दहेज़ प्रथा समाप्त हो तों अच्छी बात है। सराहनीय कदम है। recieved by [email protected] on dated 01.11.2017—————————————————————————-
दहेजबंदी और बाल विवाह निषेध को लेकर नोडल एजेंसी महिला विकास निगम द्वारा इस संबंध में सभी विभागों और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर निर्देश दिया जाएगा कि वे सरकारी सेवा में आने वाले कर्मियों से शपथ पत्र लेने के साथ इस पर सख्त नजर भी रखें। अगर किसी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ कोई शिकायत मिलती है, तो उस पर तुरंत कार्रवाई करें।
दहेजबंदी और बाल विवाह निषेध को लेकर भी अन्य प्रावधान लागू किए जाएंगे। इनमें विवाह भवन द्वारा विवाह पूर्व दहेज नहीं लेने और देने तथा बाल विवाह नहीं करने संबंधी शपथ पत्र लिया जाएगा। अगर कोई पंडित या मौलवी या धर्मगुरु बाल विवाह कराएंगे, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। शराबबंदी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक सुधार की दिशा में बाल विवाह और दहेज के खिलाफ मुहिम के रूप में दूसरा बड़ा कदम उठाया है।
MADAN KUMAR दहेज़ प्रथा समाप्त हो तों अच्छी बात है।
सराहनीय कदम है