, जहां से बड़ी रकम टैक्स के रूप में सरकार को मिलती है। इसके बावजूद यहां कारोबारी समुदाय उपेक्षित है। करीब दो लाख आबादी वाले डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद का चयन नगर निगम बनने के लिए नहींहोना दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे भी दुर्भाग्यपूर्ण यह कि कोई राजनीतिक दल शहर को जिला बनाने की बात नहींकरता। जबकि डेहरी-आन-सोन जिला बनने की अग्रणी अहर्ता रखता है। इससे छोटे शहरों को जिला मुख्यालय का दर्जा मिल चुका है। सासाराम को रोहतास जिला मुख्यालय बनने से 10 साल पहले डेहरी-आन-सोन जिला पुलिस मुख्यालय बन चुका था। आज शहर के मुख्य बाजार की मुख्य सड़क की हालत ऐसी है कि वाहन तो दूर, पैदल चलना भी दुरूह हो गया है। शहर हर तरफ अतिक्रमण का शिकार है। अधिकारी आते हैं, दिखावा कर चले जाते हैं। नेता चुनाव के दौरान बहुतेरे वादा करते हैं, मगर जनप्रतिनिधि बनते ही सब भूल जाते हैं।
रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज
महिला थाना की कोरोना योद्धाओं का किया सम्मान
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-सोनमाटी प्रतिनिधि। भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की रोहतास जिला इकाई की ओर से डिहरी स्थित महिला थाना की महिला पुलिस पदाधिकारियों को कोविड-19 महामारी काल में जनता के बीच अपनी सक्रियता बनाए रखकर अपने कर्तव्य का निवर्हन करने के लिए बतौर कोरोना-योद्धा सामूहिक सम्मान दिया गया। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष आरती गुप्ता और डिहरी नगर अध्यक्ष निर्मला सिंह के नेतृत्व में मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने महिला थाना पहुंच कर महिला थानाध्यक्ष अनंता कुमारी सहित थाना की पुलिस पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों विभा कुमारी, कौशल्या कुमारी, विमला कुमारी, जुलेखा खातून, अनिशा, भारती आदि को अंगवस्त्र भेंटकर और फूल-माला पहना कर सामूहिक सम्मान प्रकट किया गया। महिला मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल में जिला प्रवक्ता मीना गुप्ता, आईटी सेल मीडिया प्रभारी विजयादुर्गा सिंह, कोषाध्यक्ष मोनिका कुमारी, काजल कुमारी, ममता देवी आदि शामिल थीं। भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष आरती गुप्ता के अनुसार, भाजपा की महिला मोर्चा कोरोना काल में भी बिना भयभीत हुए कर्तव्य का निर्वाह करने वाले चिकित्सकों, पुलिसकर्मियों, नर्सों, सफाईकर्मियों के प्रति समाज की ओर से सामूहिक सम्मान देने का अभियान चला रही है।
रिपोर्ट, तस्वीर : पापिया मित्रा