डेहरी-आन-सोन (रोहतास) कार्यालय प्रतिनिधि। साइबर अपराधी दिन-प्रतिदिन लोगों को नए तरीके से अपने झांसे में लेकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं। ऐसे में अगर आप ठगी का शिकार बनते हैं तो इसकी सूचना तुरंत एसपी या संबंधित थाना को दें।
एसपी रौशन कुमार के अनुसार अभी पिछले कुछ दिनों में ऐसे दृष्टांत सामने आए हैं, जिसमे अनजान व्यक्ति द्वारा आमजनों को मोबाइल पर काल किया जाता है। वह व्यक्ति अपने आपको थाना, पुलिस निरीक्षक, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस सब अधीक्षक के कार्यालय का कर्मी बताता है तथा किसी कांड की धारा हटाने, धारा कम करने या धारा बढ़ाने यादि के नाम पर पैसे की मांग करता है। उन्होंने जिलावासियों को सुझाव दिया है कि इस प्रकार के झांसे में आकर पैसा न दें। यह एक प्रकार का साइबर फ्रॉड है।
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उन्होंने कहा है कि अगर इस तरह का कॉल आता है, तो तत्काल इसकी लिखित सूचना अपने नजदीकी थाना, वरीय पुलिस पदाधिकारी को दें। कहा है कि साइबर अपराधी पुलिस के नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) का फायदा उठाकर पोर्टल से कांड की प्रति निकालकर कांड के संबंध में सारी जानकारी देता है। इसके पश्चात कांड के वादी या आरोपित को पुलिस पदाधिकारी, पुलिस कार्यालय के कर्मी के नाम पर कॉल करता है, जिससे वादी या आरोपित को आसानी से झांसे में ले लेता है। एसपी ने कहा है कि थाना या पुलिस कार्यालय से कांड के वादी या आरोपित तथा आमजनों को इस प्रकार का कोई कॉल नहीं किया जाता है। अगर किसी कांड में बुलाया जाता है, तो थाना के चौकीदार के माध्यम से लिखित रूप में बुलाया जाता है।
उन्होंने कहा है कि अगर विशेष परिस्थिति में किसी थाना पुलिस कार्यालय के कर्मी द्वारा कांड के संबंधित जानकारी लेने के लिए बुलाना हो, तो अधिकृत सरकारी मोबाइल नंबर के माध्यम से ही कॉल किया जाता है।
( रिपोर्ट,तस्वीर : निशांत राज )