बिहार काव्योत्सव में कवियों ने बिखेरे कविता के बहु रंग
पटना (सोनमाटी प्रतिनिधि)। साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था आगमन की ओर से बिहार काव्योत्सव का आयोजन बिहार उर्दू अकादमी सभाकक्ष में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के बाद वीणा वादनी वर दे प्रार्थना-गीत से हुआ। इस अवसर पर कवयित्री रश्मि अभय की काव्य कृति रेनकोट का लोकार्पण हुआ। आगमन के राष्ट्रीय राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन जैन और अतिथियों ने सम्मानपत्रऔर स्मृतिचिह्नï प्रदान किया गया। अध्यक्षीय संबोधन में पूर्व प्रशासनिक अधिकारी राजीव कुमार सिंह ने कहा कि साहित्य का काम समाज में समरसता पैदा करना है और यह आगे-आगे चलने वाला मशाल है। उल्लेखनीय योगदान के लिए आगमन की पटना शाखा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सिद्धेश्वर और सचिव वीणाश्री हेम्ब्रम को सम्मानित किया गया। समारोह का संचालन मो. नसीम अख्तर और वीणाश्री हेम्ब्रम ने किया।
काव्योत्सव समारोह के कवि सम्मेलन सत्र में पटना और पटना से बाहर के कवियों-कवयित्रयों, शायर नंदिनी प्रणय, सुधांशु कुमार, राजमणि मिश्र, मनीष आर राही, कुमारी सजल शालिनी (छपरा), कुमारी रचना (पूर्णिया), नसीर आलम, कुमार अरुणोदय, अमित कुमार आजाद (इलाहाबाद), आराधना प्रसाद, कृष्णा सिंह, नेहा नारायण सिंह, दिलीप कुमार खान, रमेश कंवल, शाईस अंजुम (सीवान), पूनम सिन्हा, सुनील कुमार, प्रेमकिरण, नेहा नुपूर, पुष्पा जमुआर, नीतू सिंह, रूपेश रााजकांता, शुभचंद्र सिन्हा, गणेश बागी, संजय कुमार संजु, सिद्धेश्वर, नीलांशु रंजन ने अपनी-अपनी सोच और शब्द-प्रयोग से संवेदना-आक्रोश-सद्भाव-आकांक्षा के धरातल पर विभिन्न विषयों पर काव्य-पाठ किया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : सिद्धेश्वर)
तुलसी, मैथिली और गंगाशरण की संयुक्त जयंती
पटना (सोनमाटी प्रतिनिधि)। मंत्रिमंडल सचिवालय के राजभाषा विभाग द्वारा आयोजित मैथिलीशरण गुप्त, गंगाशरण सिंह और महाकवि तुलसीदास की संयुक्त जयंती समारोह के अवसर पर विद्वान वक्ताओं ने इनके कृतित्व-व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। राजभाषा विभाग के निदेशक इम्तियाज अहमद, डा. कुणाल कुमार, डा. दिवाकर पांडेय, डा. छाया सिन्हा, अम्बिका जी, श्रीकांत सिंह, उपेन्द्रनाथ पांडेय आदि ने संबोधित किया। समारोह का संचालन कुंवर जी ने किया और अध्यक्षता वरिष्ठ कवि सत्यनारायण ने की। समारोह में डा. विजय प्रकाश, मधुरेश शरण, हृदयनारायण झ, कमला प्रसाद, डा. अर्चना त्रिपाठी आदि वरिष्ठ साहित्यकारों के साथ सैकड़ों की संख्या में लेखक-कवि, सुधी श्रोता और कालेजों के विद्यार्थी उपस्थित थे।
(रिपोर्ट : सिद्धेश्वर)
लता प्रासर सहित सौ युवा साहित्यकार सम्मानित
पटना (सोनमाटी समाचार)। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन की ओर से सम्मेलन शताब्दी वर्ष के अवसर पर बिहार सहित अन्य राज्यों के सौ युवा साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। इसके लिए सम्मेलन की संबंधित विद्वत समिति ने अपने तरीके से विभिन्न राज्यों से युवा कथाकारों, कवियों, लेखकों का चुनाव किया। पटना की युवा कवयित्री लता प्रासर भी सम्मान के लिए चयनित सौ साहित्यकारों में शामिल थीं, जिन्हें सम्मान प्रमाणपत्र, स्मृतिचिहन्न आदि पटना के साहित्य सम्मेलन भवन में प्रदान किया गाय। लता प्रासर का प्रथम कविता संग्रह इसी साल प्रकाशित हुआ है।
(वाह्टसएस सूचना)