पटना/गया (सोनमाटी समाचार)। चाहे शहर हो या गांव अब बिहार में पालिथीन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगेगा। बिहार सरकार की ओर से पटना उच्च न्यायालय में हलफनामा दायर पेश कर बताया गया है कि 25 अक्टूबर से प्रदेश के सभी शहरों और 25 नवम्बर से ग्रामीण इलाकों में पॉलिथीन थैलों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लग जाएगा।
मुख्य न्यायधीश एमआर शाह और न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार की पीठ के समक्ष राज्य सरकार की ओर से पेश हुए महाधिवक्ता ललित किशोर ने बताया कि पॉलिथीन के इस्तेमाल पर आगामी 25 अक्टूबर से प्रदेश के सभी शहरों और 25 नवम्बर से ग्रामीण इलाकों में पॉलिथीन थैलों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध होगा। पटना उच्च न्यायालय की पीठ पॉलिथीन की थैलियों पर रोक से संबंधित जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी।
कोर्ट ने गया जिले के बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर स्थित तालाब के प्रदूषित होने के मुद्दे पर समाचारपत्र में छपी खबर पर संज्ञान लिया था और राज्य सरकार को यह निर्देश दिया था कि प्लास्टिक से बने पॉलिथीन थैलों के इस्तेमाल पर रोक लागाने के लिए वह कानून बनाए, जिसमें उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड लगाने का प्रावधान हो। बिहार सरकार ने बीते वर्ष सितंबर में प्लास्टिक से बने पॉलिथीन थैलों के निर्माण, बिक्री पर प्रतिबंध के लिए मसौदा तैयार किया था और इस पर विभिन्न संगठनों, संस्थानों और हितधारकों से सुझाव मांगे थे।
सीटों पर दावेदारी के लिए कांग्रेस का सर्वेक्षण जारी
पटना (सोनमाटी समाचार)। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजद के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस पार्टी राज्य में अपनी स्थिति का आकलन कर रही है। कांग्रेस पार्टी का दो स्तरों पर सर्वेक्षण जारी है। वह अपने स्तर से विभिन्न लोकसभा सीटों का आकलन कर रही है तो स्वतंत्र सर्वेक्षण के लिए उसने एक एजेंसी की सेवा ले रखी है। कांग्रेस का ध्यान सीमांचल और उन क्षेत्रों पर ज्यादा केंद्रित हैं, जहां हालिया लोकसभा चुनावों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने सर्वेक्षण की पुष्टि की है।
सर्वेक्षण का मकसद यह पता करना है कि विभिन्न सीटों पर कांग्रेस की क्या स्थिति है और क्या करना चाहिए? इसी आधार पर कांग्रेस 40 लोकसभा सीटों में से अपने लिए वांछित सीटों पर दावेदारी पेश करेगी। कांग्रेस ने 2014 के लोकसभा चुनाव में राजद के साथ गठबंधन में बिहार की 12 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 8.40 फीसदी वोट मिले थे, दो सीटों पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण यह है कि वह कितनी सीटों पर लडऩे के बजाय कितनी सीटों पर जीत सकती है?