अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव के निर्णायकों में कृष्ण किसलय / सम्मानित होंगे उपेन्द्र कश्यप सहित छह लेखक / ला-कालेज में मूटकोर्ट अभ्यास / रेलगाडिय़ों के मार्ग-परिवर्तन

तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म उत्सव 4, 5, 6 जनवरी को 

दाउदनगर (औरंगाबाद)-विशेष प्रतिनिधि। बिहार में पहली बार तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। 4, 5, 6 जनवरी को होने वाले इस समारोह का आयोजन धर्मवीर फिल्म एंड टीवी प्रोडक्शन ने किया है और इस महत्वाकांक्षी संयोजन का प्रायोजक विद्या निकेतन विद्यालय समूह, दाउदनगर है। धर्मवीर फिल्म एंड टीवी प्रोडक्शन के युवा फिल्मकार, निर्देशक डा. धर्मवीर भारती को डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माण के लिए कई महत्वपूर्ण पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म उत्सव, बिहार के संयोजन अध्यक्ष डा. धर्मवीर भारती ने बताया कि निर्णायक मंडल में फिल्म और लेखन जगत की वरिष्ठ हस्तियां शामिल हैं। इस फिल्म उत्सव का उद्देश्य फिल्म निर्माण और अभिनय के क्षेत्र में नए लोगों को आकर्षित करना, उनके लिए समुचित प्लेटफार्म मुहैया कराना और फिल्म निर्माण, निर्देशन, अभिनय, लेखन आदि में सक्रिय लोगों के कार्य को विस्तार देना है। यह बिहार में अपनी तरह का पहला आयोजन है।

इस आशय की जानकारी देते हुए डा. धर्मवीर भारती ने बताया कि इस अंतरराष्ट्रीय बाल फिल्म उत्सव के निर्णायक मंडल के सदस्य के रूप में वरिष्ठ फिल्म निर्माता-निर्देशकों के साथ देश के एक वरिष्ठ विज्ञान लेखक-पत्रकार और नाटककार कृष्ण किसलय (समूह संपादक, सोनमाटी मीडिया समूह) को आमंत्रित किया गया है। फिल्म समारोह में बाल श्रम, बाल यौन उत्पीडऩ, बाल अधिकार एवं कानून, लिंगभेद, रंगभेद, समुचित शिक्षा, युगानुरूप तकनीकी ज्ञान के साथ विभिन्न बाल समस्याओं और मुद्दों पर केेंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन होगा। फिल्म समारोह में तीन श्रेणियों लघु कथाचित्र (फीचर फिल्म), वृत्तचित्र (डाक्युमेंट्री फिल्म) और एनिमेशन के अंतर्गत फिल्में प्रदर्शित होंगी। फिल्मों के प्रदर्शन के बाद उनके निर्माताओं-निर्देशकों की सोच, अनुभव के साथ विशेषज्ञों के विचार भी प्रस्तुत होंगे, ताकि फिल्म तकनीक, निर्माण की कला और दशा-दिशा पर सार्थक समझ कायम हो सके।
(रिपोर्ट : निशांत राज)

भूतपूर्व साहित्यकारों की स्मृति में सम्मान, पुस्तक का होगा विमोचन

औरंगाबाद (विशेष प्रतिनिधि)। उमगा पब्लिकेशन की ओर से प्रकाशित किताब (देव और सूर्यपूजा) का विमोचन 30 दिसम्बर को चित्रगुप्त सभागार में होगा। उमगा पब्लिकेशन के प्रबंध निदेशक प्रेमेन्द्र मिश्र के अनुसार, पुस्तक में औरंगाबाद जिला अंतर्गत देव के इतिहास और पुरातत्व से संबंधित प्रामाणिक सामग्री दी गई है। इसमेें सूर्य पूजा की सांस्कृतिक विरासत के बारे में बताया गया है। देव (औरंगाबाद) का सूर्य मंदिर बिहार की सूर्य-संस्कृति की प्रतिनिधि धरोहर है। बिहार प्रदेश सूर्य-पूजा-संस्कृति का अग्रणी वाहक और मूल भूमि भी रहा है। इस पुस्तक के लेखक नवबिहार टाइम्स के संपादक कमल किशोर हैं। प्रेमेन्द्र मिश्र ने दावा किया है कि देव मंदिर पर लिखी गई यह पहली प्रमाणित पुस्तक है। इस पुस्तक से लोगों को देव और उसके ऐतिहासिक परिदृश्य पर विस्तृत जानकारी मिलेगी। विमोचन समारोह के अवसर पर औरंगाबाद के पांच लेखकों मिथिलेश मधुकर, डा. सुरेंद्र मिश्र, प्रभात बांधुल्या, धनंजय जयपुरी, उपेन्द्र कश्यप को भूतपूर्व साहित्यकारों की याद में क्रमश: कामता सिंह काम, शंकरदयाल सिंह, राधाकृष्ण, रामाधार दुबे, तारकेश्वर सिंह स्मृति सम्मान के साथ पुस्तक के लेखक कमल किशोर को भी उमगा पब्लिकेशन का उंमगेश्वरी सम्मान दिया जाएगा। प्रेमेन्द्र मिश्र के अनुसार, उमगा पब्लिकेशन की पहली किताब (कबीर की राह और कबीर लोग) के बाद यह दूसरी प्रकाशित किताब है। इस प्रकाशन से कई किताबें प्रकाशनाधीन हैं, जिन पर कार्य जारी है।
(रिपोर्ट : निशांत राज)

ला-कालेज के विद्यार्थियों ने किया मूटकोर्ट अभ्यास

डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) के अंतर्गत संचालित नारायण ला-कालेज में मूट-कोर्ट अभ्यास वर्ग का आयोजन किया गया। मूट-कोर्ट में न्यायाधीश की भूमिका में ला-कालेज के आनंद राज और अधिवक्ताओं की भूमिका में मान्या पोद्दार, शालिनी राय, इफतीशा सफी और संजीव कुमार सिंह थे, जिन्होंने वरिष्ठ प्राध्यापकों की देख-रेख में बहस, तर्क-वितर्क और सुनवाई का कार्य किया। मूट-कोर्ट के जरिये बताया जाता है कि न्यायालय में बहस और फैसला की प्रक्रिया किस तरह पूरी की जाती है? मूट-कोर्ट अभ्यास के दौरान नारायण स्कूल आफ ला के प्राध्यापकों अरुण कुमार (डीन), संजय कुमार सिंह, डा. नर्मदा सिंह, अंजलि सिंह आदि के साथ जीएनएसयू के कुलपति डा. एमएल वर्मा, परीक्षा नियंत्रक डा. कुमार आलोक प्रताप और वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)

रेलमार्ग में 08 दिसम्बर तक बदलाव, अभियंता सम्मानित

डालमियानगर (रोहतास)-वरिष्ठ संवाददाता। डेहरी-आन-सोन रेल स्टेशन से गुजरने वाली कई एक्सप्रेस रेलगाडिय़ों का रूट बदल दिया गया है और कई पैसेंजर रेलगाडिय़ों का परिचालन रद्द कर दिया गया है। रेलवे के जनसंपर्क विभाग के प्रवक्ता जीके सिंह के अनुसार, भभुआ रोड रेल स्टेशन पर इंटरलाकिंग कार्य चलने के कारण 8 दिसम्बर तक पुरुषोत्तम एक्सप्रेस टाटा होकर चोपन के रास्ते नई दिल्ली तक जाएगी और भभुआ-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस सासाराम तक ही चलेगी।
उधर, डेहरी-आन-सोन स्थित 2005 बैच के सहायक मंडल अभियंता (दूरसंचार) अनिल कुमार रजक को समूह-ख के रेल अधिकारियों के एकीकृत पाठ्यक्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष बीके यादव ने स्मृतिचिह्नï देकर सम्मानित किया। श्री रजक के दिल्ली से डेहरी लौटने पर रेल मंडल प्रबंधक पंकज सक्सेना, डेहरी स्टेशन प्रबंधक राजीव कमल, कर्मचारी यूनियन के एसपी सिंह और वीरेन्द्र पासवान सहित अनेक रेल अधिकारियों-कर्मचारियों ने बधाई दी है।
(रिपोर्ट : वारिस अली)

 

 

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