एकजुटता से ही वैश्य समाज का विकास
औरंगाबाद (विशेष संवाददाता)। धर्मशाला रोड स्थित महाजन क्लब में वैश्य चेतना समिति द्वारा आयोजित जिलास्तरीय कार्यकर्ता सह सम्मान समारोह में वक्ताओं ने कहा कि एकजुटता से ही वैश्य समाज का विकास हो सकता है और उसे संख्या बल के अनुरूप राजनीतिक हैसियत प्राप्त हो सकती है। यह बताया गया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और राजद नेतृत्व वाले दोनों गठबंधनों के 34 वैश्य प्रत्याशियों में 24 ने जीत हासिल की है। यह 70 फीसदी स्ट्राइक रेट है। वैश्य चेतना समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुंदर साहू, अभियंता की अध्यक्षता में हुए समारोह को उपाध्यक्ष अनंत प्रसाद सोनी, डा. सुनील कुमार, दीपक कुमार, सचिव रविकांत चौरसिया, कोषाध्यक्ष नंदकिशोर पोद्दार के साथ विद्या निकेतन विद्यालय समूह के निदेशक आनंद प्रकाश, श्रीकांत अग्रवाल, करमू साह केसरी, विजाय अकेला, शैलेन्द्र नारायण साह, सत्यभूषण प्रसाद आदि ने संबोधित किया। संचालन वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र कश्यप और राजकुमार पार्थसारथी ने किया।
जिला स्तरीय समिति का गठन :
समारोह में जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया। जिला समिति में समाज के रौनियार वैश्य से मुकेश गुप्ता, संतोष गुप्ता, तैलिक वैश्य से सुरेंद्र मुखिया, संतोष कुमार, कानू-हलवाई समाज से राजेश गुप्ता, दिलीप गुप्ता, स्वर्णकार वैश्य से उपेंद्र कश्यप, रिंकू सोनी, चौरसिया वैश्य से सुरेंद्र चौरसिया, रामचंद्र प्रसाद चौरसिया, शौंडिक वैश्य से सुनील गुप्ता, राहुल प्रसाद, अग्रवाल वैश्य से गौरव कुमार, विजेंद्र अग्रवाल, पटवा-तांती वैश्य से महादेव पटवा, अशोक पटवा, कुम्भकार वैश्य से नीरज कुमार, कसौंधन वैश्य से आनंद कुमार, डा. मनोज, मालाकार वैश्य से वसंत मालाकार, रामप्रवेश भगत, बढ़ई वैश्य से रामप्रसाद वर्मा, सुरेश शर्मा, लोहार वैश्य से विनय शर्मा, रामनंदन वर्मा, लहेरी वैश्य से राजकुमार लहेरी, मिथलेश लहेरी शामिल किए गए। औरंगाबाद जिला के सभी 11 प्रखंडों के लिए भी तदर्थ समिति बनाई गई और संयोजक मनोनीत किए गए। प्रखंडों की तदर्थ समितियों और संयोजकों को विधिवत कार्यकारिणी का गठन कर जिला और राज्य की कार्यकारिणी से अनुमोदित करा लेने को कहा गया।
सेना के लेफ्टिनेंट बने कुंदन सिंह
डेहरी-आन-सोन (रोहातास)-कार्यालय प्रतिनिधि। डिहरी प्रखंड के पहलेजा पंचायत के शिवपुर गांव वासी कुंदन सिंह का भारतीय सेना में अफसर के रूप में चयन किया गया। पिछले दिनों देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड में कुंदन सिंह को बैच लगाकर लेफ्टिनेंट का रैंक प्रदान किया गया। 08 अक्टूबर 1997 को जन्मे कुंदन सिंह की प्रारंभिक शिक्षा डालमियानगर के मथुरापुर कालोनी स्थित ठिकरा कान्वेंट स्कूल में हुई। वहां से छठीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी करने के बाद आगे की शिखर राष्ट्रसेवा के उद्देश्य से लक्ष्यपूर्ण पढ़ाई के लिए वह राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल, अजमेर में नामांकन कराया। अजमेर में 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद 2016 में इनका चयन नेशनल डिफेेंस एकाडमी (एनडीए) की ओर से पढ़ाई और प्रशिक्षण के लिए आईएमए में हो गया। आईएमए में चार साल के कठोर प्रशिक्षण पूरा करने के बाद इन्हें पिछले दिनों आईएमए परिसर में संपन्न राष्ट्रीय स्तर की पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट पद दिया गया। लेफ्टिनेंट भारतीय सैन्य सेवा के सीनियर अफसर संवर्ग का प्रथम रैंक है, जिसके बाद प्रोन्नति पाकर सैन्य अधिकारी जनरल के पद तक पहुंचते हैं। इनके पिता जितेन्द्र सिंह भी सेना से ही नायक पद से सेवानिवृत हैं। माता सविता देवी पढ़ी-लिखी गृहणी हैं। सेना से सेवानिवृत कई लोग इनके परिवार के सदस्य हैं।
किसानों की शहादत पर श्रद्धांजलि सभाएं
सासाराम (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। नए कृषि कानून को लेकर सत्ता पक्ष-विपक्ष की रणनीति जारी है। जहां भाजपा और जदयू की ओर से किसान चौपाल के जरिये किसानों को कृषि कानूनों के प्रति भी जागरूक किए जाने पर जोर है और किसानों के हित में होने की बात बताई गई तो वहींदूसरी तरफ राजद, कांग्रेस, वामपंथी दलों की ओर से किसानों को सचेत किया जा रहा है और कृषि कानूनों से संबंधित आशंकाओं को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। जिला मुख्यालय सासाराम और अनुमंडल मुख्यालयों डेहरी-आन-सोन, बिक्रमगंज में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, संघर्षशील श्रमिक संघ, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा आदि के तत्वावधान में दिल्ली बार्डर पर धरना दे रहे किसानों की हुई मौत पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया और यह बताया गया कि कृषि कानून के जरिये केेंद्र सरकार किसानों को उनका कृषि उत्पाद पर स्वाभाविक हक छीनकर पूंजीपतियों के हाथों का निरुपाय खिलौना बनाना चाहती है।