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शिक्षासमाचार

स्कूलों में कोविड-19 प्रोटोकाल अपरिहार्य/ एनएमसीएच में वर्चुअल प्रशिक्षण/ दाउदनगर से वेबसाइट शुरू

(डा. एसपी वर्मा, रोहित वर्मा और अन्य)

माता-पिता की सहमति जरूरी : डा. वर्मा

सासाराम (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री डा. एसपी वर्मा ने 9वींसे 12वींतक के विद्यार्थियों के लिए विद्यालयों में आने, उनके शंका समाधान करने संबंधी राज्य सरकार के फैसले पर चर्चा करते हुए विद्यालय संचालकों से कहा कि कोरोना प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन करना जरूरी है। बताया कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए 28 सितम्बर से विद्यालयों को खोलने की सशर्त अनुमति दी गई है। विद्यार्थियों को विद्यालय परिसर में उपस्थिति होने के लिए माता-पिता या अन्य वैधानिक अभिभावक की सहमति अनिवार्य है। विद्यार्थियों-शिक्षकों को 6 फीट की दूरी पर रहकर मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करना होगा। डा. वर्मा ने जानकारी दी कि कक्षा नर्सरी से आठवीं तक के विद्यार्थियों की पढ़ाई आनलाइन ही होगी। एसोसिएशन के रोहतास जिला अध्यक्ष रोहित वर्मा ने बताया कि सरकार के निर्देश की जानकारी देने और इस पर विस्तृत चर्चा के लिए सभी 19 प्रखंड अध्यक्षों की बैठक 24 सितम्बर को संतपाल स्कूल मेेंंं बुलाई गई है। शिक्षा विभाग के निर्णय का स्वागत रोहतास जिला उपाध्यक्ष सुभाष कुमार कुशवाहा, जिला सचिव समरेंद्र कुमार, सह सचिव संग्राम कांत, जिला महामंत्री अनिल कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष कुमार विकास प्रकाश, जिला संयोजक धनेन्द्र कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी दुर्गेश पटेल सहित सभी 19 प्रखंडों के अध्यक्षों-सचिवों ने किया है।

दो दिवसीय पाठ्यक्रम परिवर्तन कार्यशाला

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-विशेष संवाददाता। भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा चिकित्सा शिक्षा में हुए बदलाव के मद्देनजर जमुहार स्थित नारायण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (एनएमसीएच) में चिकित्सा शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण की वर्चुअल कार्यशाला श्रीअरविंद चिकित्सा महाविद्यालय एवं स्नातकोत्तर इंस्टीट्यूट (इंदौर क्षेत्रीय केंद्र) के तत्वावधान में संपन्न हुई। यह बिहार में होने वाला सबसे पहला करिकुलम इंप्लिमेंटेशन सपोर्ट प्रोग्राम था, जिसमें एमबीबीएस के सिलेबस में किए गए बदलाव की जानकारी दी गई। मेडिकल एजुकेशन यूनिट कोआर्डिनेटर डा. पुनीत कुमार सिंह, डा. शंभू प्रसाद, डा. मुकेश कुमार, डा. राणा प्रताप, डा. अनिमेष गुप्ता ने समन्वय किया। समापन में संस्थान के सचिव गोविंदनारायण सिंह, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रमनारायण सिंह उपस्थित थे।

प्रस्तुति और सामग्री से बनेगी पहचान : विकास वैभव

(विकास वैभव)

दाउदनगर (औरंगाबाद)-कार्यालय प्रतिनिधि। एंटी टेररिस्ट स्क्वायड पुलिस के डीआईजी विकास वैभव (पटना मुख्यालय) ने बिहार के दाउदनगर (औरंगाबाद) से वेबपोर्टल उपेंद्रकश्यपडाटकाम का जूम ऐप पर वर्चुअल लोकार्पण किया गया, जिसमें पत्रकारिता, लेखन, फिल्म, कला जगत, प्रशासन के वरिष्ठ हस्ताक्षरों ने आनलाइन अनुभव साझा किए। अपने संबोधन में विकास वैभव ने कहा कि विषयवस्तु की रचनात्मक-कलात्मक प्रस्तुति और गहनता-विविधता से ही किसी मीडिया मंच की पहचान बनती है। देश-प्रदेश में विषय केेंद्रित गंभीर लेखन करने वाले हैं, जिन्हें अपने अनुकूल मंच की तलाश होती है और आशा है कि ऐसे विशेषज्ञ लेखकों का सहकार मिलेगा।
अलग होगी वेबसाइट : पटना से फिल्म समीक्षक और वरिष्ठ साहित्यकार डा. कुमार विमलेंदु सिंह ने कहा कि बिहार की धरती सृजनात्मकता के विभिन्न क्षेत्रों में उर्वर रही है। आशा है, इस वेबसाइट पर सामान्य पत्र-पत्रिकाओं से अलग गंभीर लेखन, साहित्य, शोधपरक आलेखों की जगह होगी। चेन्नई से लेखक महेंद्र कुमार ने कहा कि कि छोटे से शहर से ऊंचे ख्याल के साथ वेबसाइट की कल्पना की गई है, जिससे स्थानीय इतिहास, साहित्य, संस्कृति, समाज, राजनीति से जुड़ी सामग्री होगी।
तलवार की धार पर चलने का अभ्यास है पत्रकारिता : बिहार के सोन अंचल के डेहरी-आन-सोन केेंद्रित सोनमाटी मीडिया समूह के संपादक कृष्ण किसलय ने कहा कि पत्रकारिता तलवार की धार पर अभ्यास से संतुलन बनाकर चलने जैसा कार्य है। यह श्रम साध्य और गहन मेधा का क्षेत्र है, जिससे जुडऩे के लिए न्यूनतम व्यक्तिगत अपेक्षा-पूर्ति पहली शर्त है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय वेबसाइट युग होगा, क्योंकि अखबारों का पारंपरिक प्रिंट स्वरूप बदलते समय-परिस्थिति में संकुचित होती उत्तरजीविता के कारण कुछ दशकों में लुप्त हो जाएगा। तकनीक उन्मेष से भविष्य में डिजिटल मीडिया का रूप भी बदलेगा, मगर कंटेंट (सामग्री) और प्रस्तुति का नजरिया तब भी महत्वपूर्ण बना रहेगा।
एक बढिय़ा मंच : डाक्यूमेंट्री फिल्मकार, निर्देशक और यू-ट्यूब मीडिया चैनल के संचालक धर्मवीर भारती ने कहा कि दाउदनगर को एक बढिय़ा मंच मिला है। लिखने वालों को अवसर सुलभ होगा, जिसमें गंभीरता और विश्वसनीयता की कसौटी कायम रहेगी। आइडिया फार इंडिया (हिंदी अनुभाग) के ऋषभ महेंद्र ने कहा कि टीआरपी की रेलमपेल में टीवी मीडिया से ठोस और खास सामग्री की अपेक्षा नहीं की जा सकती। सामाजिक कार्यकर्ता रजनीश कुमार ने कहा कि दाउदनगर से स्थानीयता की पहचान वाली वेबसाइट की जरूरत थी। युवा कवि अभिषेक अभ्यागत ने भी युवाओं और क्षेत्रीय प्रतिभाओं को मंच मिलने की अपेक्षा की। नव ज्योति शिक्षा निकेतन के निदेशक नीरज गुप्ता ने कहा कि यह पहल स्थानीयता के हिसाब से काबिलेतारीफ है। रिजवान अख्तर ने कहा कि यह दाउदनगर, औरंगाबाद और आसपास के इलाके का गूगल बनेगा। सतीश पाठक ने कहा कि वेबसाइट से शोधपरक जानकारी मिलने की उम्मीद है।

(उपेन्द्र कश्यप)

सोनमाटी मीडिया समूह के प्रबंध संपादक निशांत राज, ऋषिकेश नारायण सिंह, दिनेश कुमार, आर्य अमर केशरी भी वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम में जूम ऐप के जरिये शामिल हुए। आरंभ में नवारंभ वेबसाइट (उपेन्द्रकश्यपडाटकाम) के संचालक-स्वत्वाधिकारी उपेन्द्र कश्यप ने सभी का स्वागत और अंत में कृष्ण किसलय ने धन्यवाद-ज्ञापन किया।

रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज

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