हसपुरा, औरंगाबाद (बिहार)-सोनमाटी समाचार। बिहार के सोन अंचल के औरंगाबाद जिले के युवा रंगकर्मी, लेखक एवं नाट्य निर्देशक धर्मवीर भारती को देहरादून में यूनिवर्सल नाट्य विद्यालय देहरादून और कला संस्कृति एवं युवा विभाग उत्तराखंड की ओर से टॉम ऑल्टर स्मृति सम्मान (2017) से सम्मानित किया गया।
यूनीवर्सल नाट्य विद्यालय के सचिव अनुज राजपूत के अनुसार, अद्वितीय रंगकर्मी स्वर्गीय टॉम ऑल्टर की स्मृति में दिए जाने वाले सम्मान के लिए इस वर्ष उत्तराखंड की राजधानी देहरादून स्थित इस नाट्य विद्यालय की ओर से आयोजित यूनीवर्सल रंग महोत्सव (2017) में बिहार के युवा रंगकर्मी धर्मवीर भारती, उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ रंगकर्मी मेरठ इप्टा के शांति वर्मा और गुजरात के वरिष्ठ रंगकर्मी राजेश व्यास का चयन किया गया। टॉम ऑल्टर स्मृति सम्मान रंगमंच के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए इस वर्ष से देना प्रारंभ किया गया है। टॉम ऑल्टर का निधन वर्ष 2017 में हुआ, जो मसूरी (देहरादून) के रहने वाले थे।
रामरूप मेहता आज भी प्रासंगिक
कड़कड़ाती ठंड में भी समाजवादी नेता रामरूप मेहता महोत्सव में हजारों लोगों ने शिरकत कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। समारोह में हसपुरा के अतिरिक्त देवकुंड, कलेर, महेंदिया, अरवल, परासी, गोह, उपहारा, करपी, दाउदनगर, ओबरा आदि थाना क्षेत्रों से लोग पहुंचे। समारोह में मुख्य अतिथि सुधांशु सुमन ने कहा कि तेजी से खत्म होते जा रहे नैतिक मूल्यों के कारण आज रामरूप मेहता की प्रासंगिकता अधिक है। रामरूप मेहता के आदर्शों पर चलकर ही समाज और देश को बचाया जा सकता है। उन्होंने जीवन की बलि दे दी, लेकिन कभी समझौता नहीं किया। शिक्षाविद डॉ. एम रहमान व भारत स्काउट गाइड के राज्य सचिव श्रीनिवास कुमार ने कहा कि रामरूप मेहता की शहादत समाज के लिए प्रकाश स्तंभ का काम करती रहेगी। समारोह को हरेश कुमार, आरिफ रिजवीए, बीडीओ वेद प्रकाश, उप प्रमुख अनिल आर्य आदि ने संबोधित किया। समारोह की अध्यक्षता हरेश कुमार और संचालन अरविंद कुमार वर्मा ने किया।
कार्यक्रम का आयोजन रामरूप मेहता यूनिवर्सल फाउंडेशन ने किया। कार्यक्रम में हसपुरा आईटीआई का अहम योगदान रहा। यह समारोह 38 वर्षों से लगातार शहीद रामरूप मेहता के जन्मदिन पर आयोजित होाता है। स्वर्गीय मेहता हसपुरा प्रखंड के बिरहारा गांव के रहने वाले थे, जिनकी हत्या 16 मार्च 1980 को की गई थी। स्थानीय जनता ने उसी दिन पांच हत्यारों को मार डाला था। रामरूप मेहता का संबंध मधु लिमये, कर्पूरी ठाकुर, रामानंद तिवारी आदि बड़े समाजवादी नेताओं से था।
साहित्य, कला, पत्रकारिता व खेल के लिए मेहता सम्मान
कला, खेल, साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए रामरूप मेहता की स्मृति में कला सम्मान हाजीपुर के वरिष्ठ रंगकर्मी क्षितिज प्रकाश को, साहित्य पुरस्कार हिंदी-मगही के नामचीन साहित्यकार प्रो. अलखदेव प्रसाद अचल को और पत्रकारिता सम्मान नवादा के पत्रकार अशोक प्रियदर्शी को दिया गया। खेल सम्मान के लिए राष्ट्रीय कबड्डी टीम की खिलाड़ी शमा परवीन के नाम की घोषणा की गई, जो हैदराबाद में होने के कारण समारोह में नहीं आ सकीं। नामों का चयन पत्रकार निराला व पुष्यमित्र, कार्टूनिस्ट पवन और रंगकर्मी अनीश अंकुर की समिति ने किया।
फुटबॉल प्रतियोगिता
रामरूप मेहता महोत्सव के अवसर पर आयोजित फुटबाल मैच में औरंगाबाद को गया ने 3-2 से हराकर खिताब पर कब्जा किया। मैच में रेफरी की भूमिका धनबाद के आरएस भगत ने निभाई। कमेंटेटर डॉ. हरिद्वार प्रसाद, अशोक प्रसाद थे। गोल जज जगदानंदलाल कर्ण और प्रो. कृष्णदेव पासवान थे। समारोह के अंत में सुधांशु सुमन ने विजेता टीम को शील्ड देकर सम्मानित किया।
राष्ट्र गौरव प्रतियोगिता
दाउदनगर, औरंगाबाद (बिहार)-सोनमाटी समाचार। स्वामी विवेकानन्द राष्ट्रीय युवा मंच द्वारा राष्ट्रीय चरित्र के निर्माण के लक्ष्य को लेकर राष्ट्र गौरव प्रतियोगिता में जूनियर-सीनियर ग्रुप में अग्रणी 30 स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा। 2013 से लगातार आयोजित इस प्रतियोगिता परीक्षा में इस बार स्वामी विवेकानन्द, जगतपति कुमार मदनलाल ढींगरा, राजगुरु, नीरजा भनोट, मातंगिनी हाजरा, मौलाना बरकतउल्ला, कर्नल एबी तारापोर, राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी, बासुदेव बलवंत फड़के, मास्टर सूर्यसेन, पर्वतपुरुष दशरथ मांझी, महान साहित्यकार शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय, जतीन्द्रनाथ दास से संबंधित 100 में 65 अंकों के सवाल पूछे गए थे। सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ थे। 25 अंकों के प्रश्न भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से तथा 10 प्रश्न करेंट अफेयर्स से संबंधित थे। परीक्षा के संयोजक अजय कुमार पाण्डेय, सह संयोजक विश्वजीत मिश्रा, मुख्य परिक्षा नियंत्रक निवर्तमान वार्ड पार्षद बसन्त कुमार, सह नियंत्रक शिक्षक ओम प्रकाश चौधरी थे।