विश्व खाद्य दिवस पर डॉ.आशुतोष उपाध्याय की कविता


डॉ.आशुतोष उपाध्याय की कविता : बेहतर जीवन और बेहतर भविष्य के लिए भोजन का अधिकार

 

(1)

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें
स्वच्छ हवा एवं जल के उपरांत, पर्याप्त भोजन ही होती है सबकी आवश्यकता
पोषण हेतु पर्याप्त खाद्यान्न उपजे, विश्व के सभी किसान देते इसको प्राथमिकता
फिर भी लाखों लोगों का भूंखे पेट सो जाना, हम सबकीचिंता का विषय बनता
जलवायु परिवर्तन, वैश्विक झगड़े, आर्थिक तंगी व असमानता कारण हो सकता
इन कारणों के निदान पर करके चर्चा,पहले हम समझें फिर सबको समझायें
आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें
भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

(2)

विश्व में तकरीबन 2.8 विलियन लोग,अक्षम हैं लेने में पोषणयुक्त स्वस्थ आहार
इसलिए भूंख, कुपोषण, पोषक तत्वों की कमी या मोटापे के, वे हो जाते शिकार
सस्ता, वासी, अनुचित, अस्वास्थ्यकर भोजन करने की,गलती करते हैं बार बार
सूचना का अभाव या सुविधाओं का प्रभाव, हो सकता है इस गलती का आधार
विविधतापूर्ण पोषक खाद्यान्न तक सबकी पहुँच, खाद्यान्न सुरक्षा एवं लाभ बढ़ायें
आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें
भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

(3)

अब भीविश्व के कई देशों में लोगों को,गरीबी व भूंखमरी का सता रहा है डर
चिंता का विषय कुपोषण, बच्चों में बौनापन, वज़न में कमी और बाल मृत्यु दर
हो आर्थिक, सामाजिक व भौतिक पहुँच, पर्याप्त, सुरक्षित व पोषक भोजन पर
तब ही सबका हो सकेगा अधिकार,स्वस्थ, समृद्धशाली व उत्पादक जीवन पर
हम सबकी इसमें हैअहम भूमिका, क्यों न इस समस्या को मिलकर सुलझायें
आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें
भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

(4)

हम जन जागरण करें, आवाज उठायें, देशी एवं मौसम के अनुसार खाना खायें

खाद्य अपव्यय कम करें, खाद्य सुरक्षा की सोचें एवं स्वस्थ जीवन शैली अपनायें

आहार संदर्शिका देखें, अपने अधिकार जानें, और सहायतार्थ हाथ आगे बढ़ायें

जानकार बनें, मिलावट से बचें, एवं श्री अन्न के पोषक तत्वों का महत्व समझायें

भोजन में विविधता लायें, जंक फ़ूड को न अपनायें, व स्वस्थ निरोगी काया पायें

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

(5)

किसानों कीहोती है अहम भूमिका, खेतों से अच्छा खाद्यान्न उत्पादन करने में

इसलिए चाहिए उनको मदद, वित्तीय सहायता, तकनीकी ज्ञान एवं प्रशिक्षण में

तभी वे हो पायेंगे सक्षम, खेतों से विविध, पोषक व सुरक्षितखाद्यान्न उपजाने में

टिकाऊ खेती, विविधीकरण एवं सामुदायिक शिक्षा, आवश्यक उपज बढ़ाने में

किसानों का है अति महत्त्वपूर्ण योगदान, आज हम उनके प्रति आभार जतायें

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

(6)

शैक्षणिक समुदाय को मित्रों!, निज उत्तरदायित्व समझना और निभाना होगा

आंकड़ा संग्रहण, विश्लेषण एवंशोध करके, तकनीकी ज्ञान को बढ़ाना होगा

खाद्यान्नसुरक्षा, बेहतर जिंदगी और सुखमय भविष्य की योजना बनाना होगा

नीतिनिर्धारकों के साथ मिलकर, लाभकारी और हितकारी नीति बनाना होगा

शिक्षा, शोध, प्रसार, प्रशिक्षण पर, सभी शैक्षणिक समुदाय अपना ध्यान लगायें

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

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खाद्य सुरक्षा लाने एवं भोजन उपलब्ध कराने में, नागरिक समाज भी जिम्मेदार

सही तथ्यों की वकालत, सशक्तिकरण और सहयोग, वे कर सकते हैं बेशुमार

डालें स्वस्थ व अच्छे भोजन की आदतें, और रखें मजबूत साझेदारी पर विचार

शिक्षा, निगरानी व लैंगिक समानता को भी, वे दे सकते हैं एक मजबूत आधार

तो नागरिक समाज के समस्त बंधुओं, अब जागृत होकर सेवा करने आगे आयें

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

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खाद्य उपलब्धता और सुरक्षा में, गैर-सरकारी संस्थानों का भी चाहिए योगदान

खाद्य निर्माता, खुदरा विक्रेता,वित्तीय संस्थायेंव लघु उद्योग बनायें इसे आसान

जिम्मेदारी निभाने एवं पोषक भोजन तक पहुँच बढ़ाने में, करें निज सेवा प्रदान

अच्छी तकनीकों का प्रचार प्रसार करके,वे किसानों तक पहुंचा सकते है ज्ञान

है सभी गैर-सरकारी संस्थाओं का अभिनंदन, क्यों न सब मिलकर हाथ बटायें?

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

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कभी कोईन सोये भूंखे पेट, यह सुनिश्चित करना है सरकारों की भी जिम्मेदारी

स्वच्छ सुशासन,कीट व्याधि नियंत्रण,एवं उचित अनुदान देने मेंरखें भागीदारी

बाढ़, सुखाड़ में जल प्रबंध, व जलवायु अनुकूल कृषि में बढ़ानी होगी हिस्सेदारी

ज्ञान विज्ञान के प्रचार प्रसार में भी, सरकारों को निभानीहोगी अपनी साझेदारी

होकर संकल्पित सभी सरकारें, कुपोषण हटायें, भूंख मिटायें, खाद्य सुरक्षा लायें

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

(10)

भूंख और गरीबी का सदा ही रहा है मित्रों!, जैसे हो चोली और दामन का साथ

गरीबी नहीं मिट सकती है तब तक, जब तकभूंख के शमन को न उठेंगे हाथ

हम नित करते भोजन की बर्बादी, एवं नहीं देते शोषित, वंचित, भूँखों का साथ

पर्याप्त खाद्यान्न उपजाती है धरती,फिर क्यों न क्षुधा मिटा बनायें उनको सनाथ

प्रगति बेशक धीमी हो पर उम्मीद कायम है हमारी, आओ हम भूंख को हरायें

आओ मित्रों! 16अक्टूबर 2024 को, विश्व खाद्य दिवस कुछ इस प्रकार मनायें

भोजन तक पहुँच बढ़ा, गुणवत्तापूर्ण जीवन व उज्ज्वल भविष्य की राह दिखायें

संपर्क : प्रमुख, भूमि एवं जल प्रबंधन प्रभाग
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना –800014

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