डेहरी-आन-सोन (बिहार)-विशेष संवाददाता। रोहतास जिले के डेहरी विधान सभा क्षेत्र में अभी तक यथास्थिति कायम रहने के कारण राजद विधायक और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री इलियास हुसैन पर इलाके के विकास में रूचि नहीं होने का तोहमत चस्पा होने लगा है। लगभग तीन साल (31 महीने) में उनके द्वारा किया गया वादा पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने चुनाव के वक्त अखबारों में विज्ञापन दिया था। उससे उनकी मुश्किलें बढ़ गयी हैं और लोग विज्ञापन के कारण सवाल उठाने लगे हैं। चुनावी विज्ञापन में उन्होंने जनता से वोट पाने के लिए कई वादे किए थे। तब उन्होंने कहा था कि विकास किया है, विकास करेंगे, हर पल आपके दु:ख-सुख में साथ निभाएंगे और जाति, धर्म, मजहब के नाम पर धोखा नहीं खाएं।
इस संबंध में राजद से जुड़े लोगों की यह प्रतिक्रिया है कि पिछली विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक विज्ञापन प्रकाशित-प्रसारित नहीं हुआ था। वैसे चुनाव के समय हर दल के नेताओं-प्रत्याशियों की ओर से संभव वादे किए जाते हैं। नेता वादों को पूरा करने का संभव प्रयास करते हैं। कुछ वादे पूरे हो जाते हैं, कुछ के लिए प्रयास जारी रहता है।
कड़ी टक्कर में जीते थे संयुक्त गठबधन के प्रत्याशी हुसैन,
दूसरे स्थान पर रालोसपा और तीसरे पर राष्ट्र सेवा दल
डेहरी विधानसभा क्षेत्र में 2015 का जो चुनाव परिणाम घोषित हुआ था, उसमें इलियास हुसैन (राजद) को 4940२, जीतेन्द्र कुमार उर्फ रिंकू सोनी (रालोसपा) को 45504, प्रदीप कुमार जोशी (राष्ट्र सेवा दल) को 29541, अशोक कुमार सिंह (भाकपा-माले) को 2197 और संतोष कुमार पाण्डेय (बसपा) को 2154 मत प्राप्त हुए थे। तब इलियास हुसैन ने राष्ट्र सेवा दल (निर्दलीय) की विधायक ज्योति रश्मि को हराया था। इससे पहले 2010 के विधानसभा चुनाव में इलियास हुसैन राष्ट्र सेवा दल की ज्योति रश्मि से और 2005 के चुनाव में राष्ट्र सेवा दल के प्रदीप कुमार जोशी से हार गए थे।
प्रसारित किया था पोस्टर, किए थे कई वादे
पिछले विधानसभा चुनाव में जीतने के लिए उन्होंने महागठबंधन की ओर से सयुक्त प्रत्याशी के रूप में प्रकाशित-प्रसारित विज्ञापन में वादा किया था कि बस इस बार अपना समर्थन दे और विजयी बना कर इन सपनों (वादों) को साकार करने का मौका दें। उन्होंने वादा किया था कि शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य-व्यवस्था को बेहतर बनाने का उनका सपना है। विज्ञापन में डालमियानगर में रेल कारखाना को खुलवाने, गरीब फुटपाथी दुकानदारों को स्थाई रूप से बसाने, इंजीनियरिंग कालेज खुलवाने, कोलडीपो को उद्योग को दर्जा दिलाने, खेल को बढ़ावा देने के लिए स्टेडियम बनवाने, छात्रों के पुस्तकालय की स्थापना करने, एनिकट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने और किसानों के हित के लिए कार्य करने की बातें शामिल थीं। आज तक डालमियानगर रेलवे कारखाना खोलने की कोई पहल सामने नजर नहीं आ रही है। अब तो डेहरी-आन-सोन के चकन्हवा में चल रहा शेरशाह इंजीनियरिंग कॉलेज भी करगहर में स्थापित होने जा रहा है। कोलडीपो की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती रही है। फुटपाथी दुकानदार फुटपाथ पर ही जस के तस बने हुए हैं।
मतदाताओं में निराशा, व्यापारियों में क्षोभ : चैंबर्स आफ कामर्स
चैंबर्स आफ कॉमर्स के अध्यक्ष (डेहरी-आन-सोन इकाई) सच्चिदानंद प्रसाद का कहना है कि 10 सालों से राजनीतिक एजेंडे में हाशिए पर रहे डेहरी विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने इलियास हुसैन का समर्थन किया और उनकी चुनावी घोषणा पर विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने भरोसा किया। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन किया था। अब जनता ठगी हुई महसूस कर रही है, क्योंकि विज्ञापन में घोषित एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है। घोषणा अभी तक धरातल पर नजर नही आ रही है। इससे स्थानीय मतदाताओं में निराशा है। स्थानीय व्यपारियों एवं नागरिकों में क्षोभ व्याप्त है।
काम तो जमीन पर बोल रहा है : इलियास
दूसरी तरफ , विधायक इलियास हुसैन का कहना है कि उनका काम जमीन पर बोल रहा है। मार्केट बनवाया है, 27 किलोमीटर सड़क बनवाई है। रेल कारखाना के लिए लगातार पत्राचार किया। कारखाना खोलना तो उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है।यह तो अब रेलवे की संपत्ति है, जो राज्य नहीं केेंद्र सरकार के अधीन है। डेहरी-आन-सोन में पहले से ही पोलटेकनिक कॉलेज है।
(वेब रिपोर्ट व तस्वीर : उपेन्द्र कश्यप)
कार्यशाला आरंभ नहीं होने पर प्रशिक्षु शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किया घेराव
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। यहां से 18 किलोमीटर दूर जयपुर स्थित गुप्तेश्वरपांडेय प्लसटू हाईस्कूल में डीएलएड प्रशिक्षणार्थियों का कार्यशाला आरंभ नहीं होने पर प्रशिक्षु शिक्षक-शिक्षिकाओं ने को-ऑर्डिनेटर सह प्रभारी प्राचार्य संतोष सिंह के कार्यालय का घेराव कर और नारे लगाकर विरोध जताया।
सोमवार को प्रशिक्षणार्थी शिक्षक-शिक्षिकाएं इस सेंटर पर कार्यशाला में शामिल होने के लिए पहुंचे, तब उन्हें को-ऑर्डिनेटर संतोष सिंह की ओर से एनआईओएस (पटना) द्वारा सेंटर को ई-मेल और पासवर्ड जारी नहीं किए जाने की जानकारी दी। यह जानकारी पाकर दूर-दराज से चिलचिलाती धूप में आये प्रशिक्षणार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। इस केन्द्र पर प्रशिक्षण लेने वाले करीब सौ प्रशिक्षणार्थियों (अन्ट्रेंड शिक्षक-शिक्षिकाओं) का कैरियर दांव पर है।
(तस्वीर व वेब रिपोर्ट : अर्जुन कुमार, डीएलएड प्रशिक्षु)
कौमी एकता के लिए दावत-ए-इफ्तार का आयोजन
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-सोनमाटी समाचार। डेहरी विकास मोर्चा और चैंबर्स आफ कामर्स की ओर से मुख्य बाजार सूफी निकेतन परिसर में कौमी एकता के मद्देनजर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। इफ्तार पार्टी में आईजी मोहम्मद रहमान और रोहतास के एसपी सत्यवीर ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से समाज में मिल्लत का वातावरण बनता है।
दावत-ए-इफ्तार में डेहरी अनुमंडल के एसडीएम गौतम कुमार, अनुमंडल पुलिस अधिकारी अनवर जावेद, मुख्यालय डीएसपी जितेन्द्र पांडेय, थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार, अन्य पदाधिकारी, नगर के जनप्रतिनिधि आदि शामिल हुए। डेहरी विकास मोर्चा के अध्यक्ष अमित कुमार उर्फ बबल कश्यप और महासचिव दानिश खान ने आगत अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद-ज्ञापन किया।
(वेब रिपोर्ट व तस्वीर : निशांत राज)
वरिष्ठ लेखक-पत्रकार-चिंतक राजकिशोर का निधन
हसपुरा (औरंगाबाद)-सोनमाटी संवाददाता। देश के वरिष्ठ लेखक-पत्रकार-चिंतक राजकिशोर राजकिशोर के निधन पर प्रो. अलखदेव प्रसाद ‘अचल ‘, लवकुश प्रसाद सिंह, सत्येन्द्र कुमार, शंभूशरण सत्यार्थी, डा. राजेश कुमार विचारक, तालिब खाँ, हरि प्रसाद, जितेन्द्र कुमार चंचल सहित कई साहित्यकारों ने शोक संवेदना प्रकट की और राजकिशोर के निधन को साहित्य के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
राजकिशोर राजकिशोर के निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए जनवादी लेखक संघ के राज्य उपाध्यक्ष साहित्यकार प्रो. अलखदेव प्रसाद ‘अचल ‘ ने कहा कि राजकिशोर जीवन पर्यन्त बहुजन की आवाज बने रहे थे। उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से बहुसंख्यकों की स्थितियों को रखते हुए उनमें चेतना जागृत करने का काम किया था।
(वेब रिपोर्ट : शंभूशरण सत्यार्थी)