

डेहरी-आन-सोन (रोहतास) विशेष संवाददाता। जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) पटना के बीच मंगलवार को शैक्षणिक सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में नए अवसरों को बढ़ावा देगा और छात्रों के समग्र विकास में सहायक होगा।
शैक्षिक और तकनीकी सहयोग को मिलेगी मजबूती :
इस समझौते के तहत दोनों संस्थान उच्च शिक्षा और तकनीकी अनुसंधान के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। इससे न केवल छात्रों को उन्नत शिक्षा के अवसर मिलेंगे, बल्कि शोध और विकास के लिए एक नया मंच भी उपलब्ध होगा। आईआईटी पटना की विशेषज्ञता और गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय की शिक्षण प्रणाली मिलकर तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को और सशक्त बनाएगी।
उद्योग संबंध और रोजगार के अवसरों में वृद्धि :
यह साझेदारी इंडस्ट्री कनेक्ट को मजबूत करने में भी सहायक होगी, जिससे छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और शोध के लिए यह समझौता क्षेत्र के युवाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने में मदद करेगा।

शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में नई उपलब्धि :
गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय और आईआईटी पटना का यह समझौता बिहार में शिक्षा और तकनीकी विकास के क्षेत्र में एक नई उपलब्धि है। इससे न केवल छात्रों और शोधकर्ताओं को लाभ मिलेगा, बल्कि संपूर्ण क्षेत्र के चहुंमुखी विकास को भी गति मिलेगी। समझौते के अवसर पर आईआईटी पटना के निदेशक टीएन सिंह, गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. महेंद्र कुमार सिंह, सचिव गोविंद नारायण सिंह, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह, प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक डॉ. अरुणव डे, वरिष्ठ शिक्षक डॉ. मोनिका सिंह एवं उपेन्द्र कुमार सिंह उपस्थित रहे।
(रिपोर्ट : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)