-0 प्रसंगवश 0-
बन गई सरकार मगर संशय बरकरार !
-कृष्ण किसलय (समूह संपादक, सोनमाटी)
बिहार में नीतीश कुमार की अगुआई में चौथी बार एनडीए (गठबंधन) की सरकार बनी है। जदयू की सीटें कम होने के बावजूद भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाकर अपना वादा पूरा किया। मगर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सुशील कुमार मोदी को उप मुख्यमंत्री नहीं बना कर अपने दो वरिष्ठ नेताओं तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को उप मुख्यमंत्री बनाया है। इसका अर्थ है कि भाजपा की रणनीति नीतीश कुमार के बाद आने वाले दौर पर है, क्योंकि नीतीश कुमार 2020 के विधानसभा चुनाव प्रचार में यह कह चुके हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है। ।
उधर, सजा की वजह से सक्रिय चुनावी राजनीति से दूर हो गए लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद की कमान उनकी गैर-मौजूदगी में उनके बेटा तेजस्वी यादव ने संभाल रखी है। राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन का मत 19 फीसदी से बढ़कर इस बार एनडीए के बराबर 23 फीसदी हो जाना भाजपा के लिए खतरे की यह घंटी है कि गैर-यादव और गरीब हिंदू मतदाता भविष्य में राजद को भी समर्थन कर सकते हैं। बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह के बाद किसी मुख्यमंत्री ने पांच वर्ष की अवधि पूरी नहीं की। 1990 के बाद लालू यादव और नीतीश कुमार ही 15-15 साल राज्य की सत्ता थामे रहे। लालू यादव पर यह आरोप है कि 15 वर्षों में उन्होंने बिहार के विकास की परवाह नहीं की तो कुछ वैसा ही आरोप नीतीश कुमार पर भी है कि राज्य को औद्योगिक विकास के रास्ते पर ले जाने की इच्छाशक्ति उनमें नहीं है।
नई सरकार के सामने चुनौती यही है कि रोजगार के मोर्चे पर बिहार कैसे सक्षम हो? मंत्रिमंडल के गठन के बाद 17 नवम्बर को विभागों का बंटवारा होते ही शिक्षा मंत्री बने मेवालाल चौधरी को लेकर नई सरकार विवाद में पड़ गई, जिन पर बिहार कृषि विश्व विद्यालय में 2010-15 के दौरान कुलपति रहते हुए नियुक्ति में भ्रष्टाचार के आरोप हैं। विपक्ष की ओर से मेवालाल को मंत्री बनाए जाने के तीखे आरोप के बाद 18 नवम्बर को नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद मेवालाल चौधरी ने 19 नवम्बर को इस्तीफा दे दिया। सवाल यह है कि मेवालाल चौधरी पर आरोप के बावजूद नीतीश कुमार ने उन्हें मंत्री क्यों बनाया? क्या यह पूर्व-निर्धारित रणनीति थी कि मेवालाल चौधरी को कैबिनेट में शामिल करने पर विवाद नहीं होता है तो वह जदयू कोटा से मंत्री बने रहेंगे और यदि विवाद होता है तो उन्हें कैबिनेट से बाहर कर दिया जाएगा? क्या ऐसा इसलिए भी कि नीतीश कुमार की सुशासन बाबू की छवि को हवा मिलती रहे और सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त होने का संदेश जनता में जाए? या यह कुछ और है?
बहरहाल, अभी तो सरकार बन चुकी है और सरकार ने काम करने की शुरुआत भी कर दी है, मगर भविष्य के मद्देनजर कई संशय बरकरार हैं?
संपर्क : सोनमाटी-प्रेस गली, जोड़ा मंदिर, न्यू एरिया, डालमियानगर-821305, जिला रोहतास (बिहार)
फोन 9708778136, 9523154607
नृत्य-चित्रांकन के विजेता पुरस्कृत, कोरोना योद्धा सम्मानित
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। सांस्कृतिक सर्जना की संवाहक संस्था सोन कला केेंद्र की ओर से महिला कालेज में संयोजित सम्मान समारोह में स्कूल स्तर की नृत्य और चित्रांकन की आनलाइन प्रतियोगिताओं के अग्रणी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किए जाने के साथ स्वच्छता, स्वास्थ्य, सुरक्षा, रसोई गैस, बिजली आदि से जुड़े कर्मियों का भी अंगवस्त्र, स्मृतिचिह्नï भेंटकर अभिनंदन किया गया। समारोह का उद्घाटन उप अनुमंडलाधिकारी विवेकचंद्र पटेल, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुण कुमार, थानाध्यक्ष चंद्रशेखर गुप्ता के साथ संस्था के संरक्षकों डा. रागिनी सिन्हा, डा. एसबी प्रसाद, महिला कालेज के प्राचार्य डा. सतीश नारायण लाल, पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह यादव, सनबीम के निदेशक राजीवरंजन सिन्हा, कारपोरेट कन्सलटेंट अरुण गुप्ता, डा. नवीन नटराज ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया। आरंभ में संस्था के अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। सम्मान, अभिनंदन, पुरस्कार वितरण का कार्य संस्था के विशेष अतिथियों, संरक्षकों, अध्यक्ष के साथ संस्था के संस्थापक सलाहकार कृष्ण किसलय, कार्यकारी अध्यक्ष जीवन प्रकाश, सचिव निशान्त राज, कोषाध्यक्ष राजीव सिंह, उप सचिव सत्येन्द्र गुप्ता, अनील पाठक, अमृता पांडेय, उदय गुप्ता, रामनारायण सिंह, आलोक कुमार के साथ वरिष्ठ समाजसेवी संजय सिंह बाला, प्रमोद तिवारी, माडल स्कूल प्राचार्य डा. शाही, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष शंभू राम आदि ने किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के उपाध्यक्ष अरुण शर्मा ने और धन्यवाद-ज्ञापन सलाहकार पारस प्रसाद ने किया।
सबको प्रमाणपत्र, अग्रणी स्थान वालों को स्मृतिचिह्न :
डीएवी, जेम्स, सनबीम, जेआरएस, हरिओम आदि स्कूलों के विद्यार्थियों में सोहिनी श्रीवास्तव, मीनाक्षी श्रीवास्तव, शेवाली चंद्रा, रिद्धि राज, समृद्धि श्रीवास्तव, सोनाक्षी तिवारी, संजना द्विवेदी, दीपार्शी, तमन्ना कुमारी, जिज्ञासा वर्मा, राज नंदिनी को नृत्य के दो संवर्ग में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए और अंजलि कुमारी, आर्यन चंद्रा, आस्था आर्या, शुभम कुमार, मनल राबिया, श्रेया गुप्ता, राज नंदिनी, उज्जल राय, आराध्या सोनी, रश्मि प्रकाश, सोनाक्षी तिवारी को चित्रांकन के दो संवर्ग में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया। इन दोनों प्रतियोगिताओं के निर्णायक सनबीम स्कूल की प्राचार्य अनुभा सिन्हा, गोपा घोष, नितेश पाठक, गौतम डे, विशाल कुमार आदि भी सम्मानित किए गए। बतौर कोरोना योद्धा दीपक प्रसाद, सूर्यभूषण प्रसाद, सुदर्शन कुमार, मन्ना कुमार, दीपक प्रसाद, चुनमुन, रामविलास प्रसाद, जितेंद्र कुमार, परमेश्वर प्रसाद, सुशील कुमार, केशव कुमार, अमरेश रजक, नौशाद अली, सोनू कुमार गोरख चौधरी, लोरिक, हाशिम आदि का अभिनंदन किया गया। जबकि कोविड-19 के आरंभिक दौर में गरीबों की निशुल्क चिकित्सा सेवा के लिए डा. एसबी प्रसाद को सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर संस्था के सभी संरक्षक अंगवस्त्र से सम्मानित किए गए।
रिपोर्ट : निशांत राज, तस्वीर : अवधेश कुमार सिंह