सामाजिक अलगाव से कोराना के प्रसार में 89 फीसदी तक हो सकती है कमी
पटना/डेहरी-आन-सोन/सासाराम (सोनमाटी टीम)। कोराना से आरंभिक बचाव के लिए रोहतास जिला के जमुहार स्थित गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) के अंतर्गत संचालित नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के सचिव गोविन्दनारायण सिंह और त्रिविक्रमणनारायण सिंह ने बताया है कि इस अस्पताल में अलग सेनेटाइज्ड आइसोलेटेड वार्ड बनाया गया है और संदिग्ध मरीजों का खून का नमूना संग्रह कर जांच के लिए संबंधित प्रयोगशाला में भेजने की व्यवस्था की गई है। यहां जीएनएसयू के परिसर में रहने वाले चिकित्सकों और चिकित्सा सहायकों की टीम अपने परिवार से अलग रहकर दिन-रात कोराना से संबंधित चिकित्सा और एहतियात कार्य के प्रति समर्पित होकर कार्य कर रही है। उधर, रोहतास जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने अपना-अपना कंट्रोल रूम बनाया है, जिनका फोन नम्बर क्रमश: 06184-227105 और 06184-226039 है। डेहरी-आन-सोन के चिकित्सकों वरिष्ठ सर्जन डा. सुनील बोस, स्त्रीरोग विशेषज्ञ डा. रागिनी सिन्हा, विशेषज्ञ मनोचिकित्सक डा. उदय कुमार सिन्हा, हृदय रोग विशेषज्ञ डा. श्यामबिहारी प्रसाद, डा. मालिनी राय, डा. अभिषेक सिद्धार्थ ने विश्व स्वास्थ्य संगठन और इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च के हवाले से बताया है कि कोविड-19 यानी कोरोना वायरस ऐसी वैश्विक महामारी है, जिसमें इसे फैलाने वाले को ही बचाना है। क्योंकि यह जंतु या वनस्पति से नहींबल्कि आदमी से आदमी में स्थानांतरित होता है और इससे ग्रसित व्यक्ति में इसके लक्षण के प्रकट होने में 14 दिनों का समय लग सकता है। इसकी कोई दवा अभी ईजाद नहींहुई है और यह महामारी अनुमान से अधिक व्यापक होता जा रहा है। देश-प्रदेश के अस्पतालों में आबादी के मुकाबले सैनिटाइज्ड आइसोलेशन वार्ड नहींके बराबर हैं। इसलिए सामाजिक अलगाव (सोशल डिस्टेन्स) ही इससे बचाव का उपाय है। सुपर कंप्यूटर माडल जो गणना की गई है, उसका एक निष्कर्ष यह है कि सामाजिक अलगाव से इसके प्रसार में 60 से 89 फीसदी की कमी हो सकती है।
मदद को आ रहे आगे : जीएनएसयू के कुलाधिपति राज्यसभा सांसद गोपालनारायण सिंह, काराकाट के सांसद महाबलि सिंह, विधायक सत्यनारायण सिंह यादव, चित्रगुप्त समाज कल्याण ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. उदय सिन्हा, कोषाध्यक्ष राजीव रंजन (सनबीम स्कूल), प्रवक्ता कृष्ण किसलय (वरिष्ठ पत्रकार विज्ञान लेखक), मोहिनी समूह के निदेशक उदय शंकर, डालमियानगर रोहतास इंडस्ट्रीज के प्रभारी अधिकारी एआर वर्मा, कारपोरेट कन्सलटेन्ट अरुणकुमार गुप्ता, सोन कला केन्द्र के अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्वतव,भाजपा के वरिष्ठ युवा नेता बबल कश्यप, अकोढ़ीगोला प्रखंड से जिला परिषद सदस्य नीतू सिंह, युवा समाजसेवी सोनू सिंह आदि ने प्रधानमंत्री के 14 अप्रैल तक के लाकडाउन के निर्देश का पूरी गंभीरता से पालन करने का आग्रह किया है। महाबलि सिंह ने सांसद निधि से कोरोना नियंत्रण के मद में एक करोड़ रुपये खर्च करने की अनुमति रोहतास और औरंगाबाद के जिला योजना पदाधिकारियों को दी है। सोनू सिंह ने 1 लाख 51 हजार रुपये, नीतू सिंह ने एक साल का वेतन, जेपी स्वतंत्रता सेनानी प्रो. बलराम मिश्र ने पांच माह का पेंशन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है।
(रिपोर्ट/तस्वीर : भूपेन्द्रनारायण सिंह/निशांत राज)
विषाणु-युद्ध के अग्रिम मोर्चा पर लडऩे वाले वीरों को सासाराम लायंस क्लब का सैल्यूट
सासाराम (सोनमाटी संवाददाता)। इस खतरे के वक्ता में इस अग्निपरीक्षा की घड़ी में जब सभी अपनों के बीच घर में समय बीता रहे हैं, वहींप्रशासन के अधिकारी और सुरक्षाकर्मी चौक-चौराहों पर सबकी सुरक्षा के लिए भूखा-प्यासा रहकर भी अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। चिकित्सक और चिकित्साकर्मी अपने दायित्व वहन में तत्पर हैं। हम लायंस क्लब की ओर से विषाणु-युद्ध के अग्रिम मोर्चा के ऐसे वीरों को सैल्यूट करते हैं। इस करुणा-संदेश के साथ लायंस क्लब आफ सासाराम ने शहर के विभिन्न पोस्टों पर तैनात प्रशासन के अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के लिए 14 अप्रैल तक सुबह-शाम की चाय-बिस्कुट-समोसा का अल्पाहार देने का अभियान शुरू किया है, ताकि वे अपने पोस्ट पर ही बने रहें। इसके लिए लायंस क्लब आफ सासाराम ने जिला प्रशासन से आग्रह किया तो प्रशासन ने स्वीकार किया और अनुमति दी। इस मुहिम में 26 मार्च को लायंस क्लब आफ सासाराम के संरक्षक डा. एसपी वर्मा की अगुवाई में अध्यक्ष रोहित वर्मा, सचिव अभिषेककुमार राय, कोषाध्यक्ष दीपककुमार वर्मा, पीआरओ गौतम कुमार, चेयरमैन (मेम्बरशीप) डा. दिनेश शर्मा, डा. जावेद अख्तर, डा. मिराजुल इस्लाम, डा. गिरीश मिश्रा, डा. विजय कुमार, डा. सरोज कुमार, डा. केपी सिंह, रजनीश कुमार पाठक, विवेक जयसवाल, सुभाष कुमार कुशवाहा,अक्षय कुमार, मार्कण्डेय प्रसाद, राकेशरंजन मिश्र, विजीत कुमार बंधुल, कृष्ण कुमार, किशोरकुमार कमल, पवन कुमार प्रिय, रजनीश पाठक, समरेंद्र कुमार, अरविंद भारती, अंजनी कुमार राय, कुमार विकास प्रकाश आदि शामिल थे। (रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार)
लोग हों संवेदनशील
इस वैश्विक खतरे के प्रति सबको संवेदनशील होना होगा। प्रशासन की चेतावनी के बावजूद लोग सासाराम की सड़कों, गलियों में घूमते-खरीददारी करते देखे जा रहे हैं। सरकार ने प्रशासन को लाकडाउन को लागू कराने की जिम्मेदारी सौंप रखी है। इसीलिए जिलाधिकारी पंकज दिक्षित, एसडीएम राजकुमार गुप्ता और नगर परिषद के अधिकारी सड़क पर उतरकर यह अपील करते देखे गए कि बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें। सामाजिक अलगाव ही इस महामारी से निबटने का उपाय है। मगर सोचनीय बात यह भी है कि दिहाड़ी पर काम करनेवाले मजदूरों और उनके परिजनों की सुध कौन लेगा? ठेले पर पकौड़ी, चाय, समोसा, चाट आदि बेचकर परिवार का भरण-पोषण करने वालों के लिए लाकडाउन ने संकट में डाल रखा है। इसी तरह कुछ बड़े निजी विद्यालयों को छोड़ शेष सभी निजी विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं की स्थिति भी दयनीय है। जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं की वार्षिक आय ढाई लाख से कम हैं, उनके परिजनों के भरण-पोषण के लिए भी सरकार दस हजार रुपये और एक माह का राशन मुफ्त दे। प्राइवेट स्कूल्स चिल्ड्रेन वेल्फेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद समाइल अहमद और बिहार प्रदेश महामंत्री डा. एसपी वर्मा और न्यू चिल्ड्रेन वेल्फेयर एसोसिएशन को इस दिशा में पहल करनी चाहिए। (अर्जुन कुमार, शिक्षक-पत्रकार, सासाराम)