जीएनएसयू में तीन दिवसीय योग शिविर शुरू, थानाध्यक्ष निकला इंट्री माफिया गैंग का सरगना
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत तीन दिवसीय योग शिविर का आयोजन जमुहार स्थित गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) में किया गया है। शिविर का शुभारंभ जीएनएसय के कुलपति डा. एमएल वर्मा, नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के प्रार्चाय डा. एसएन सिन्हा, जीएनएसयू के सचिव गोविन्दनारायण सिंह और पतंजलि योग के रोहतास जिला प्रमुख उमा पासवान ने संयुक्त रूप से किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के डा. अमितेश कुमार गुप्ता, डा. नवीन कुमार और नितेश कमार के निर्देशन में इस मौके पर क्विज, स्लोगन प्रतियोगिता और समूह संवाद का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने योग के महत्व को बताया और इसे प्रतिदिन के जीवन के अभ्यास में अपने-अपने शारीरिक सामथ्र्य के अनुसार शामिल करने का आह्वान किया। बताया कि योग से बिना कोई आर्थिक खर्च शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायता मिलती है।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)
थानाध्यक्ष ने बना रखा था वसूली करने वालों का गिरोह, हुआ गिरफ्तार
बारुन (औरंगाबाद)-विशेष प्रतिनिधि। दिल्ली से कोलकाता को जोडऩे वाली जीटी रोड पर स्थित बिहार के सीमांत जिलों कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद में ट्रक वालों से पैसा उगाहने का धंधा दशकों से असली-नकली अधिकारियों के संगठित तंत्र द्वारा बदस्तूर जारी है। इससे अरबों रुपये के राजस्व का चुना सरकारों को लगता है और माफिया गिरोह की हर रोज चांदी कटती है। इस बात को पटना से दिल्ली तक के खाकी और खादी के रूप में ऊंचे-ऊंचे ओहदों पर बैठे लोगों को भी जानकारी है। कहीं से दबाव जब बढ़ता है तो कभी-कभी जांच की कार्रवाई होती है और किसी छोटे अधिकारी की बलि चढ़ती है। डीटीओ के नाम पर ट्रक चालक से पैसे की वसूली करने के आरोप में बारुन थानाध्यक्ष वीरेंद्र पासवान की गिरफ्तारी ऐसा ही नया ताजा मामला है।
औरंगाबाद के एसपी दीपक वर्णवाल के अनुसार, कैमूर पुलिस ने फर्जी डीटीओ बन कर पैसे वसूलने के मामले में मोहनिया थाना क्षेत्र के बेलौड़ी गांव निवासी साजिद अख्तर और चैनपुर के परवेज अंसारी, वसीम अंसारी को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार अभियुक्तों ने इस मामले में औरंगाबाद जिले के बारुन के थानाध्यक्ष शामिल होने की बात बताई, जो पहले कैमूर जिले के मोहनिया और चैनपुर में थानाध्यक्ष थे। जांच में मामला सत्य पाया गया और थानाध्यक्ष को हिरासत में लेकर कैमूर पुलिस को सौंप दिया गया। थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। जांच के लिए औरंगाबाद के एसडीपीओ अनूप कुमार, डीएसपी विजय कुमार सिंह और सर्किल इंस्पेक्टर रवि भूषण की टीम बनाई गई थी। बारुन थाना परिसर में चार दिनों से ट्रक लगा हुआ था और उसकी एंट्री थाना के रिकार्ड में दर्ज नहीं की गई थी और न ही उसकी जानकारी वरीय पुलिस अधिकारी को दी गई थी। पूछताछ में थानाध्यक्ष ने बताया कि ट्रक चोरी का है। मगर यूपी के फतेहपुर के बबलू उर्फ इरशाद खान के ट्रक को अपराधियों से सांठगांठ कर पकड़ रखा गया था और ट्रक के मालिक से ढाई लाख रुपये की मांग की गई थी। ट्रक मालिक ने कैमूर पुलिस के पास शिकायत की।
(रिपोर्ट, तस्वीर : सोनमाटी समाचार टीम)