डेहरी-आन-सोन (रोहतास) विशेष संवाददाता।मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने एवं इस कार्य के माध्यम से किसानों की आय वृद्धि के उद्देश्य से नारायण कृषि विज्ञान संस्थान, जमुहार के पादप रोग विज्ञान विभाग के तत्वावधान में सात दिवसीय व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत आज की गई। मशरूम उत्पादन प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षक के रूप में मेरठ से आए डॉ. गोपाल प्रसाद सिंह ने आज दो सत्रों में बिहार एवं उत्तर प्रदेश के विभिन्न संस्थाओं एवं क्षेत्र से आए हुए प्रशिक्षणार्थियों को अपने व्याख्यान का लाभ प्रदान किया। कार्यक्रम में प्रशिक्षु के तौर पर आए किसानों एवं छात्रों को संबोधित करते हुए संस्थान के प्रति कुलपति प्रोफेसर जगदीश सिंह ने मशरूम के पोषक तत्वों के बारे में अवगत कराया तथा इसके राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में हो रहे उत्पादन एवं महत्व पर प्रकाश डाला । देव मंगल मेमोरियल ट्रस्ट के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने मशरूम को औद्योगिक स्तर प्रदान करने एवं बाजार में इसकी मांग के अनुरुप उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया।मुख्य अतिथि प्रोफेसर गोपाल प्रसाद सिंह ने विभिन्न प्रकार के मशरूम और उनके उत्पादन के विधियों से अवगत कराया तथा 7 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में व्यावहारिक प्रशिक्षण पर बल प्रदान किया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर एच के सिंह, वरिष्ठ प्रवक्ता प्रोफेसर अशोक कुमार, प्रोफेसर डीआर सिंह एवं पादप रोग विभाग के सहायक अध्यापक डॉ. प्रशांत कुमार सिंह व शिवम कुमार सिंह समेत अन्य शिक्षकगण उपस्थित थे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)