डेहरी-आन-सोन (बिहार)-कार्यालय संवाददाता। इलाज के विभिन्न सुपर स्पेशलिटी विभागों हृदय रोगों के लिए कार्डियोलाजी, तंत्रिका-तंत्र के रोगों के लिए न्यूरोलाजी, मूत्राशय संबंधी बीमारी के लिए यूरोनोलाजी, गैस के लक्षण वाले पेट के रोगों के लिए गैसट्रोलाजी आदि के कारण गोपालनारायणसिंह विश्वविद्यालय परिसर के अंतर्गत कार्यरत एनएमसीएच (नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्रिपटल) ने अपनी विश्वसनीय चिकित्सा और बेहतर चिकित्सकीय संधासन के जरिये सौ किलोमीटर से अधिक दायरे में अपना भरोसा स्थापित कर लिया है।
यह जानकारी सोनमाटीडाटकाम को देते हुए एनएमसीएच के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रमनारायण सिंह ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में विगत दिनों से चिकित्सकों के कामबंद आंदोलन से गंभीर मरीजों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
कहा कि एनएमसीएच उत्तर प्रदेश के वाराणसी और बिहार के गया के बीच इलाज और स्वास्थ्य की गारंटी का एक भरोसोमंद केेंद्र है।
त्रिविक्रमनारायण सिंह ने कहा है कि एनएमसीएच में डायलिसिस और कैथलैब की अतिरिक्त विशेष व्यवस्था है। यहां जांच के एमआरआई, सीटी स्कैन, अल्ट्रासोनोग्राफी के साथ अन्य तरह की प्रामाणिक जांच-शालाएं हैं।
यहां के ब्लड बैंक में सभी रक्तसमूह के मरीजों के लिए खून के साथ प्लेटलेट (रक्त कोशिका) और प्लाज्मा (रक्त द्रव) की भी व्यवस्था है। इसके अस्पताल में सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हुए गंभीर मरीजों के लिए अलग वार्ड, चिकित्सक, चिकित्सा संसाधन की 24 घंटा सेवा उपलब्ध है।
(रिपोर्ट व तस्वीर : भूपेन्द्रनारायण सिंह, पीआरओ, एनएमसीएच)
इंडोस्कोपिक : सिलसिला कामयाबी का, एक और सफल आपरेशन
डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। दूरबीन से बिना चीर-फाड़ वाले तकलीफदेह रहित आपरेशन विधि (इंडोस्कोपिक) के जरिये जटिल आपरेशन को कामयाबी के साथ संपन्न करने का सिलसिला एनएमसीएच (नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल) में जारी है। अस्पताल के ईएनटी विभाग ने भोजपुर जिले के मोवाखुर्द गांव के एक नवयुवा मरीज का आपरेशन कर नाक के भीतर से छह सेन्टीमीटर लम्बाई का मांस का टुकड़ा इंडोस्कोपिक विधि से बाहर निकाला।
नाक के अंदर मांस बढ़ जाने के कारण वह मरीज पिछले तीन सालों से सभी मौसम में सर्दी-एलर्जी और लगातार छींक से परेशान तो था ही। इस कारण उसे लगातार सिर में दर्द रहने की समस्या भी थी।
ईएनटी विभाग के डा. सुजीत कुमार और डा. चंद्रकांत दिवाकर ने निश्चेतक डा. टीके राय की टीम ने इस मरीज का इंडोस्कोपिक (दूरबीन) विधि से आपरेशन किया। इस टीम में एनएमसीची के पीजी के मेडिकल छात्र डा. नीरज भी सहयोगी थे।
(रिपोर्ट व तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह)
सृजन-2018 : अब एनएमसीएच के वार्षिक आयोजन का इन्डोर गेम शुरू
डेहरी-आन-सोन (कार्यालय संवाददाता)। जमुहार स्थित एनएमसीएच में इसके वार्षिक समारोह (सृजन-2018) के अंतर्गत होने वाली आउटडोर खेल श्रृंखला के बाद अब इनडोर खेल श्रृंखला शुरू हो गई है। एनएमसीएच के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रमनारायण सिंह ने बैटमिंटन टुर्नामेंट का उद्घाटन कर इनडोर गेम का आगाज किया। आउटडोर गेम का शुभारंभ गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय की संचालक संस्था देवमंगल ट्रस्ट के सचिव गोविन्दनारायण सिंह ने किया था। आउटडोर की शुरुआत क्रिकेट मैच से हुई थी, जिसमें पीजी की टीम अपना दोनों मैच क्रमश: कलाम हाउस टीम व स्टाफ टीम से हार गई और भाभा हाउस टीम रमन हाउस टीम को हरा चुकी है।
23 नवम्बर से आरंभ हुआ सृजन-2018 विभिन्न तरह के खेल-कूद और सांस्कृतिक गतिविधियों का सामूहिक संयोजन है। इसके आउटडोर गेम में क्रिकेट, वालीबाल, बैंटमिंटन और एथेलेटिक्स शामिल हैं, जो दो दिसम्बर तक चलेगा। जबकि इनडोर गेम में टेबल टेनिस, शतरंज, फाइन आर्ट, फोटग्राफी, रंगोली, मेंहदी, वाद-विवाद और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल हैं। सृजन-2018 का समापन 20 दिसम्बर को गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय परिसर मेंं भव्य रंगारंग (सांस्कृतिक) कार्यक्रम के साथ संपन्न होगा।
(रिपोर्ट व तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह)