डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय संवाददाता। गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) बिहार के ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को भी महानगरों की तरह श्रेष्ठ शिक्षण संसाधन मुहैया कराने के लिए कृतसंकल्प है, ताकि इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी नौकरी पाने की दौड़ में अव्वल हो सकेें और अपनी सृजनात्मकता को अवरोधरहित वातावरण में निखार सकेें। यह बातें जीएनएसयू के कुलाधिपति गोपालनारायण सिंह ने कही। वह विश्वविद्यालय परिसर के सभागार में विभिन्न शिक्षा संस्थानों के विद्यार्थियों को प्रोफेशनल कोर्स के प्रथम सत्र की परीक्षा परिणाम का ग्रेड कार्ड का वितरण करने के दौरान कही। उन्होंने कहा कि बिहार के इस सुदूर पर्वतीय ग्राम्य अंचल में, मेडिकल कालेज, मैनेजमेंट कालेज, फार्मेसी कालेज, नर्सिंग कालेज, ला-कालेज आदि की स्थापना से बिहार के विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बाहर नहींजाना पड़ रहा है। दूसरी बात यह भी हुई है कि कम आय वर्ग के स्थानीय विद्यार्थी भी अब मेडिकल सहित अन्य प्रोफेसनल कोर्स की पढ़ाई के लिए सोचने लगे हैं, क्योंकि उन्हें उनके पड़ोस में यह अवसर उपलब्ध है।
जीएनएसयू के कुलपति डा. एमएल वर्मा और परीक्षा नियंत्रक डा. कुमार आलोक प्रताप ने बताया कि परीक्षा की गुणवत्ता से गुजरकर विद्यार्थियों ने बेहतर शैक्षणिक-प्रदर्शन किया है। बेशक, बेहतर करने की कोई सीमा नहींहै, जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और शिक्षकों की टीम लगातार प्रयासरत है। जीएनएसयू के रजिस्ट्रार डा. राधेश्याम जायसवाल ने कहा कि हर स्तर पर श्रैष्ठता और पारदर्शिता ही सफलता का सूत्र है। इस अवसर पर मेड़िकल कालजे के प्राचार्य डा. एसएन सिन्नहा, फार्मेसी कालेज के प्रचार्य डा. विनोद तिवारी, ला-कालेज के प्राचार्य डा. अरुण कुमार, निदेशक (शिक्षा) डा. दिलीप कुमार यादव, प्रबंध संस्थान के डीन आलोक कुमार और अन्य वरिष्ठ प्राध्यापक समारोह में शामिल थे।
सुरक्षित मातृत्व : राज्य स्तरीय नर्सिंग कान्फ्रेन्स 11, 12 को
गोपालनारायण सिंह विश्वविद्यालय (जीएनएसयू) परिसर में सुरक्षित मातृत्व विषय पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय कान्फ्रेन्स 11 और 12 अप्रैल को होगा, जिसका शुभारंभ पहले दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ होगा। इस महत्वपूर्ण राज्य स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन जीएनएसयू के अंतर्गत संचालित नारायण नर्सिंग कालेज की ओर से विश्व स्वास्थ्य संगठन की बिहार शाखा और बिहार नर्सिंग पंजीकरण परिषद, पटना के सहयोग से किया गया है। इस संगोष्ठी में भारत सहित विकासशील देशों में जच्चा-बच्चा की सुरक्षा पर विचार-विमर्श किया जाएगा और संबंधित शोधों को प्रस्तुत किया जाएगा। कम संसाधन वाले गरीब और विकासशील देशों में बच्चे को जन्म देने वाली मांं और जन्म लेने के बाद बच्चे की उत्तरजीविता बेहद संकट में होती है। बिहार राज्य भी इस समस्या से ग्रस्त है।
(रिपोर्ट, तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, जीएनएसयू)
नोएडा के शिक्षण संस्थान की दी जानकारी, शिक्षकों को दिया सम्मान
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। ग्रेटर नोएडा के विश्वेश्वरैया ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन के रीजनल हेड अभिषेक पांडेय ने यहां आयोजित एक समारोह में इंजीनियरिंग, पोलीटेक्निक, बी. फार्मेसी, एमबीए, एमटेक, बीबीए, एलएलबी, बीएससी एग्रीकल्चर और डी. फार्मा की पढ़ाई के लिए एक ही संस्थान और एक ही परिसर की व्यवस्था की जानकारी दी।
इस अवसर प्रो. एसएन सिंह (गणित), प्रो. वीरप्रताप सिंह (गणित), आलोक सिंह (गूगल क्लासेज के संचालक) एस. लाल (मोटिवेशनल स्पीकर), बीएन सिंह (कॉमर्स), राजीव रंजन (फिजिक्स), अर्जुन कुमार (शिक्षक पत्रकार), केके तिवारी (कैरियर काउंसलर), अरुण कुमार (केमेस्ट्री), आदि शिक्षकों को संस्थान (विश्वेश्वरैया ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन) की ओर से डायरी और कैलेंडर भेंटकर सम्मान दिया गया।
उधर, सासाराम में लायन्स क्लब आफ सासाराम के एक प्रतिनिधि मंडल की ओर से रोहित वर्मा के नेतृत्व में रोहतास जिला के सहायक पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार को ट्रैफिक के सुचारू संचालन के उद्देश्य 251 फीट लंबाई का रस्सा सौंपा गया।
(रिपोर्ट, तस्वीर : अर्जुन कुमार)