डेहरी-आन-सोन-विशेष संवाददाता। जन्म से ही कमजोर मानसिकता वाले बच्चों के व्यवहार , स्वास्थ्य एवं शिक्षा की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत नारायण केयर संकाय की स्थापना की गई है। इसके अंतर्गत मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर बच्चों के शिक्षण प्रशिक्षण एवं शारीरिक विकलांगता को दूर करने के लिए नवीनतम उपकरणों के इंतजाम के साथ-साथ प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। शिशु रोग विशेषज्ञ एवं फिजियोथेरेपी एक्सपर्ट की देखरेख में संचालित हो रहे नारायण केयर में प्रत्येक बच्चे के लिए अलग शिक्षक की व्यवस्था की गई है।
आज नारायण केयर का औपचारिक शुरुआत करते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधीपति गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि आसपास के जिलों में कमजोर बच्चों की देखभाल के लिए कोई केंद्र नहीं था और इसकी कमी से लोगों को परेशानी हो रही थी। इस संकाय के खुल जाने से अब दूर नहीं जाना पड़ेगा।
नारायण केयर के प्रभारी अवनीश रंजन ने बताया कि बोलने में दिक्कत होने, हकलाने, तुतलाने की समस्या के अतिरिक्त मानसिक और शारीरिक रूप से जन्मजात प्रभावित बच्चों के लिए विशेष रूप से यह केंद्र लाभकारी सिद्ध होगा तथा बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा। शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह से समर्पित नारायण केयर इस क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। कार्यक्रम में कुलपति डा. महेन्द्र कुमार सिंह, नारायण मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डा. पुनीत कुमार सिंह, शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डा. मणिकांत कुमार, एनेस्थेशिया के विभागाध्यक्ष डा. हृदय पैरामेडिकल के निदेशक डा. वाई एम सिंह के साथ ही विभिन्न विभागों के शिक्षक गण एवं पैरामेडिकल के छात्र उपस्थित रहे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)