राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में डा. पूर्णिमा, डा. स्नेहिल पुरस्कृत
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-विशेष संवाददाता भूपेंद्रनारायण सिंह। राज्य स्तरीय आईएडीवीएल चर्म रोग विशेषज्ञ सम्मेलन (क्यूटीकान-2020) के अंतर्गत पोस्टर प्रतियोगिता में जमुहार स्थित नारायण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल एनएमसीएच की स्नातकोत्तर चिकित्सा छात्राओं ने प्रथम पुरस्कार और संदर्भ-पत्र प्रस्तुति प्रतियोगिता में तृतीय स्थान प्राप्त किया। एनएमसीएच, जमुहार की डा. पूर्णिमा चौबे और डा. अदिति स्नेहिल दोनों पोस्टर प्रतियोगिता में संयुक्त रूप से विजेता घोषित की गईं। संस्थान के चर्म रोग विभागाध्यक्ष और दोनों चिकित्सा छात्रा के गाइड डा. पुनीत कुमार सिंह ने यह जानकारी दी। बताया कि क्यूटीकान-2020 में आनलाइन पोस्टर प्रेजेंटेशन किया गया था। डा. अदिति को उस चिकित्सा-पत्र प्रस्तुति के लिए तृतीय स्थान प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने फफूंद के प्रभाव से बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं-बच्चों के शरीर में दाद, दिनाय, खुजली आदि होने का चिकित्सकीय अध्ययन किया था। उन्होंने बताया कि फंगस के संक्रमण से इस प्रकार की बीमारी फैल रही है, जिससे बचाव किया जा सकता है। दोनों तरह की प्रतियोगिताओं में पटना चिकित्सा महाविद्यालय (नालंदा), चिकित्सा महाविद्यालय (किशनगंज), मेडिकल कालेज (कटिहार) और अन्य मेडिकल कालेज के विद्यर्थियों ने हिस्सा लिया था।
बच्चे की सड़ी आंत का आपरेशन :
एनएमसीए, जमुहार के शिशु रोग विभाग में आठ महीने के बच्चे के सड़ी हुई आंत को बाहर निकाल कर नई जिंदगी दी गई। रोहतास जिला में इस तरह की पहली शिशु सर्जरी की गई। संस्थान के शिशु रोग विभाग के सर्जन डा. आशीष तिवारी ने यह जानकारी दी। शिशु पलामू जिला का है। शिशु मरीज के पखाना के रास्ते से खून, मुंह के रास्ते से मल आ रहा था और उसका पेट फूल गया था। जांच के बाद पाया गया कि बच्चे की छोटी आंत बड़ी आंत में घुसने के कारण सड़ रही है। निश्चेतना विभाग के डा. अली इमाम और डा. आनंद प्रकाश के सहयोग से बच्चे का आपरेशन कर खराब आंत को बाहर निकाल दिया गया। आपरेशन के बाद बच्चा स्वस्थ है, खाना पचने लगा और शौच-क्रिया ठीक हो चुकी है। कुछ दिनों की चिकित्सकीय निगरानी के बाद में इस मरीज की छुट्टी कर दी जाएगी।
संगठन और एकजुटता से ही चुनौती का सामना
पटना (कार्यालय प्रतिनिधि)। केन्द्र सरकार की मंशा भारतीय रेल को सरकारी क्षेत्र से बाहर निकालने की है, लेकिन निजीकरण का मंसूबा पूरा नहींकरने दिया जाएगा। आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने ईसीआरकेयू की दो दिवसीय कार्यकारिणी समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। कहा कि संघर्ष के लिए युवा पीढ़ी और महिलाओं को भी आगे आना होगा, इसके लिए इन्हें अवसर दिया जाना चाहिए। ताकि संगठन की ताकत को बढ़ाई जा सके। ईसीआरकेयू के केन्द्रीय महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए अनेक मोर्चा पर कार्य करने की जरूरत है। कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश कुमार, केन्द्रीय उपाध्यक्ष केदार प्रसाद, केन्द्रीय संगठन सचिव बीबी पासवान, महामंत्री रमेश चंद्रा. डेहरी शाखा सचिव एसपी सिंह, मृदुला कुमारी आदि ने रेलवे और रेलवे कर्मचारियों के सामने आसन्न चुनौती का मुकबला मिलकर करने पर बल दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ईसीआरकेयू के केन्द्रीय अध्यक्ष डीके पांडेय ने की।