नई दिल्ली -कार्यालय प्रतिनिधि। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नियंत्रण एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के प्रथम ऑडिट दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा की यह संस्था ना केवल राष्ट्रीय लेखा खातों पर नजर रखता है, बल्कि उत्पादकता और दक्षता में मूल्यवर्धन करता है। यह एक ऐसी संस्था है जिस का महत्व बढ़ गया है और समय बीतने के साथ एक विरासत को विकसित किया है। एक समय था जब देश में लेखा परीक्षण को आशंका और भय के साथ देखा जाता था।
‘सीएजी बनाम सरकार” व्यवस्था एक सम्मानित सोच बन गया था। लेकिन आज इस मानसिकता को बदला गया है ।आज लेखा परीक्षण को मूल्य संवर्धन का अहम हिस्सा माना जा रहा है।प्रधानमंत्री ने कहा की पुराने समय में कहानियों के जरिए प्रसारित होती थी और कहानियों के जरिए ही इतिहास लिखा जाता था, लेकिन 21वीं सदी में आंकड़े ही सूचना है आने वाले समय में हमारा इतिहास भी आंकड़ों के जरिए देखा और समझा जाएगा। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिक प्रक्रियाओं को अपनाने से सीएजी के तेजी से बदलाव हुआ है, सरकारी फाइलों और बहीखाता के बीच माथापच्ची करने वाली संस्था की छवि से मुक्ति पा ली है। आज आप उन्नत विश्लेषण उपकरण, भू-स्थानिक आंकड़ों और उपग्रह चित्र का उपयोग कर रहे हैं।
रिपोर्ट,तस्वीर : पीआईबी (पटना), इनपुट : निशांत राज