दूर पहाड़ तक बिना अतिरिक्त शुल्क पहुंच रही रसोई गैस/

मोहिनी : पर्वतीय इलाके में कोरोना योद्धा का कार्य

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। तेल कंपनियों के उत्पाद-निर्माण के आपूर्ति केेंद्र से दूरी के बढऩे के कारण कीमत बढ़ जाती हैं, मगरइंडियन आयल की रसोई गैस की वितरक एजेंसी मोहिनी इंटरप्राइजेज ने सौ किलोमीटर दूर तक चुटिया, नौहट्टा के कैमूर पठार की तलहटी तक गैस सिलेंडर पहुंचाने के बावजूद हैंडलिंग (ढुलाई चार्ज) नहींले रही है। कोविड-19 महामारी के समय में बेशक मोहिनी इंटरप्राइजेज सही अर्थ में कोरोना योद्धा की भूमिका में है। इसके साथ ही रसोई गैस वितरक यह अग्रणी एजेंसी कोरोना काल के बावजूद स्मोकलेस विलेज (धुंआरहित गांव) बनाने के राष्ट्रीय दायित्व के प्रति कटिबद्ध है। यह पूरे बिहार की रसोई गैस वितरक एजेंसियों में एकमात्र पहल है। आयल कंपनी ने रसोई गैस के 14.2 किलो सिलेंडर की अगस्त माह की कीमत 693 रुपये निर्धारित कर रखी है। हाकर द्वारा इससे ज्यादा कीमत मांगने पर उपभोक्ता शिकायत कर सकते हैं, जिसके लिए मोहिनी इंटरप्राइजेज ने अपने कार्यालय और ढुलाई वाहन पर चार मोबाइल फोन नंबर प्रचारित कर रखे हैं।

पहाड़ी गांवों में धुंआमुक्त स्वस्थ जिंदगी बना रही उज्जवला :

मोहिनी इंटरप्राइजेज के संचालक निदेशक उदय शंकर ने सोनमाटीडाटकाम को बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना सभी जाति और वर्ग के बीपीएल कार्डधारक परिवार की महिलाओं के लिए है, जिसका उद्देश्य वंचित परिवार की महिलाओं की जिंदगी को धुंआमुक्त बनाना है। लकड़ी के चूल्हे के बदले रसोई गैस का उपयोग भोजन के मनोनुकूल स्वाद और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद तो है ही, इससे श्रम-समय की बचत भी होती है, जिसका उपयोग श्रमिक महिलाएं अन्य कार्य के लिए कर सकती हैं। उदय शंकर के अनुसार, बेशक इसके पीछे व्यावसायिक विस्तार की बात है, मगर वास्तव में सोच यह भी है कि आवागमन के साधन की किल्लत के कारण पर्वतीय इलाके के गरीब, वंचित, आदिवासी परिवार की महिलाएं कोरोना काल में महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का लाभ अपने घर के दरवाजे के करीब उठा सकेें। दूर ग्रामीण, पहाड़ी इलाके में रसोई गैस पहुंचाकर हैंडलिंग चार्ज के नाम पर कोई छुपी कीमत नहीं ली जा रही है।

किसी के लिए भी एफटीएल : उदय शंकर

उदय शंकर ने बताया कि फ्री ट्रेड एलपीजी (एफटीएल) के तहत 05 किलो सिलेंडर में रसोई गैस मोहिनी इंटरप्राइजेज के कार्यालय परिसर में 24 घंटा, सातों दिन उपलब्ध कराया जा रहा है। शुद्ध वजन और सुरक्षित उपयोग की वजह से विद्यार्थियों, श्रमिकों, खानाबदोशों, ठेला-खोमचा वालों आदि के लिए यह अधिक उपयोगी है। इस गैस सिलेंडर को कोई भी, कभी भी बिना रसोई गैस कनेक्शन कार्डधारक भी खरीद सकता है।

रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज, कार्यालय प्रतिनिधि

  • Related Posts

    धान-परती भूमि में रबी फसल उत्पादन हेतु उन्नत तकनीक की जानकारी दी गई

    पटना – कार्यालय प्रतिनिधि। धान-परती भूमि में सिंचाई व नमी की कमी के कारण फसल उत्पादन में समस्या आती है। साथ ही, पर्याप्त दलहन एवं तिलहन की अल्पावधि किस्मों की…

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    डेहरी-आन-सोन  (रोहतास) विशेष संवाददाता। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित नारायण कृषि विज्ञान संस्थान के पादप रोग विभाग द्वारा सात दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम का सकुशल समापन आज किया गया।…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

    You Missed

    धान-परती भूमि में रबी फसल उत्पादन हेतु उन्नत तकनीक की जानकारी दी गई

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    नारायण कृषि विज्ञान संस्थान में आयोजित किया गया मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण

    लोजपा (आर) की बैठक, आगामी चुनाव योजना पर हुई चर्चा

    उद्यमी योजना के लाभुकों को दिया गया प्रथम व द्वितीय किस्तों की राशि व प्रशस्ति पत्र

    उद्यमी योजना के लाभुकों को दिया गया प्रथम व द्वितीय किस्तों की राशि व प्रशस्ति पत्र

    उन्नत बकरी पालन किसानों की आजीविका का आधार : डॉ. अनुप दास

    उन्नत कृषि तकनीक द्वारा धान-परती भूमि प्रबंधन

    उन्नत कृषि तकनीक द्वारा धान-परती भूमि प्रबंधन