– छात्र-छात्राओं ने बेचे चाट-पकौड़े, हलवा-मिठाई, दिखाए ऑटोमेटिक ट्रैफिक और मिसाइल के माडल
– स्वामी विवेकानंद की जयंती पर विवेकानन्द मिशन स्कूल में सांस्कृतिक संयोजन
दाउदनगर, औरंगाबाद (बिहार)-सोनमाटी समाचार। विवेकानंद मिशन स्कूल में स्वामी विवेकानंद की जयंती सांस्कृतिक कार्यक्रम, पाक कला मेला और विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन के साथ मनाई गई। पाक कला में व्यावसायिक समझ और विज्ञान प्रदर्शनी में भविष्य की कल्पना को भी स्थान दिया गया था। दाउदनगर में स्कूल में मेला व प्रदर्शनी लगाने की परंपरा विवेकानंद मिशन स्कूल ने ही शुरू की है। शहर के शैक्षणिक विकास में इस स्कूल का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
विद्यालय परिसर में आयोजित फेस्ट (मेला) का उद्घाटन रफीगंज के विधायक अशोक कुमार सिंह, गोह के विधायक मनोज कुमार, ओबरा के वीरेंद्र कुमार सिन्हा, मगध विश्वविद्यालय के प्रो. अरविंद कुमार सुनील, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रो. शंभूशरण शर्मा, प्रो. शिवशंकर सिंह, अरविंद शर्मा, अनुमंडल पदाधिकारी अनीस अख्तर, एसडीपीओ संजय कुमार, बीडीओ अशोक प्रसाद, सीओ विनोद कुमार, मुखिया सुबोध शर्मा, पूर्व प्रमुख हसपुरा बाबूलाल सिंह ने किया।
छात्र-छात्राओं ने पकौड़े, चाट, चाउमीन, समोसे, मिठाइयां, हलवे बेचे। लोगों ने इनका स्वाद चखा। पाक मेले से व्यावसायिक-व्यवहार सीखने का अवसर बच्चों को मिला। जबकि साइंस प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं द्वारा निर्मित स्मार्ट सिटी, ऑटोमेटिक ट्रैफिक कंट्रोल, मिसाइल, ड्रोन, सोलर ट्रेन आदि मॉडल प्रदर्शित किए गए। बच्चे किस तरह के भविष्य का भारत देख रहे हैं, यह विज्ञान प्रदर्शनी देखकर अनुमान लगाया जा सकता था। इस प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं के आर्थिक विकास और सामाजिक परिवर्तन में विज्ञान के योगदान के सौ से अधिक वर्किंग व नन वर्किंग मॉडल पेश किए गए थे।
लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर : सुनील
मगध विश्वविद्यालय के प्रो. अरविंद कुमार सुनील ने कहा कि समाज लगातार बदलता रहता है। समाज में परिवर्तन के कारण ही आज लड़कियां जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में लड़कों से बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं।
विवेकानंद स्कूल ने की मेला-प्रदर्शनी की शुरूआत : डा. शंभूशरण सिंह
विद्यालय के निदेशक डॉ. शम्भूशरण सिंह ने बताया कि दाउदनगर में स्कूल में मेला व प्रदर्शनी लगाने की परंपरा विवेकानंद मिशन स्कूल ने ही शुरू की है। इस बार आर्ट एंड क्राफ्ट गैलरी का विषय वस्तु स्वच्छ धरा, हरित धरा थी, जिसके तहत बच्चों ने पर्यावरण, स्वच्छता, स्मार्ट गांव की अपनी कल्पनाएं माडल की सीमा में प्रस्तुत कीं। पेंटिंग गैलरी में नारी सशक्तिकरण पर ज्यादा जोर था, जिसका विषय वस्तु बेडिय़ा तोड़तीं बेटियां था। मनोरंजन पार्क मे जिंदगी में मनोरंजन व हास्य के महत्व का संदेश दिया गया। फ़ूड कोर्ट मेंं खाद्य संरक्षण और पोषण विषय वस्तु के तहत सब तक पर्याप्त भोजन और पोषण का संदेश दिया गया।
पश्चिमी संस्कृति की झलक व पूरब के सांस्कृतिक सूरज की चमक का संगम
इस अवसर पर सांस्कृतिक विविधता के इंद्रधनुषी रंग छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत कार्यक्रम में बिखेरे, जिसमें पश्चिमी संस्कृति की झलक और पूरब के सांस्कृतिक सूरज की चमक का संगम था। छात्र-छात्राओं ने ही कार्यक्रम का संचालन किया।
बच्चों के अभिभावकों के साथ अन्य अतिथियों ने भी मेले का आनंद लिया, जिनमें बुद्धा इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बोधगया) के अवधेश कुमार सिंह, मनीष वत्स, भाजपा के मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह भी शामिल थे।
(रिपोर्ट और तस्वीरें : उपेन्द्र कश्यप)