दाउदनगर/औरंगाबाद (सोनमाटी समाचार टीम)। छात्राओं के आत्मबल में वृद्धि करने और निजी सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एक सप्ताह के राष्ट्रीय अभियान मिशन साहसी की शुरुआत हो चुकी है।
छात्राओं के सामूहिक प्रशिक्षण का यह अभियान 29 अक्टूबर को समाप्त होगा, जिसके तहत छात्राओं के लिए अपने-अपने शहर में जुडो-कराटे, भारोत्तोलन आदि का नियमित कार्यक्रम आयोजित होगा।
औरंगाबाद में प्रचार पोस्टर का सामूहिक विमोचन
औरंगाबाद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांतीय छात्रा सह-प्रमुख एवं सिन्हा कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष आशिका सिंह ने कहा है कि यह अभियान इस बात का प्रमाण है कि विद्यार्थी परिषद महिला सशक्तिकरण के प्रति अत्यंत संवेदनशील है। समाज के सभी रूढ़ बंधनों को तोड़कर बेटियां हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं, मगर वह असुरक्षा से सामना करती हैं और उन्हें असुरक्षा की भावना घेरे रहती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रांतीय छात्रा सह-प्रमुख आशिका सिंह के साथ किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज छात्र संघ की अध्यक्ष प्रेरणा सुमन, सुप्रिया सिंह, रतन प्रिया, दीपशिखा, मनीषा सिंह आदि ने प्रचार पोस्टर का सामूहिक विमोचन किया। औरंगाबाद में प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद प्रशिक्षण में शामिल सभी छात्राओं के लिए कौशल प्रदर्शन समारोह का आयोजन औरंगाबाद के गेट स्कूल के मैदान में होगा। मिशन साहसी अभियान के अंतर्गत विद्यालयों और महाविद्यालयों के निबंधित छात्राओं को 23 से 29 अक्टूबर तक प्रशिक्षण दिया जा रहा है , एनसीसी फिजिकल एजुकेशन से जुड़े विशेषज्ञ ट्रेनर हैं।
मिशन साहसी छात्राओं को आत्मरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का कार्यक्रम
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दाउदनगर अध्यक्ष चंचल मिश्र ने बताया कि मिशन साहसी छात्राओं को आत्मरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाने का कार्यक्रम है। आज छात्राएं कहीं-न-कहीं समाज में किसी-न-किसी अप्रिय घटना का शिकार हो रही हैं। इसके पीछे का बड़ा कारण छात्राओं में आत्मविश्वास की कमी का होना भी है। जिस दिन छात्राओं का आत्मविश्वास जाग उठेगा, मन में निडरता का स्थाई वास हो जाएगा और विषम परिस्थिति में विवेक से संघर्ष की क्षमता विकसित होगी, वह दिन नारीशक्ति की जीत का होगा।
(रिपोर्ट, तस्वीर संयोजन : निशान्त राज)