दिल्ली/डेहरी-आन-सोन (विशेष प्रतिनिधि)। इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) ने ई-स्टडी मैटेरियल लेने वाले विद्यार्थियों की प्रोग्राम फीस में 15 फीसदी की कटौती की घोषणा की है। यूनिवर्सिटी ने अलग-अलग प्रोग्राम के स्टडी मैटेरियल को डिजिटाइज किया है। यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट की नोटिफिकेशन के मुताबिक, यूनिवर्सिटी डिजिटल स्टडी मैटिरियल को प्रोत्साहन दे रही है। जो विद्यार्थी प्रिंटेड मैटेरियल के बजाय डिजिटल मैटेरियल को चुनेंगे, उन्हें इंसेंटिव के तौर पर 15 फीसदी प्रोग्राम फीस वापस की जाएगी। फिलहाल यह स्कीम उन विद्यार्थियों के लिए है, जिन्होंने जुलाई 2018 के सेशन में एडमिशन लिया है। इसका लाभ महिला कालेज डालमियानगर से संबंद्ध इग्नू के विद्यार्थियो को भी मिलेगा, जो बिहार का चौथा इग्नू सेन्टर है। इस केेंद्र का उद्घाटन केन्द्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने जून 2017 में किया था।
महिला कालेज डालमियानगर है नैक से बी-ग्रेड मान्यता प्राप्त
महिला कालेज डालमियानगर के प्राचार्य डा. अशोककुमार सिंह के अनुसार, डेहरी-आन-सोन के महिला कालेज डालमियानगर के इग्नू सेन्टर में भी राष्ट्रीय स्तर पर मिलने वाली लगभग हर सुविधा उपलब्ध है। फीस में छूट का लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा। महिला कालेज डालमियानगर के इग्नू स्टडी सेन्टर में स्नातकोत्तर तक पढ़ाई की व्यवस्था है। डा. सिंह ने बताया कि देश के विख्यात औद्योगिक नगर रहे डालमियानगर में नारी शिक्षा के लिए 1985 में नाइट ट्यूटोरियल महिला कालेज की स्थापना हुई थी, जिसकी कक्षाएं डालमियानगर स्थित बालिका उच्च विद्यालय के भवन में शाम 4.45 से रात 9 बजे तक चलती थीं। 26 जनवरी 1977 से यह कालेज महिला कालेज, डालमियानगर के नाम से स्वीकृत हुआ, जो आज बिहार का एक बेहतर महिला कालेज है और जिसे नेशनल एसेसमेन्ट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल ने बी-ग्रेड की मान्यता प्रदान की है। इस कालेज में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन कोषांग भी बनाया गया है, जो को-आर्डिनेटर एसोसिएट प्रोफेसर किशोरकुमार सिंह के नेतृत्व में कार्य कर रहा है।
इग्नू में अब कैदियों के लिए भी सर्टिफिकेट कोर्स
दिल्ली से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इग्नू ने कैदियों के लिए सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया है, जिसका मकसद है कि जेल से छूटने के बाद मुख्य धारा में शामिल होने के लिए कैदियों को अच्छा इंसान बनने में मदद करना। इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव के अनुसार, यह प्रोग्राम कैदियों के लिए मुफ्त होगा। इस प्रोग्राम की मदद से उनको समाज की संपत्ति बनाने में मदद मिलेगी।
(सोनमाटी न्यूज डेस्क, संपादन : कृष्ण किसलय, तस्वीर संयोजन : निशांत राज)
रौनियार वैश्यों ने मनाया विक्रमादित्य हेमचंद्र का जन्म-उत्सव
डेहरी-आन-सोन (सोनमाटी संवाददाता)। डेहरी-डालमियानगर रौनियार वैश्य समाज द्वारा महाराज हेमचंद्र विक्रमादित्य का जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर यह जानकारी दी गई कि सोलहवीं में भारत का अंतिम हिन्दू सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य थे। हिन्द के बादशाह शेरशाह के सेनापति रहे इस शख्सियत को उनके लोकप्रिय नाम हेमू से भी जाना जाता है, जो सासाराम (रोहतास) क्षेत्र के ही थे। उन्होंने मुगलों से लोहा लिया था। यह कहा गया कि रौनियार वैश्यों का अतीत अंत्यंत ऐश्वर्यमय रहा है और उनके हम वंशजों को, नई पीढ़ी को उनकी जीवनी के बारे में बताया जाना चाहिए।
डेहरी-डालमियानगर रौनियार वैश्य समाज की उपाध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता की अध्यक्षता और समाज के पूर्व उपाध्यक्ष संजय गुप्ता के संचालन में हुई बैठक में इस समाज के लोगों को अपना स्वाभिमान हेमचंद्र विक्रमादित्य की तरह बनाए रखने का संकल्प लिया गया। रौनियार वैश्य समाज की स्थानीय महिला अध्यक्ष ममता गुप्ता और महिला संगठन की शांति देवी, रीना देवी, मनी देवी, मंजू गुप्ता, पुष्पा गुप्ता, रंजू देवी, नीलू गुप्ता, शकुंतला देवी के साथ सत्येंद्र कुमार गुप्ता, शशि प्रसाद गुप्ता, शिवपूजन प्रसाद गुप्ता, सूरजदेव प्रसाद गुप्ता, जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता, गणेश प्रसाद गुप्ता, दीपक कुमार गुप्ता सहित उपस्थित लोगों ने हेमचंद्र महाराज के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया।
(रिपोर्ट व तस्वीर : संजय गुप्ता)