पत्ता रोटी, पत्ता लिवास, पत्ता आवास और पत्ता ही जिंदगी की आस!
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)-सोनमाटी टीम। आंधी-तूफान, बारिश की आफत और ठंड, धूप की मार से किसी तरह अपने को बचाकर शहर-गांव से दूर सड़क किनारे पत्तों, फूस, चिथड़़ों की झोपड़ी खड़ी कर जमीन पर पूरी जिंदगी गुजारने वाले शंकरगढ़ के मुसहर समाज की मुख्यधारा से जुडऩे के उस सपने से कोसों दूर हैं, जिसे इस देश के राष्ट्र निर्माताओं ने देखा और जन-गण के उत्थान-कल्याण के स्वप्न-मंत्र को संविधान के रूप में सूत्रबद्ध किया था। सात दशकों बाद भी मुसहरों की नई पीढ़ी में उस सपने के साकार होने की कोई सूरत दिखाई नहींदेती। विदेशी औपनिवेशिक शोषण से मुक्त होने और गणतंत्र की स्थापना के सत्तर बरस गुजरने के बावजूद मुसहरों के अद्र्धनग्न बच्चे शादी-समारोह में पत्तल उठाने को लाचार हैं, जीवित बने रहने के लिए परिजनों के साथ जंगल-जंगल पत्तल बनाने की पत्तियां तोडऩे को विवश हैं। शिक्षा के अधिकार वाले इस देश में भी इस वंचित समुदाय के बच्चे स्कूल नहींजाते। शिक्षा विभाग 14 साल तक बच्चों के लिए अनिवार्य निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था का दम जरूर भरता रहा है, मगर उसके कदम कभी इन बदनसीबों की ओर नहींबढ़ सके। राज्य सरकारें साल-दर-साल गरीबी उन्मूलन पर अरबों रुपये खर्च करती रहीं, लेकिन गरीबी उन्मूलन का कोई हिस्सा, एक टुकड़ा भी इन मुसहर परिवारों तक पंहुच नहीं पाया। इनकी तंगहाली का जीवन ऐसा कि रूखी-सूखी खाने या फिर भूखे ही सो जाने की नियती सदियों से इनकी हमसफर है।
विकास खंड शंकरगढ़ के शिवराजपुर, बसहरा, भांडिवार, बेरुई, कटरा, टंडन वन, नौढिय़ा, भांडिवार आदि ग्रामसभाओं में रहने मुसहरों का जीवन देखकर यही कहा जा सकता है कि इनकी तरफ जनप्रतिनिधि या सरकारों की निगाह गई ही नहीं। जानबूझकर ध्यान नहींदिया गया। आवास, शौचालय और बुनियादी सुविधा से महरूम मुसहरों का राशन कार्ड तक नहीं बना है। देश, राज्य के नक्शे पर ये कहां हैं, यह सत्यापित करने वाला मददाता पहचानपत्र तक इनके पास नहीं है। जाहिर है कि भुखमरी से मुक्त होने की गारंटी इन्हें नहींदी गई है और वोट देने से भी वंचित रखा गया है। आखिर समानता और जीने के अधिकार वाली लोकतांत्रिक व्यवस्था में इसका जिम्मेदार कौन है? कहां सुरक्षित है इनका संविधानप्रदत अधिकार? यह माना जाए कि राजनीति तो वोट का बाजार है और सरकारी संस्थाओं के कर्मी बस मोटी पगार ले नौकरी बजा रहे होते हैं। मगर मानवता का परचम लहराने की बात करने वाले, समाज की आखिरी आदमी की चिंता के झंड़ाबरदार सामाजिक और मानवाधिकार संगठन कहां हैं?
(रिपोर्ट, तस्वीर : भगवान प्रसाद उपाध्याय, इंद्रजीत मिश्र)
बुराई पर अच्छाई का विजयपर्व दशहरा
सासाराम/डेहरी-आन-सोन/दाउदनगर/कुदरा। (सोनमाटी टीम)। शहरों में जगह-जगह विभिन्न संस्थाओं के पंडालों के पट शास्त्रीय पूजा-अर्चना के बाद स्थापित दुर्गा-प्रतिमाओं के दर्शन के लिए शनिवार को खोल दिए गए। दशहरा अवकाश से पूर्व रोहतास, औरंगाबाद और कैमूर जिलों के स्कूलों में बच्चों के रावण-दहन, दुर्गा-महिषासुर युद्ध के साथ स्वच्छ पर्यावरण संदेश आधारित कार्यक्रम हुए। स्टेशन रोड स्थित युवा किंग कला के अध्यक्ष सत्येन्द्र प्रसाद सिंह (पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष) और सचिव वारिस अली (वरिष्ठ पत्रकार) के अनुसार, इस वर्ष सप्तमी से नवमी तक तीन दिनों के भंडारा का आयोजन किया गया है। पश्चिम बंगाल के कारीगरों द्वारा बनाए गए पंडाल में सर्जिकल स्ट्राइक की हस्तशिल्प कल्पना आकर्षण का केेंद्र है।
अच्छाई और आदर्श की जीत का संदेश
सासाराम से सोनमाटी संवाददाता अर्जुन ुकुमार की रिपोर्ट के अनुसार, संतपाल सीनियर सेकेेंड्री स्कूल और किड्स प्ले स्कूल के विद्यार्थियों ने दशहरा-अवकाश के पूर्व रावण-दहन और महिषासुरमर्दन नृत्यनाटिका प्रस्तुत कर बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश दिया। विद्यालय समूह के अध्यक्ष डा. एसपी वर्मा और सचिव वीणा वर्मा ने विद्यार्थियों को जीवन में श्रेष्ठ आदर्श अपनाने पर बल दिया। संतपाल स्कूल की प्राचार्या आराधना वर्मा ने धन्यवाद-ज्ञापन किया। युद्ध नृत्यनाटिका की प्रस्तुति में मनीषा ने मां दुर्गा, आर्यन ने महिषासुर, प्रियांशु, सौरभ ने राक्षस और स्वास्तिक जयसवाल ने बाघ की भूमिका की। सोनम, रीया, सोनी, अंजली, रीतिका ने भावनृत्य पेश किया। शिक्षक सह मीडिया प्रभारी अर्जुन कुमार द्वारा तैयार रावण-दहन कार्यक्रम में बाल कलाकारों में हर्ष राय ने श्रीराम, अरमान सूद ने लक्ष्मण, आदर्श सोनी ने हनुमान, आयुष ने अंगद, हर्ष राज ने नल, नचिकेता ने नील और हर्षित ने जामवंत की भूमिका की। बांदरी सेना में अन्य बच्चे शामिल हुए। 30 फीट ऊंचा रावण पुतला का दहन किया गया। सुशील कुमार, अभिमन्यु सिंह, अनिता सिंह, सुनीता सिंह, सीबी द्विवेदी आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कार्यक्रम में योगदान किया।
फैैंसी ड्रेस प्रदर्शन, प्लास्टिक निषेध संकल्प, स्वच्छता संदेश
डेहरी-आन-सोन/दाउदनगर (औरंगाबाद) से विशेष संवाददाता उपेंद्र कश्यप और कार्यालय प्रतिनिधि निशांतकुमार राज के अनुसार, डेहरी-आन-सोन में जक्की बिगहा स्थित जेआरएस इंटरनेशनल स्कूल में नन्हें बच्चों का फैैंसी ड्रेस प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने रामकथा और महिषासुरमर्दन कथा पर आधारित नायक-खलनायक चरित्रों की वेष-भूषा धारण किया। विद्यालय के सचिव डा. रवि प्रकाश और प्राचार्य अभिषेक कुमार ने बच्चों को पुरस्कृत किया।
दाउदनगर पुराना शहर स्थित ज्ञान ज्योति शिक्षण केेंद्र में प्लास्टिक हटाओ जीवन बचाओ के नारा के साथ प्लास्टिक निषेध का सामूहिक संकल्प लिया गया। ज्ञान ज्योति के निदेशक और संपूर्णानंद एजुकेशनल एंड सोशल डेवलपमेंट ट्रस्ट के सचिव डा. चंचल कुमार ने प्लास्टिक के कारण धरती पर मौजूद संकट की जानकारी देते हुए विद्यार्थियों और शिक्षार्थियों को संकल्प दिलाया।
डेहरी-आन-सोन में पानीटंकी स्थित सनबीम पब्लिक स्कूल में प्रबंधक निदेशक राजीव रंजन और प्राचार्य अनुभा सिन्हा ने बच्चों को पर्यावरण संतुलन के अनुकूल जीवन शैली अपनाने का संदेश दिया।
एक अन्य समाचार के अनुसार, जयहिन्द टाकिज के प्रबंध संचालक एवं सोनघाटी पुरातत्व परिषद के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद सरावगी के पौत्र विभांशु (पुत्र मुन्नाजी) के जन्मदिन पर सोनघाटी पुरातत्व परिषद के सचिव एवं वरिष्ठ लेखक-पत्रकार कृष्ण किसलय, वरिष्ठ पत्रकार उपेन्द्र मिश्र, वरिष्ठ चिकित्सक डा. एसएन बजाज, वरिष्ठ कारोबारी अशोक सरावगी एवं संतोष सरावगी आदि ने शुभकामनाएं दीं।
कुदरा (कैमूर) से सोनमाटी प्रतिनिधि सुरेंद्रकृष्ण रस्तोगी के अनुसार, कुदरा रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर उमाशंकर सिंह के नेतृत्व में स्वच्छता कार्यक्रम में शामिल लोगों ने सामूहिक झाड़ु लगाया। सफाई कार्यक्रम में वरिष्ठ लोकगायिका एवं अभिनेत्री अनुराधाकृष्ण रस्तोगी ने कस्तूराबा गांधी और 741 भिनेता, डाकटिकट संग्राहक सुरेंद्रकृष्ण रस्तोगी ने महात्मा गांधी का वेष धारण कर स्वच्छता का संदेश दिया। अनुराधाकृष्ण रस्तोगी ने चरखा गीत गाया। कुदरा सरस्वती शिशु मंदिर में प्राचार्य रंजनकुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में सुरेंद्रकृष्ण रस्तोगी की ओर से महात्मा गांधी पर दुनियाभर के देशों में जारी डाकटिकटों की प्रदर्शनी लगाई गई।
मोहिनी में गैस किल्लत नहीं, फ्रेशर्स पार्टी
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। बिहार के कई इलाके में हिन्दुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम के एलपीजी बाटलिंग प्लांटों तक गैस टैंकर नहींपहुंचने के कारण सिलेंडर की सामान्य आपूर्ति में गतिरोध पैदा हो गया है और रसोई गैस आपूर्ति की किल्लत हो गई है। फिर भी शहर की रसोई गैस की अग्रणी वितरक एजेंसी मोहिनी इंटरप्राइजेज के संचालक उदय शंकर ने सोनमाटीडाटकाम को बताया कि मोहिनी इंटरप्राइजेज के वितरण नेटवर्क में रसोई गैस सिलेंडर की कोई किल्लत नहींहै। बेशक पूजा के अवसर पर रसोई गैस की मांग बढ़ गई है, मगर एजेंसी प्रबंधन सतर्क निगाह रखे हुए है कि रसोई गैस सिलेंडर की कालाबाजारी नहीं हो सके और आपूर्ति निर्वाध बनी रह सके।
जमुहार (रोहतास) से कार्यालय संवाददाता के अनुसार, गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण एकेडमी आफ मैनेजरियल एक्सीलेंस के सीनियर विद्यार्थियों ने प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए रंगारंग कार्यक्रम के साथ फ्रेशर्स पार्टी का आयोजन किया। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एमएल वर्मा, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, संस्थान के डीन डा. आलोक कुमार ने फ्रेशर्स पार्टी के उद्देश्य, औचित्य पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा. कुमार आलोक प्रताप, एकाडमी निदेशक डा. दिलीप यादव, जनसंपर्क अधिकारी भूपेंद्रनारायण सिंह, संस्थान के अध्यपक कुमुद रंजन, निखिल निशांत, पम्मी कुमारी आदि ने भाग लिया।