सोनमाटी के न्यूज पोर्टल पर आपका स्वागत है   Click to listen highlighted text! सोनमाटी के न्यूज पोर्टल पर आपका स्वागत है
देशराज्यसमाचारसोनमाटी एक्सक्लूसिव

बिहार में दूसरे राज्यों से आ रही शराब

sonemattee.com ने किया था तस्करी तंत्र का खुलासा, 5 की मौत के बाद सियासी हलचल, धंधेबाज अपना रहे नए तरीके, ग्रामीण इलाकों में बन रही जहरीली शराब, पुलिस की मिलीभगत का आरोप
रोहतास (बिहार) -सोनमाटी समाचार। रोहतास जिले के दनवार में अवैध शराब पीने से 5 लोगों की मौत के बाद राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी को फ्लाप करार दिया है और कहा है कि अब घर-घर में शराब पहुंच रहा है, तस्करी के जरिये होम डिलिवरी हो रही है। प्रदेश में बाहर से ट्रक के ट्रक शराब आ रही है। पुलिस वाले मालामाल हो रहे हैं। जिन तक तस्करी की शराब नहीं पहुंच रही है या जो तस्करी की महंगी शराब नहीं खरीद सकते, वे गांव-देहात में बनने वाली जहरीली शराब पी रहे हैं।

महंगी दरों पर  उपलब्ध
बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा है कि पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी विफलता को नहीं छिपा सकते हैं। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद फर्क यह हुआ है कि शराब महंगी दरों पर उपलब्ध है, राज्य को राजस्व का नुकसान हुआ है। नीतीश कुमार ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी इसलिए लागू की है कि वे इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाकर देश भर में घूम सकें।
घटना के बाद रोहतास के एसपी ने एसएचओ सहित एक दर्जन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया? ग्रामीणों का आरोप है कि जिले में अवैध शराब का धंधा पुलिस की मिलीभगत से ही फल-फूल रहा है।

कड़े कदम का दावा, चोरी-छिपे बन रही शराब
राज्य में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद चोरी-छिपे शराब बनाकर बेची जा रही है और बाहर से तस्करी की शराब भी आ रही है। हालांकि अवैध शराब के कारोबार से निपटने के लिए राज्य सरकार, प्रशासन ने कड़े कदम उठाने का दावा किया है और समाज के जागरुक लोग भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। दनवार की घटना के बाद पुलिस ने राज्य में विभिन्न जगहों पर छापामारी कर देसी शराब भट्ठियों को नष्ट करने, इस धंधे में लिप्त लोगों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की है। पालीगंज में तो शराब माफिया गिरोह के लोगों ने पुलिस टीम हमला भी किया, जिसमें डीएसपी समेत 3 जवानों को चोट लगी।
सोनमाटीडाटकाम ने पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद दूसरे राज्यों से होने वाली शराब की तस्करी के तंत्र का खुलासा किया था। उस रिपोर्ट में यह बताया गया था कि राज्य में विदेशी शराब की खेप झारखंड व उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से आ रही है। शराब की अवैध होम डिलीवरी के लिए कोडवर्ड का इस्तेमाल हो रहा है और धंधेबाज एस्कार्ट कर शराब लदे वाहनों को ला रहे हैं।

 महुआ शराब के अवैध धंधे में महिलाएं भी

हसपुरा प्रखंड की दो महिलाओं की गिरफ्तारी इस बात का भी सबूत है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं भी महुआ की शराब चुलाने के अवैध काम में जुटी हुई हैं। इस काले धंधे में बड़ी संख्या में युवा शामिल हंै। इस अवैध धंधे में चार-पांच सौ रुपये की रेट वाली शराब की कीमत 12-15 सौ रुपये तक वसूल की जा रही है। ज्यादा कमाई की लालच व शराब की मांग के कारण ही जेल जाने के बावजूद वहां से छूटकर आने के बाद धंधेबाज फिर इस धंधे में जुट जाते हैं।

पूर्ण शराबबंदी कानून के लागू  होने के डेढ़ साल बाद भी शराब पीने के कारण लोगों की मौत की घटना ने सरकार व प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।  कार्रवाई के साथ-साथ नीति व नीयत के मुद्दे पर भी मंथन की आवश्यकता है> हालांकि दनवार की घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबंदी और अवैध शराब के विरुद्ध कार्रवाई की नियमित मानीटरिंग कर रहे हैं।

केेंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने दनवार गांव की घटना के बाद वहां पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया और कहा कि नशीली चीज स्वास्थ्य के लिए कितनी खतरनाक और जानलेवा हो सकती है, इसका उदाहरण दनवार की घटना है। पुलिस की उदासीनता भी इस घटना का एक पहलू है।

जबकि पूर्व केेंद्रीय मंत्री डा. कांति सिंह ने कहा कि अत्यंत दुखद घटना है, पर यह शराबबंदी कानून की विफलता का परिचायक है। यदि दनवार गांव के लोगों की शिकायत पर होम डिलीवरी बंद करा दी गई होती तो यह घटना नहींहोती।

शराबबंदी के लिए अब पुलिस यूनिट

दनवार कांड के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिहार राज्य पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को शराबबंदी के लिए अलग पुलिस यूनिट गठित करने का प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा है। इस यूनिट को सीआईडी की तरह शराबबंदी से जुड़े मामलों के अनुसंधान व मानीटरिंग का अधिकार होगा और इस यूनिट के अधिकारी राज्य में कहींभी छापेमारी के लिए अधिकृत होंगे। इस यूनिट में आईजी के नेतृत्व में तीन डीएसपी, 10 इंस्पेक्टर और 10 सब इंस्पेक्टर कार्य करेंगे, जिसके कंट्रोल को जिला पुलिस रिपोर्ट करेगी।

( देखें औरंगाबाद से मिथिलेश कुमार दीपक की विस्तृत रिपोर्ट- 08 सितंबर sonemattee.com में)।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Click to listen highlighted text!