मो. इलियास हुसैन : जनतंत्र को रखा ठेंगे पर, सबको समझा रियाया
पटना/डेहरी-आन-सोन/सासाराम (विशेष प्रतिनिधि, सोनमाटी टीम)। बिहार में शासन चलाने के सामंतशाही अंदाज का करीब दो दशक पुराना एक मंजर देखिए। अवसर रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में प्रेक्षागृह के शिलान्यास का…
जयहिन्द-2 : तब बैलगाड़ी के जरिये होता था सड़कों पर फिल्मों का प्रचार
=o स्मृतियों का झरोखा : डेहरी-आन-सोन o= बिहार के डेहरी-आन-सोन में सत्तर साल से तब के अकबरपुर-कोईलवर रोड के पश्चिम सिरे पर शहर के एक पुराने भवन के रूप में…
जय हिन्द : गुजरी 20वीं सदी में जंगेआजादी और अब 21वीं सदी की यात्रा का भी साक्षी
= डेहरी-आन-सोन : स्मृतियों का झरोखा = बिहार के सोन नद अंचल और सोन के तट पर बसे सबसे बड़े शहर डेहरी-आन-सोन का पहला सिनेमाघर है ‘जय हिन्दÓ, जो देश…
गांधी : बिहार में हुआ ‘महात्माÓ अवतार, किया आजीवन अधनंगा रहने का फैसला
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष पर विशेष संयोजन गांधी : बिहार में हुआ ‘महात्माÓ अवतार, किया आजीवन अधनंगा रहने का फैसला प्रतिबिम्ब /कृष्ण किसलय सौ साल पहले…
इसलिए याद किए जाएंगे अटल बिहारी वाजपेयी,
जब संसद में पहुंचकर वाजपेयी से मिली दाउदनगर (औरंगाबाद, बिहार) की विवेकानंद मिशन स्कूल की बाल टीम संघ के प्रचारक से प्रधानमंत्री तक का सफर, विरोधियों को साथ लेकर चलने…
हरिवंश : निराशापूर्ण राजनीति के दौर में उम्मीद की किरण
वरिष्ठ संपादक रहे राज्यसभा सदस्य हरिवंश नारायण सिंह का राज्यसभा के उपाध्यक्ष (डिप्टी स्पीकर) बनना निराशापूर्ण राजनीति के मौजूदा दौर में उम्मीद की एक किरण है।उनके निर्वाचन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र…
अनाम सिपाहियों का दस्तावेज : हमारे शिल्पकार
अनाम सिपाहियों का दस्तावेज : हमारे शिल्पकार हसपुरा(औरंगाबाद)। दुनिया के सामाजिक बदलाव का इतिहास बतलाता है कि बदलाव से उपजी हुवी ऊर्जा और उसका नेतृत्व समुह अपने इन अनाम नायकों को…
नीलाभ मिश्र पर विशेष : ….और तुम्ही सो गए दास्तां कहते-कहते!
नवभारत टाइम्स (पटना) से आउटलुक (दिल्ली) और नेशनल हेराल्ड तक, पत्रकारिता में राज्य से राष्ट्रीय क्षितिज तक नीलाभ मिश्र की सक्रियता के 32 साल संघर्ष और शानदार कामयाबी का भी…
1. बीसवीं सदी में सोनघाटी की रंगयात्रा (किस्त-1)
-वर्तमान बहुचर्चित सांस्कृतिक संस्था अकस (अभिनव कला संगम) का आरंभिक नाम था कला संगम -1988 में ठाकुर कुंजविहारी सिन्हा की अध्यक्षता में हुआ था कला संगम का अनौपचारिक गठन -रोहतास…
मैं उस जनपद का कवि…
महत्त्वपूर्ण प्रगतिशील कवि त्रिलोचन की जन्मशताब्दी पर विशेष त्रिलोचन हिंदी की प्रगतिशील काव्य-धारा के सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण कवियों में हैं। उनकी कविताओं में लोक-जीवन की अभिव्यक्ति हुई है। वे सामान्य जन…