दहेज और बाल विवाह दोनों हैं अभिशाप, नई पीढ़ी को इनसे मुक्त होने का आह्वान

सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। महिला विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग और अनुमंडल प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में संत पाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के आडिटोरियम में बाल विवाह और दहेज उन्मूलन के राज्यव्यापी अभियान के अंतर्गत विद्यार्थियों का चौपाल कार्यक्रम का आयोजित किया गया। एसडीएम राजकुमार गुप्ता ने कहा कि दहेज और बाल विवाह दोनों ही समाज के लिए कलंक, परिवार के लिए घातक और देश के विकास के अवरोध हैं। यह समाज द्वारा पैदा किया गया अभिशाप है, जिसका दुष्परिणाम समाज के ही अगली पीढ़ी को भुगतना पड़ता है। इससे मुक्त होने के लिए सभी को कृतसंकल्पित होना होगा। संतपाल विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा ने बाल विवाह और दहेज उन्मूलन के लिए कई उपाय सुझाते हुए इन कुरीतियों को हर हाल में खत्म करने का आह्वान किया।
चौपाल कार्यक्रम में विद्यालय के छठवीं से नौवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। वर्ग छह की जिया सिंह, सातवीं की कृतिका सुहानी, तमीशा, अमन कुमार, मयंक प्रकाश, ध्रुव राज, आठवीं की माही कौर, अंकित राज, नौवीं की तनिष्क रावल, आर्ची राज, सक्षम जयसवाल, रोहिन वर्मा, अभिषेक अर्जुन, आदित्य गुप्ता, ऋषभ श्रीवास्तव, आदित्य सिन्हा ने बाल विवाह और दहेज के विरोध में अपने-अपने निबंध और संभाषण का वाचन किया। इनके दंश का शिकार होने वाली बहुओं की व्यथा को अपने शब्दों में व्यक्त किया। दहेज के लोभ में कहीं न कहीं दहेज के खातिर नवविवाहिता की हत्या तक कर दी जाती है। बाल विवाह जिंदगी से खिलवाड़ है। चौपाल कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के शिक्षक सह मीडिया प्रभारी अर्जुन कुमार ने किया। अंत में विद्यालय की प्राचार्य आराधना वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ऋचा प्रियदर्शी सिंह, आरजी तिवारी, सुमिता आईंच, श्वेता कश्यप, विनीता श्रीवास्तव, अनुज भारद्वाज, अभिमन्यु सिंह ने चौपाल कार्यक्रम के संयोजन में सहयोग किया। राष्ट्रगान जन-गण-मन से चौपाल कार्यक्रम का समापन हुआ।
(रिपोर्ट और तस्वीर : अर्जुन कुमार)

 

सासाराम में समर्पण हास्टिपल का लोकार्पण

सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। ख्यात चिकित्सक डा. कमलेश कुमार सिंह और स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. अमृता वर्मा ने अपने अस्पताल का लोकार्पण किया। यह लोकार्पण अपनी बेटी अहाना सिंह के जन्मदिन पर किया गया। अस्पताल का नाम समर्पण हास्पिटल रखा गया है। चिकित्सा के आधुनिक उपकरण, परीक्षणशाला, तनकीकी-परिचारक मानव संसाधन से लैस यह अस्पताल करीब एक बीघा में विस्तृत है। इसके बेसमेंट (नीचले आधार तल) में कार पार्किंग की और ऊपर के चार तल्लों में अलग-अलग रोगों के जांच, उपचार की व्यवस्था है। चारों तल्ल लिफ्ट के जरिये जुड़े हुए हैं।

 

 

  • Related Posts

    डेहरी-डालमियानगर नगरपरिषद की सशक्त स्थायी समिति की बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

    डेहरी-आन-सोन (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि।  डेहरी-डालमियानगर नगरपरिषद सभागार में बुधवार को मुख्य पार्षद शशि कुमारी की अध्यक्षता में सशक्त स्थायी समिति की बैठक हुई, जिसमे शहर के सौंदर्याकरण, रोशनी के लिए…

    एमआईबी ने बुलाई डिजिटल मीडिया एसआरबी की बैठक, डब्ल्यूजेएआई ने दिए अहम सुझाव

    नई दिल्ली – कार्यालय प्रतिनिधि। सूचना प्रसारण मंत्रालय द्वारा नेशनल ब्रॉडकास्टिंग पॉलिसी 2024 लाने के संबंध में नई दिल्ली के शास्त्री भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक की गई। बैठक में…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    सायंस कालेज में दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी सह जागरूकता कार्यक्रम का पटना विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया उद्घाटन

    सायंस कालेज में दो दिवसीय फोटो प्रदर्शनी सह जागरूकता कार्यक्रम का पटना विश्वविद्यालय के कुलपति ने किया उद्घाटन

    डेहरी-डालमियानगर नगरपरिषद की सशक्त स्थायी समिति की बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

    डेहरी-डालमियानगर नगरपरिषद की सशक्त स्थायी समिति की बैठक, कई मुद्दों पर हुई चर्चा

    संभावनाओं के द्वार खोलती है पंकज साहा की लघुकथाएं : सिद्धेश्वर

    संभावनाओं के द्वार खोलती है पंकज साहा की लघुकथाएं : सिद्धेश्वर

    एमआईबी ने बुलाई डिजिटल मीडिया एसआरबी की बैठक, डब्ल्यूजेएआई ने दिए अहम सुझाव

    एमआईबी ने बुलाई डिजिटल मीडिया एसआरबी की बैठक, डब्ल्यूजेएआई ने दिए अहम सुझाव

    केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र पटना द्वारा वैशाली जिले में दो दिवसीय आईपीएम ओरियंटेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

    केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र पटना द्वारा वैशाली जिले में दो दिवसीय आईपीएम ओरियंटेशन प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

    बिहार की राजनीति जाती पर नहीं विकास के आधार पर होनी चाहिए: भगवान सिंह कुशवाहा

    बिहार की राजनीति जाती पर नहीं विकास के आधार पर होनी चाहिए: भगवान सिंह कुशवाहा