15 जुलाई तक आ जाएगा सीबीएसई रिजल्ट
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता अर्जुन कुमार। सीबीएसई ने 10वीं, 12वीं की बची हुई परीक्षाएं रद्द कर दी हैं और पिछले आंतरिक आकलनों के आधार पर विषयों में प्राप्तांक देने का निर्णय लिया है। जो विद्यार्थी प्राप्तांक के इस आधार से सहमत नहीं होंगे, उन्हें कोरोना के प्रतिबंध खत्म होने के बाद परीक्षा देनी होगी। यह जानकारी सीबीएसई की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दी गई। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दायर याचिका पर अपना अंतिम निर्णय नहीं दिया है। मगर इस मुद्दे पर कोर्ट से देश के लाखों विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों की अपेक्षा रही है। कोर्ट का फैसला आने से पहले सीबीएसई प्रबंधन ने परीक्षा रद्द करने और विद्यार्थी की पिछली प्राप्तांक-योग्यता का आकलन करने के तरीके पर निर्णय लिया। सीबीएसई 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं के विद्यार्थियो का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर देगा। देश में लाकडाउन हो जाने के कारण सीबीएसई दसवीं और बारहवीं बोर्ड की परीक्षा के लाखों विद्यार्थियों के कुछ विषयों की परीक्षाएं शेष रह गई थीं, जिसे 01 से 15 जुलाई की अवधि में लेने की योजना सीबीएसई ने बनाई थी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर अभिभावकों ने सुप्रीम कोर्ट में परीक्षा रद्द करने की याचिका दायर की थी।
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने भी की थी मांग :
कोरोना के कारण अभिभावक, शिक्षक, विद्यार्थी और उनके संगठन 01-15 जुलाई की अवधि में होने वाली परीक्षा रद्द करने की मांग पिछले दिनों से लगातार कर रहे थे। प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मानव संसाधन विकास मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक के साथ सीबीएसई प्रमुख से भी शेष रह गईं परीक्षाएं रद्द करने की मांग की थी। एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमााएल अहमद, बिहार प्रदेश के महामंत्री डा. एसपी वर्मा और रोहतासजिला अध्यक्ष रोहित वर्मा ने कहा था कि कोविड-19 महामारी के दौर में विद्यार्थी घरों और हास्टलों में चार महीनों से एक तरह से बंद हैं। इस अवधि में उनकी पढ़ाई बाधित है। विद्यार्थी पढ़ाई और परीक्षा को लेकर तनाव से गुजर रहे हैं। एसोसिएशन ने कहा था कि जब स्कूल 15 अगस्त के बाद खुलेंगे तो जुलाई में परीक्षा का औचित्य नहींहै। ऐसा करना विद्यार्थियों के स्वास्थ्य और जीवन से भी खिलवाड़ करने जैसा हो सकता है। एसोसिएशन ने यह भी कहा था कि विद्यार्थियों की पिछली कक्षाओं के रिकार्ड और प्री-बोर्ड टेस्ट के आधार पर अंक देकर आगे की कक्षा के लिए प्रमोट करना ज्यादा न्यायसंगत होगा। फिर भी अगर परीक्षा लेना अनिवार्य हो तो सीबीएसई को आनलाइन परीक्षा का लिंक उपलब्ध कराना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट द्वारा संज्ञान लेने, फैसला देने पर प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के सैयद समाइल अहमद, डा. एसपी वर्मा, रोहित वर्मा ने आभार और सीबीएसई के परीक्षा रद्द करने के निर्णय पर आभार पर व्यक्त किया है।
डा. बुद्धनाथ श्रीवास्तव की मनाई गई पुंयतिथि
सासाराम में मंगलम्उत्सव वाटिका सभागार में बाल विद्या मंदिर परिवार के संरक्षक शिक्षाविद डा. बुद्धनाथ प्रसाद श्रीवास्तव की प्रथम पुण्यतिथि शारीरिक दूरी रखते हुए मनाई गई और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि-सभा की अध्यक्षता बाल विद्या मंदिर परिवार के अध्यक्ष नवीन सिन्हा ने की। आयोजित आनलाइन चित्रकला और लेखन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले एक-पांच कक्षा समूह और छह-आठ कक्षा समूह के अव्वल प्रतिभागियों के नाम की घोषणा की गई। दोनों प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार उनके घरों तक पहुचाएं जाने की घोषणा भी की गई। कार्यक्रम में बाल विद्या मंदिर परिवार के आजीवन सदस्य मलय श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष विकास खत्री, मोहन बाबू, संजय सिंह, मदन प्रसाद वैश्य, डा. राकेश कुमार बघेल आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार
आसमानी बिजली से दो दर्जन जिलों में 89 मौत
पटना/दाउदनगर (औरंगाबाद)-विशेष प्रतिनिधि/कार्यालय प्रतिनिधि। पिछले दिनों राज्य में औरंगाबाद सहित एक दर्जन जिलों में हुई मुसलाधार बारिश में आकाशीय बिजली गिरने के कारण 89 लोगों की मौत होने की खबर है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इस प्राकृतिक दुर्घटना के मद्देनजर हादस के दिन ही आपदा राहत कोष से मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा कर रखी है। हालांकि राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने आकाश से बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। जबकि दो दर्जन जिलों से प्राप्त खबर के मुताबिक गोपालगंज में 13, पूर्णिया में 09, औरंगाबाद में 08, मधुबनी में 08, सीवान में 08, मधुबनी में 08, भागलपुर में 06, मोतीहारी में 05, दरभंगा में 05, बांका में 05, खगडिय़ा में 05, जमुई में 03, बेतिया में 02, समस्तीपुर में 02, सीतामढ़ी में 02, और शिवहर, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, जहानाबाद, बक्सर, छपरा में एक-एक लोग की मौत हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने भारी बारिश के मद्देनजर संबंधित जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया है।
ढाई लाख वोल्ट होती है आकाश की बिजली में ऊर्जा :
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बादलों के ऊंचे-नीचे होने के घर्षण के दौरान बिजली पैदा होती है, जिसकी ऊर्जा ढाई लाख वोल्ट की होती है। बादलों में बिजली बनने-चमकने की प्राकृतिक प्रक्रिया का शिकार ग्रामीण आबादी ज्यादा होती है, जो बारिश के मौसम में खेतों में काम कर रही होती है। चमकती हुई बिजली के दौरान पेड़ के नीचे या पास में जाना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि बिजली गिरने के दौरान पेड़ तडि़त-यंत्र की तरह काम करते हैं। पेड़ों की ऊंचाई के कारण आकाश से आने वाली बिजली का संपर्क सबसे पहले पेड़ों से होता है, जिनसे प्रवाहित होकर बिजली जमीन के भीतर चली ंजाती है।
रिपोर्ट, तस्वीर : उपेन्द्र कश्यप/निशांत राज
डा. गीता पांडेय बनीं विश्वविद्यालय प्रतिनिधि
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। डालमियानगर महिला कालेज की उपाचार्य डा. गीता पांंडेय रोहतास जिला के तिलौथू स्थित राधा-शांता महाविद्यालय की विश्वविद्यालय प्रतिनिधि बनाई गई है। यह मनोनयन वीरकुंवरसिंह विश्वविद्यालय के कुलपति देवी प्रसाद तिवारी ने किया है। इस आशय की सूचना विश्वविद्यालय के कुलसचिव की ओर से जारी की गई है और संबंधित राधा-शांता कालेज को भी सूचना भेज दी गई है। डा. अशोक सिंह राधा-शांता महाविद्यालय के प्राचार्य हैं।
रिपोर्ट, तस्वीर : निशांत राज