उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाय
विवेकानन्द के जयंती पर लेखक प्रेमकुमार मणि के आपने विचार विवेकानंद ( 12 जनवरी 1863 – 4 जुलाई 1902 )
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Read More“घिस रहा है धान का कटोरा” लक्ष्मीकांत मुकुल का सद्य प्रकाशित काव्य संकलन है। इसमें छोटी- बड़ी पचहतर कविताएँ संग्रहित
Read Moreलक्ष्मीकांत मुकुल की नई किताब ‘‘यात्रियों के नजरिये में शाहाबाद‘‘ ग्रामीण परिवेश में रची-बुनी गई ग्रामीण इतिहास पर आधारित एक
Read More-0 आलेख 0-बिंदेश्वर जी ने स्वच्छता के विचार को, एक बहुत ही इनोवेटिव तरीके से एक संस्था का रूप दिया।
Read More-0 आलेख 0-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक मदन दास देवी जी सर्वोत्कृष्ट संगठनकर्ता थे। उनसे जो सीख मिली
Read Moreगद्दार, राष्ट्रविरोधी, देश का दुश्मन, दोगला, नापाक, हरामखोर, पाकपरस्त, नमकहराम, कमीना, दरिंदा…..। अगर आप ने बचपन में सुनी गालियों का
Read Moreएक ही विषय में बार-बार नेट पास करना- दूसरों के हक पर डाका ! सुशील उपाध्याय (9997998050) यूजीसी नेट का
Read Moreजन कवि कुमार बिंदु बिंबों के सहारे मजदूर-किसान की कहानी का कविता में लंबा वितान रचते हैं। आमजन की तरफ़दारी
Read Moreआलेख-तनाव मुक्त परीक्षा: प्रणाली और मानसिकता दोनों में बदलाव जरूरी– प्रो. ब्रजेश पति त्रिपाठीविभागाध्यक्ष (अर्थशास्त्र),पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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