– छह महीने से मिल रही हर हफ्ते जान से मार डालने की धमकी, अलग-अलग फोन नम्बरों का इस्तेमाल
– पीडि़त का आरोप कि थाना पुलिस ने नहीं सुनी तो एसपी के जनता दरबार में लगाई गुहार, एसपी ने थाने को दिया रिपोर्ट देने का आदेश
– पुजारी हत्याकांड में भी पुलिस ने की थी अनसुनी तो कत्ल के रूप में अंजाम आया सामने
– स्वराज पार्टी ने की चुनाव आयोग द्वारा आप विधायकों की सदस्यता अयोग्य करने की सिफारिश की निंदा
– डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद ने किया वित्त पोषण
डेहरी-आन-सोन (बिहार)-सोनमाटी समाचार। रोहतास जिले के दावथ थाने के कोआथ योगिनी गांव के निवासी युवक अजेश कुमार पांडेय ने एसपी के जनता दरबार में आवेदन देकर अपने जान-माल की रक्षा की गुहार लगाई है और कहा है कि पिछले छह महीने से हर हफ्ते उसे जान से मार डालने की धमकी मिल रही है।
पहली घटना छह माह पहले 5 अगस्त की है, जब बाइक सवार दो युवकों ने उस पर जानलेवा हमला किया था और जिसकी लिखित सूचना उसने दावथ थाने में दी थी। उसके बाद दिसम्बर महीने तक उसे 30 बार अलग-अलग पांच मोबाइल फोन नम्बरों से धमकी दी गई। बाद में उसने धमकी वाले कई फोन नम्बरों से आने वाली आवाज का आडियो रिकार्ड भी दर्ज किया और पुलिस को सौंपा। तीन साल पहले अगेश कुमार पांडेय के छोटे भाई अनिल कुमार पांडेय की हत्या की गई थी। इस बात की जानकारी भी अजेश कुमार पांडेय ने पुलिस की दी है।
इस संबंध में पुलिस मुख्यालय में परिवाद (संख्या 10, दिनांक 18 जनवरी) दर्ज करने के बाद पुलिस अधीक्षक की ओर से दावथ थाना अध्यक्ष को आवश्यक कार्रवाई कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया है, जिसमें दावथ थाना में दर्ज परिवाद (संख्या 96-2017, दिनांक का जिक्र किया गया है। अगेश पांडये ने अपने छोटे भाई के हत्यारे (अभियुक्त) और अभियुक्त के भाई से संबंधित आपराघिक गतिविधियों का विवरण भी पुलिस अधीक्षक को प्रस्तुत किया है। हालांकि यह सभी जानकारी अगेश कुमार पांडेय ने दावथ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के वक्त भी दी थी।
उधर, रोहतास जिले के डेहरी थाना क्षेत्र में अपराधियों द्वारा सखरा गांव में स्थित रविदास मंदिर के पुजारी प्रवीण दास की गोली मारकर हत्या कर दी गई हत्या के मामले में पुलिस नामदज अभियुक्तों की तलाश कर रही है। हत्या का कारण जमीन का विवाद बताया जा रहा है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुजारी को पहले से धमकी मिल रही थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस के अनुसार सखरा गांव स्थित रविदास मंदिर के पुजारी प्रवीण दास शुक्रवार की सुबह खेत की ओर जा रहे थे कि घात लगाए अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। गोली की आवाज सुनने के बाद घटनास्थल पर ग्रामीण पहुंचे। घायल अवस्था में पुजारी को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया इस हत्या के पीछे जमीन विवाद माना जा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से उनके फोन पर हत्या कर देने की धमकी दी जा ही थी। इस बात की सूचना पुलिस को दी भी गई थी, लेकिन पुलिस ने धमकी पर संज्ञान नहींलिया और यथोचित कार्रवाई नहीं की। पुलिस में पुजारी की पत्नी सुमित्रा देवी के बयान के आधार पर छह लोगों को नामदर्ज अभियुक्त बनाया गया है।
विधायकों की सदस्यता अयोग्य करने की स्वराज पार्टी ने की निंदा
स्वराज पार्टी ने आप के 20 विधानसभा सदस्यों को अयोग्य करार दिए जाने के चुनाव आयोग के फैसले की निंदा की है। स्वराज पार्टी के अध्यक्ष सोम प्रकाश (पूर्व विधायक) की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने यह फैसला विधायकों का पक्ष सुने बगैर केेंद्र सरकार के दबाव में दिया है, जो प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध है। आप ने अपने विधायकों को संसदीय सचिव के रूप में नियुक्त कर रखा था और संसदीय सचिव का पद लाभ का पद नहींहै, क्योंकि इसके एवज में विधायकों को कोई भुगतान नहींकिया गया था। आप सरकार ने इस पद को लाभ के पद के दायरे से बाहर रखे जाने के संबंध में दिल्ली विधानसभा में कानून भी पारित कर रखा है।
नियम के अनुसार, विधायकों को कोई लाभ कापद पर नहींदिया जाएगा और वे ऐसे पद पर नहींरह सकते। इसके बावजूद आम आदमी पार्टी ने अपने 20 विधायकों को संसदीय सचिव बनाया था। हालांकि आप सरकार की ओर से संसदीय सचिव के पद को लाभ के पद से बाहर रखने का बिल (विधेयक) दिल्ली विधानसभा में पारित किया जा चुका है, मगर उस पारित विधेयक को राज्यपाल से मंजूरी नहींमिल सकी है, जिससे वह कानून का रूप नहीं ले सका है।
डेहरी-डालमियानगर नगर परिषद ने किया वित्त पोषण
एक अन्य समाचार के मुताबिक, डेहरी-डालमियानगर परिषद की ओर से केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत लाभार्थी स्वयंसहायता समूह और निर्धन परिवार के लोगों को आर्थिक सहायता (वित्त पोषण) शिविर का आयोजन कर दी गई। नगर परिषद कार्यालय में परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जमाल अख्तर ने माइक्रो लेबल पर हस्तशिल्प व अन्य कारोबार करने वाले एक दर्जन से अधिक स्वयंसहायता समूह को और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत क्रमश: प्रत्येक स्वयंसहायता समूह को दस-दस हजार रुपये व 50 हजार रुपये (प्रथम किस्त) के चेक सौंपे।