


प्रतिमा प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान आरंभ, समापन 28 को

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। चित्रगुप्त मैदान परिसर में चार दिवसीय भगवान चित्रगुप्त की नई प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम जलभरी यात्रा के साथ आरंभ हुआ। इस धार्मिक अनुष्ठान की करीब तीन किलोमीटर (आना-जाना) की शोभायात्रा में शहर के कायस्थ समाज की महिलाएं पहली बार पीली साड़ी पहन, कंधे पर चुनरी ओढ़ और नंगे पांव हाथों में मृण्य-कलश लेकर बड़ी संख्या में शामिल हुईं। जबकि जलभरी यात्रा में चित्रगुप्त समाज के अधिसंख्य पुरुष पाजामा-कुर्ता के ड्रेस कोड में मंदिर से तिलक और कंधे पर लाल पट्टा (प्रतीक वस्त्र) लेकर शामिल हुए। प्रशासनिक अनुमति के अनुसार, बैंड बाजा के साथ जल-कलश यात्रा चित्रगुप्त मंदिर से आरंभ हुई और थाना चौक गोलंबर पर परिक्रमा करने के बाद सोन नद के तट पर एनिकट स्थित हनुमान घाट पहुंची। हनुमान घाट पर जलदेवता, भगवान चित्रगुप्त और अन्य देवों का सामूहिक आह्वान-पूजन किया गया। सोन नद से कलश में जल भरने का अनुष्ठान पूरा कर चित्रगुप्त समाज की सामूहिक जलभरी यात्रा चित्रगुप्त मंदिर वापस पहुंची।

चित्रगुप्त मंदिर के द्वार पर पंच यजमान के साथ शास्त्र-सम्मत पूजा हुई, जिसमें न्यूरो चिकित्सक डा. उदय कुमार सिन्हा, सनबीम स्कूल के निदेशक राजीव रंजन, वरिष्ठ अधिवक्ता मिथिलेश कुमार, कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय सचिव राकेशचंद्र सिन्हा और श्रवण कुमार अटल ने सपत्नीक पूजन-अनुष्ठान संपन्न किया। मंदिर के द्वार पर हुई पूजा में जलभरी यात्रा के सभी महिला-पुरुष शामिल हुए और प्रसाद-ग्रहण किया। प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा का तीन दिवसीय कार्यक्रम 27 फरवरी को हवन होने तक चलेगा और चौथे दिन 28 फरवरी को सम्मान समारोह, भंडारा (सामूहिक सहभोज) के साथ समाप्त होगा।

जलभरी यात्रा में वरिष्ठ चिकित्सक डा. रागिनी सिन्हा, संवेदना अस्पताल की निदेशक डा. मालिनी राय सिन्हा, सनबीम स्कूल की प्राचार्य अनुभा सिन्हा, डा. सुजाता सिन्हा, रत्ना सिन्हा, शालिनी सिन्हा, राजकुमारी देवी, प्रभा सिन्हा, पिंकी सिन्हा, निरूपमा सिन्हा, पूनम सिन्हा, सुषमा सिन्हा, मीनाक्षी श्रीवास्तव, मनोरमा देवी, मधु सिन्हा, लक्ष्मी श्रीवास्तव, नीरा सिन्हा, श्वेतमा सिन्हा, कविता काकम्बदवार, रूबी रंजन, रीता वर्मा, गायिका सोन कोकिला प्रीति सिन्हा सहित डेहरी-डालमियानगर से सैकड़ों महिलाएं शामिल हुईं। जबकि पुरुषों में चित्रगुप्त समाज कल्याण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव, रणधीर कुमार, विकास सिन्हा, सचिव बरमेश्वर नाथ, प्रवक्ता कृष्ण किसलय, संयुक्त सचिव आलोक श्रीवास्तव, संगठन सचिव ओमप्रकाश कमल, सह सचिव सुनील कुमार सिन्हा, नवीन कुमार सिन्हा, अमित कुमार वर्मा, कृष्णवल्लभ सहाय, सोन कला केेंद्र के सचिव निशांत राज, मनीष कुमार वर्मा, जितेन्द्र सिन्हा, मनोरंजन प्रसाद श्रीवास्तव, जयंत वर्मा, मनोज कुमार श्रीवास्तव, रूपेश राय, अनूप श्रीवास्तव, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, गायक राजू सिन्हा आदि ने भाग लिया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज)


पूर्ववर्ती छात्र समागम 14 को
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। शांति प्रसाद जैन महाविद्यालय पूर्ववर्ती छात्र समागम में 14 मार्च को राज्यसभा सांसद गोपालनारायण सिंह, सांसद छेदी पासवान सहित इस महाविद्यालय के पूर्व छात्रों को आमंत्रित करने का फैसला प्राचार्य डा. गुरुचरण सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। समागम समिति के संयोजक अखिलेश कुमार ने कार्यक्रम की आरंभिक रूप-रेखा को बैठक में रखा। बैठक के बाद कालेज के जंतु विज्ञान के पूर्व अध्यापक प्रमोद कुमार सिंह के निधन पर शोकसभा कर दो मिनट की सामूहिक मौन श्रद्धांजलि दी गई। प्रमोद कुमार सिंह 1972 से 2005 तक शांति प्रसाद जैन महाविद्यालय में कार्यरत थे। शोकसभा में डा. गुरुचरण सिंह, अखिलेश कुमार, डा. मृत्युंजय सिंह, डा. राजेश सिन्हा, डा. राजेन्द्र प्रसाद सिंह, राकेश सिन्हा, पूर्व पार्षद अतेन्द्र सिंह, जीतेन्द्र राय, अशोक सिंह, ददन सिंह, विकास कुमार आदि शामिल हुए।

Very informative.
I felt happy to know about the activities going on in and around Dehri, whose lights used to fascinate me ( till the time Dalmiya mills were active) from my village home Barauli where I was born 84 years back. Still even after more than 60 years, the pleasure of my visit to Makar Sankranti Mela at बुढुवा महादेव temple in the mighty river Sone, lingers on.