डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। प्रेस क्लब, डेहरी-आन-सोन की ओर से निर्धन विद्यार्थी पाठ्य सामग्री वितरण योजना के तहत विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 25 निर्धन स्कूली बच्चों को एक-एक हजार रुपये का चेक दिया गया। बच्चों को चेक रमारानी हाई स्कूल के निकट स्थित अंबिकानगर में अरविंद एकेडमी परिसर में आयोजित सादे समारोह में अनुमंडलाधिकारी गौतम कुमार ने प्रदान किया।
वरिष्ठ पत्रकार कृष्ण किसलय, उपेन्द्र मिश्र, जगनारायण पांडेय ने भी बच्चों को चेक प्रदान किया।
कमजोर तबके की चिंता स्वागत योग्य : गौतम कुमार
चेक वितरित करने के बाद अपने संबोधन में अनुमंडलाधिकारी गौतम कुमार ने कहा कि प्रेस क्लब जैसे संगठन द्वारा समाज के सबसे कमजोर तबके की शिक्षा की चिंता और इसमें प्रतीकात्मक योगदान स्वागत योग्य है। समाज के सामथ्र्यवान तबके को इस दिशा में आगे बढ़कर जरूरतमंद कमजोर तबके की हर संभव सहायता करनी चाहिए।
उन्होंने बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण के प्रति चिंता जताते हुए कहा कि जिस तरह प्राकृतिक संसाधन सीमित होता जा रहा है और आबादी बढ़ती जा रही है, उस हालत में आने वाले दशकों में समाज के गरीब कमजोर तबके को पर्यावरण संकट की मार सबसे अधिक झेलनी पड़ेगी।
पर्यावरण पर प्लास्टिक प्रदूषण अब नया खतरा : कृष्ण किसलय
सोनमाटी मीडिया समूह के संपादक कृष्ण किसलय ने कहा कि पहले वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, फिर मृदा (खेत की मिट्टी) प्रदूषण और अब प्लास्टिक प्रदूषण विश्व समुदाय के सामने सबसे बड़े खतरे के रूप में उपस्थित हुआ है। 85 साल पहले प्लास्टिक का आविष्कर होने के कुछ दशकों बाद ही इसका व्यावसायिक उत्पादन आरंभ हुआ और आज यह गरीब के धनी सभी तबके के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। मगर इसका कचरा (कबाड़) प्रदूषण का बड़ा कारण बन गया है, क्योंकि इसका विघटन (क्षरण) सैकड़ों सालों होता है। इसीलिए इस बार विश्व पर्यावरण दिवस पर पेड़-पौधे के बचाने के साथ पूरी दुनिया में प्लास्टिक विरोधी मुहिम का आह्वान किया गया।
कृषि मंत्री के सरकारी मद से उपलब्ध हुआ चेक
प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय कुमार ने कार्यक्रम का संचालन और प्रेस क्लब के संरक्षक मदन प्रसाद ने अंत में धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रेस क्लब के सचिव विकास चंदन, वरिष्ठ सदस्य सुरेंद्र तिवारी, कमलेशकुमार मिश्र और अन्य सदस्यों ने इस कार्यक्रम के संयोजन में सहयोग किया।प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय कुमार के अनुसार, लक्ष्य सौ अति निर्धन परिवार के बच्चों को पाठ्यसामग्री वितरण का है।
चेक के रूप में आर्थिक सहायता बिहार के कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार द्वारा उनके सरकारी मद से उपलब्ध कराई गई, जिसकी घोषणा उन्होंने अक्टूबर में पाठ्य सामग्री वितरण सह पत्रकार सम्मान समारोह में की थी। उस समारोह में डा. प्रेम कुमार और केेंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने छात्र-छात्राओं को पाठ्य सामग्री प्रदान करने के साथ पांच वरिष्ठ पत्रकारों कृष्ण किसलय, उपेन्द्र मिश्र, जगनारायण पांडेय, चंद्रगुप्त मेहरा एवं ददन पांडेय को पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके आजीवन योगदान के लिए प्रेस क्लब लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया था।
(वेब रिपोर्ट : निशांत कुमार, तस्वीर : जयप्रकाश मौर्य, रवि कुमार)
विवेकानंद स्कूल का वृक्षारोपण अभियान चार जुलाई से
दाउदनगर (औरंगाबाद)-सोनमाटी संवाददाता। पर्यावरण दिवस पर विवेकानंद मिशन और विवेकानंद विजन के संस्थापक डा. शंभुशरण सिंह, प्राचार्य सीएस नायक, विद्यालय प्रबंधक सुनील कुमार सिंह, विवेकानंद्र ब्रिगेड में शामिल स्कूल के सीनियर विद्यार्थियों हर्ष कुमार, शोवित कुमार, आर्या वत्स, अभिनीत कात्यायन, सृष्टि कुमारी और शिल्पी कुमारी के नेतृत्व में विद्यालय परिसर (स्वामी विवेकानंद मिशन स्कूल) स्थित सद्भावना उद्यान में वृक्षारोपण किया गया।
इस अवसर पर डा. शंभुशरण सिंह की ओर से अभिभावकों को पत्र लिखकर अपने शहरों-गांवों में यथासंभव यथाधिक्य पौध रोपण करने की अपील की है और कहा है कि पृथ्वी का पर्यावरण बेहद संकट में हैं, जिसे मुक्ति धरती के जीव-जंतुओं के लिए संभव नहींहै, मगर इस खतरे को सफल वृक्षारोपण के जरिये अधिक-से-अधिक समय तक टाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि विवेकानंद की पुण्यतिथि चार जुलाई से पर्यावरण संरक्षण के लिए विद्यालय परिवार की ओर से वृक्षारोपण का आत्मोदय अभियान गांव-गांव में चलाया जाएगा।
(वेब रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत कुमार)
वृक्षारोपण पर्यावरण संरक्षण का बेहतर विकल्प
हसपुरा (औरंगाबाद)-सोनमाटी संवाददाता। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एनआरडीपी के अंतर्गत संचालित कुशल युवा कार्यक्रम के सहभागी युवक-युवतियों द्वारा साहित्यकार शम्भू शरण सत्यार्थी के नेतृत्व में वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण बेहतर विकल्प है। पेड़-पौधे नष्ट होंगे तो हमें प्राणवायु आक्सीजन नहीं मिलेगा। वायु, जल और मिट्टी प्रदूषण के बाद अब प्लास्टिक प्रदूषण सभी जीव-जंतुओं के लिए नए दैत्य के रूप में दुनिया के सामने आया है, जिसका आविष्कार 85 साल पहले हुआ था और साल में दुनिया में करीब 50 लाख टन प्लास्टिक का थैला उपयोग होता है, जिससे नई तरह के प्रदूषण का खतरा पैदा हो गया है। प्लास्टिक सैकड़ों सालों में भी प्राकृतिक तौर विघटित (नष्ट) नहींहोता। जब तक इसके उत्पादन पर रोक नहीं लगता, तब तक इससे होने वाली बीमारियों और पर्यावरण की क्षति को कम नहींकिया जा सकता।
जयपुर गांव से सासाराम आ गई डीएलएड कार्यशाला
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। ग्रामीण क्षेत्र के जयपुर स्थित गुप्तेश्वरपांडेय हाईस्कूल से डीएलएड प्रशिक्षणार्थियों का सेंटर सासाराम के लश्करीगंज के प्राइमरी टीचर एडुकेशन कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया। पूर्व में इस केंद्र के प्रशिक्षणार्थियों के लिए न्यूनतम संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण जिला शिक्षा विभाग द्वारा उनका अध्ययन और प्रशिक्षण केंद्र जिला मुख्यालय से 18 किमी दूर जयपुर में कर दिया गया था। आवागमन की उचित व्यवस्था के अभाव के बावजूद कठिनाइयों का सामना कर डीएलएड के प्रशिक्षणार्थियों ने छह माह तक की पढ़ाई की। अब प्रशिक्षु शिक्षक-शिक्षिकाओं नाम व क्रमांक पंजीकृत कर प्राइमरी टीचर एडुकेशन कालेज में पढ़ाई शुरू कर दी गई है। कार्यशाला के समन्वयक अरूण सिंह के अनुसार, 15 जून तक कार्यशाला आयोजन का निर्देश एनआईओएस द्वारा दिया गया है।
(वेब रिपोर्ट : अर्जुन कुमार, डीएलएड प्रशिक्षु