कोरोनो के मद्देनजर आपात बैठक में स्थगित हुआ सोन उत्सव
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। सांस्कृतिक सर्जना की संवाहक संस्था सोन कला केन्द्र द्वारा पूर्व निर्धारित तिथि 18 और 19 मार्च को होने वाला सोन उत्सव-2020 अगले निर्णय तक स्थगित कर दिया गया है। यह फैसला विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस प्रसार को महामारी घोषित किए जाने के मद्देनजर एहतियात बरतते हुए आपात बैठक में किया गया। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ और सोन कला केन्द्र के संरक्षक डा. श्यामबिहारी प्रसाद ने की। कोरोना वायरस को लेकर बिहार सरकार ने सभी तरह के सामूहिक आयोजनों पर 31 मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि अनुमंडलाधिकारी की ओर से सोन उत्सव के अंतर्गत सोन संस्कृतिक जागरण झांकी और अंतरजिला नृत्य प्रतियोगिता की विधि-व्यवस्था की दृष्टि से अनुमति प्राप्त हो चुकी थी। सोन कला केन्द्र कई तरह की तैयारी भी कर चुकी थी। आपात बैठक में यह फैसला लिया गया कि गर्मी बढऩे पर कोरोना प्रसार की आशंका नहींरह जाने के बाद संस्था के संरक्षकों-सलाहकारों के साथ पूर्ण कार्यकारिणी की बैठक कर सोन उत्सव के आयोजन की अगली तिथि का निर्धारण होगा। आपात बैठक में संस्था के वरिष्ठ सलाहकार कृष्ण किसलय, अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव, कार्यकारी अध्यक्ष जीवन प्रकाश, उपाध्यक्ष उपेन्द्र कश्यप, सुनील शरद, कोषाध्यक्ष राजीवकुमार सिंह मौजूद थे।
मुआवजा की मांग : उधर, राष्ट्र सेवा दल के अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रदीप जोशी और पूर्व विधायक रश्मि जोशी ने 13, 14 तारीख को हुई ओला वृष्टि, बेमौसम बारिश से होने वाली फसल-क्षति का आकलन कराए जाने और किसानों को समुचित मुआवजा देने की मांग राज्य सरकार से की। दोनों पूर्व विधायकों ने बताया कि दूसरी बार हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है, इसलिए अधिकतम मुआवजा देने की नीति सरकार को जल्द तय करनी चाहिए। रश्मि जोशी ने पुलिस प्रशासन से शहर और आस-पास के ग्रामीण इलाकों में शराब की अवैध बिक्री, समारोहों में शराब सेवन पर पूरी तरह अंकुश लगाने की मांग भी की है।
(रिपोर्ट : निशांत राज, तस्वीर : उपेंद्र कश्यप)
सासाराम में पेश हुई टाटा की अल्ट्रोज, टियागो
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। टाटा मोटर्स के अधिकृत विक्रेता ओमकार मोटर्स के शो-रूम में टाटा की नई अल्ट्रोज और टियागो बीसीएस गाडी का अनावरण अनुमंडलाधिकारी राजकुमार गुप्ता और प्रशांत शेखर ने किया। एक दिन पहले ओमकार मोटर्स की औरंगाबाद जिला में औरंगाबाद जिला मुख्यालय के बाद अनुमंडल मुख्यालय दाउदनगर में दूसरी शाखा खोली गई। दाउदनगर शाखा का उद्घाटन शिक्षाविद डा. एसपी वर्मा ने किया। प्रबंधक राहुल वर्मा ने कहा कि ओमकर मोटोर्स का भव्य शो-रूम सासाराम में है। इसकी पहली शाखा औरंगाबाद जिला मुख्यालय में और दूसरी शाखा दाउदनगर में खोली गई। ओमकार मोटर्स के निदेशक मंडल में शामिल इंग्लैंड से आए सिद्धार्थ वर्मा से परिचित कराया गया। इस कार्यक्रम में प्राइवट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन की रोहतास जिला इकाई के अध्यक्ष रोहित वर्मा, उपाध्यक्ष सुभाष कुमार कुशवाहा, सचिव समरेंद्र कुमार, महामंत्री अनिल कुमार ने भी भाग लिया। संचालन प्रबंधक राहुल वर्मा ने किया। धन्यवाद ज्ञापन रोहित वर्मा ने दिया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार)
गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय में इफको किसान मित्र प्रशिक्षण शिविर
जमुहार (डेहरी-आन-सोन)-विशेष संवाददाता। देश को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भरता को लेकर आने वाले निकट भविष्य में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। किसानों को खेती का परंपरागत तरीका छोडऩा होगा। अधिक उत्पादन के लिए नई वैज्ञानिक तकनीक से खेती करनी होगी और बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन करना होगा। रासायनिक खाद के अधिकतम अनियंत्रित दुष्परिणाम सामने आ चुका है कि खेत की मिट्टी कारगर नहींरह गई है, मिट्टी की उर्वरा शक्ति क्षीण हो चुकी है। जमुहार इफको किसान मित्र प्रशिक्षण शिविर में फसल वद्र्धक जिंक, बोरोन, सल्फर तत्वों के संतुलित उपयोग की जानकारी दी गई और इनके गुण-दोष पर चर्चा की गई। मिट्टी-पानी की उपलब्धता के अनुरूप बीजों के बारे में बताया गया। फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों की जानकारी दी गई और उन पर नियंत्रण के उपाय बताए गए। विशेषज्ञों ने इस संभावना का आगाज किया कि आने वाले दिनों में पर्यावरण संरक्षण और इसके लिए बनाए जाने वाले कानून के तहत रासायनिक खादों पर अंकुश लगेगा और किसानों को हतोत्साहित करने के लिए दिया जाने वाला अनुदान भी खत्म हो सकता है। इफको के अधिकारियों ने बताया ने कि जैविक वैक्टीरिया युक्त खाद का निर्माण किया है, जिससे खाद्यान उत्पादन में अपेक्षित परिणाम मिलेगा। शिविर-गोष्ठी को इफको के राज्य विपणन निदेशक सोमेश्वर सिंह, कृषि सेवा प्रबंधक सुरूचि कुमारी, गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंदनारायण सिंह, नारायण कृषि विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. आरपी सिंह, प्रो. यूपी सिंह आदि ने संबोधित किया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)