औरंगाबाद (सोनमाटी समाचार)। एक अक्टूबर से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रव्यापी अभियान मिशन साहसी शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत छात्राओं को अपनी सुरक्षा करने के उपाय बताए जाएंगे और आत्मरक्षा के लिए विभिन्न तरह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मिशन साहसी कार्यक्रम का उद्देश्य इस बात की जानकारी देना है कि संकट के समय छात्राएं कैसे अपने को सुरक्षित रख सकती हैं? यह बताया जाएगा कि किसी भी विषम परिस्थिति का सामना करने के लिए खुद को तैयार रखने के लिए किन-किन खास बातों का ख्याल उन्हें रखना चाहिए। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने वाली छात्राओं का निबंधन एक से आठ अक्टूबर तक किया जाएगा। निबंधन छात्राओं के ही स्कूल और कालेज में होगा। विद्यालय-महाविद्यालयों में पढऩे वाली छात्राओं को 23 से 29 अक्टूबर तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित करने वालों में जूडो-कराटे, एनसीसी फिजिकल एजुकेशन से जुड़े विशेषज्ञ, पुलिस ट्रेनर आदि होंगे। राष्ट्रीय स्तर पर छात्राओं की आत्मरक्षा एवं उनमें आत्मविश्वास भरने के लिए अभाविप द्वारा यह अभियान एक साथ चलाया जाएगा और एक ही समय में देशभर में के सभी जिलों में इसका आयोजन होगा।
प्रशिक्षण के बाद जिला स्तरीय प्रदर्शन समारोह भी
यह जानकारी औरंगाबाद के सच्चिदानंद सिन्हा कालेज के सभागार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से प्रेसवार्ता का आयोजन कर दी गई। प्रेसवार्ता में विद्यार्थी परिषद की प्रान्त छात्रा सह-प्रमुख एवं सिन्हा कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष आशिका कुमारी और औरंगाबाद जिला मिशन साहसी प्रमुख एवं किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष प्रेरणा सुमन ने बताया कि प्रशिक्षण का कार्यक्रम छात्राओं के विद्यालय और महाविद्यालय परिसर में ही होगा। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद प्रशिक्षण में शामिल सभी छात्राओं के लिए कौशल प्रदर्शन समारोह का आयोजन औरंगाबाद के गेट स्कूल के मैदान में संपन्न होगा, ताकि यह जाना जा सके कि प्रशिक्षण का परिणाम क्या है और समय पडऩे पर छात्राएं अपने साहस का उपयोग किस तरह कर सकेेंगी?
भगत सिंह की जयंती पर दाउदनगर में चर्चा (संध्या गोष्ठी) का संयोजन
दाउदनगर (औरंगाबाद)-सोनमाटी संवाददाता। दाउदनगर के पुरानी शहर (महात्मा फूले नगर) स्थित शिक्षक संगठन के नेता के आवास पर शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की 111वीं जयन्ती के अवसर पर संध्या चर्चा का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय सामाजिक-राजनीतिक कार्यकताओं-बुद्धिजीवियों ने शहीद-ए-आजम के चित्र पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। उपस्थित वक्ताओं ने शहीद-ए-आज़म के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की। बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) एवं अम्बेडकर-फूले विचार मंच के सचिव शिक्षक नेता सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि देश का लोकतन्त्र खतरे में पड़ता जा रहा है। साम्प्रदायिक-फासिस्ट शक्तियां लोकतंत्र को बंधक बनाकर रखने पर आमादा हैं। ऐसे में शहीद-ए-आज़म का विचार ज्यादा प्रसांगिक हो गया है। उनके विचारों की रोशनी में चलकर चुनौतियों का मुकाबला किया जा सकता है।
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) के औरंगाबाद जिला संयोजक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि देश की आज़ादी के 70 साल बीत जाने के बावजूद आज भी शहीद-ए-आज़म का सपना अधूरा पड़ा है। जिस तरह का देश बनाने का सपना उन्होंने देखा था, उस तरह का देश अभी तक बना नहीं। उनके अधूरे सपने को पूरा करने के लिए जी-तोड़ प्रयास करना ही शहीद-ए-आज़म के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। भगत सिंह सामाजिक विकास संस्थान के अध्यक्ष कृष्णा प्रसाद चंद्रवंशी ने भी भगत सिंह के संघर्ष को प्रस्तुत किया। गणेश सिंह, चंद्रदेव सिंह, मुखदेव भगत, अजय भगत, धर्मेन्द्र कुमार, अंशु कुमारी, विजेता कुमारी, निर्मल कुमारी, दुर्गा यादव ने भी चर्चा में शामिल होकर अपनी बात रखी। चर्चा के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक-राजनीतिक कार्यकता हाजी मोहम्मद लतीफ कुरैशी ने की।