दाउदनगर (औरंगाबाद) – कार्यालय प्रतिनिधि। शहर के शुक बजार वार्ड संख्या 12 स्थित एक हॉल में अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार राज्य परिषद की दो दिवसीय बैठक आयोजित हुई। बैठक की शुरुआत दिल्ली बॉर्डर से लेकर देश के सभी भागों में आंदोलन के क्रम में हुई मौत से सभी शहीद किसानों के दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि देकर हुई। उद्धघाटन करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव सह काराकाट सांसद राजाराम सिंह ने कहा कि आज देश व राज्य में किसानों की स्थिति दयनीय होते जा रही है। बैठक समाप्ति के उपरांत आरा सांसद सुदामा प्रसाद ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि देश व बिहार में बटाईदार किसानों को किसान ही नहीं समझा जाता। बटाईदार किसानों का पूरे देश में रजिस्ट्रेशन होना चाहिए। उन्हें पहचान पत्र दिया जाए। कृषि में लागत के अनुसार उसका न्यूनतम समर्थन मूल्य होना चाहिए। सिंचाई की सुविधाओं को व्यवस्थित किया जाना चाहिए। बड़ी कंपनियों को खुदरा व्यापार से बाहर रखना होगा, तभी चट्टी और कस्बे के व्यवसायी खुशहाल रह सकते हैं। अन्यथा वे बर्बाद हो जाएंगे। सरकार को इस संबंध में नीति बनानी चाहिए। नोटबंदी और कोरोना के बाद आनलाइन मार्केट ने छोटे व्यवसायियों को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र में 30 लाख पद रिक्त है, जिसको भरा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 13 करोड़ निवेशकों का ढाई लाख करोड रुपए सहारा इंडिया के पास है। लोकसभा के शीतकालीन सत्र में नवंबर महीने में एक बार फिर से उठाया जाएगा। यह पोर्टल का खेल नहीं चलेगा। सहारा परिवार के निदेशक और एजेंट गोलबंद हो रहे हैं। हर हाल में निवेशकों को पैसा देना होगा। नेताओं द्वारा कहा गया कि चार कृषि रोड मैप जारी करने वाले नीतीश की सरकार सिंचाई परियोजनाओं को लेकर खामोश रही। इनको छुआ तक नहीं। गंडक नहर प्रणाली, कोसी नहर प्रणाली, सोन नहर प्रणाली, इंद्रपुरी डैम जैसी योजनाओं पर सरकार खामोश रही। जमीनों के लूट हो रही। कृषि भूमि सिकुड़ती जा रही है। यही स्थिति रही तो खाद्यान्न का संकट पैदा होगा। नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचना आवश्यक है। इस अवसर पर राज्य सचिव उमेश सिंह और आरा के सांसद सुदामा प्रसाद ने प्रेस को संबोधित किया। उनके साथ काराकाट के विधायक अरुण सिंह, घोसी विधायक रामबली सिंह यादव, किसान नेता शिवसागर शर्मा, जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह, जिला सचिव कामता प्रसाद यादव, बालेश्वर यादव, बिरजू चौधरी, धर्मेंद्र कुमार, दिनेश राम, राजकुमार भगत और मुनारिक राम उपस्थित रहे।
(रिपोर्ट: ओमप्रकाश कुमार)