खेतीबाड़ी कृषि–क्लिनिक योजना अंतर्गत चयनित 40 प्रशिक्षुओं ने वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय, की रूपरेखा एवं कार्यप्रणाली के बारे में हासिल की विस्तृत जानकारी
पटना- कार्यालय प्रतिनिधि। भारत सरकार के अधीन कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र, पटना (सी.आई.पी.एम.सी.) द्वारा शुक्रवार को बिहार राज्य कृषि विभाग द्वारा आयोजित खेतीबाड़ी कृषि –क्लिनिक योजना अंतर्गत चयनित 40 प्रशिक्षुओं का भ्रमन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कार्यालय प्रभारी, वी.के.गुप्ता पौधा संरक्षण अधिकारी (पादप रोग विज्ञान), सी.आई.पी.एम.सी पटना ने प्रशिक्षुओं का स्वागत किया तथा वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय, की रूपरेखा एवं कार्यप्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षुओं को रबी काल का गेंहू की फसल में एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन पर प्रशिक्षण व्याख्यान और राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रणाली (एन.पी.एस.एस.) एप्प की कार्यशैली व उपयोग एवं सभी प्रशिक्षुओं का स्काउट आई.डी. बना कर प्रदान किया गया और उसके बाद आई.पी.एम. सेवा केंन्द्र वनस्पति संरक्षण, संगरोध एवं संग्रह निदेशालय की इंटर्नशिप सम्बंधित जानकारी दी गई।
तत्पश्चात सभी प्रशिक्षुओं को कार्यालय का जैव प्रयोगशाला का भ्रमण कराया गया जिसमे उनको कार्यालय द्वारा उत्पादन किये जा रहे होस्ट कल्चर कोरसईरा और विभिन्न प्रकार के जैव परजीवी जैसे की ट्राईकोग्रामा जाति के अंड परजीवी, अंड और लार्वा परजीवी चेलोनोमस ब्लैकबौर्नी और पैथोजेन ट्राईडरमा जाति, बुवेरिया जाति , मेटारिज़ियम जाति आदि सजीव प्रदर्शन के साथ प्रशिक्षण दिया गया।
रिपोर्ट, तस्वीर : पीआईबी (पटना), इनपुट : निशांत राज