ठंड बढऩे से कोरोना वृद्धि की आशंका/ पूर्व सैनिक रेफरल अस्पताल बना एनएमसीएच/ तीन पुस्तकों का विमोचन
तापमान गिरा, बढ़ी कोरोना वृद्धि की आशंक दिल्ली/पटना/डेहरी-आन-सोन (कार्यालय प्रतिनिधि)। अचनाक सर्दी बढ़ चुकी है। सांस के जरिये फैलने वाले कोविड-19 का वायरस सर्दी के मौसम में ज्यादा प्रसारित होने…
आलेख : आखिर हिन्दी कब तक झेलेगी सियासत का दंश (ललित दुबे)/ कविता : अनुत्तरित प्रेम पत्र (ध्रुव गुप्त)
आखिर हिन्दी कब तक झेलेगी सियासत का दंश ललित दुबे मैं हिंदी हूं, राजनीतिज्ञों की उपेक्षा की शिकार। मजबूरी में मुझे अंग्रेजी की सहचरी बनकर रहना पड़ रहा है। बड़ा…
सोनमाटी (स्तंभ वातायन) : ऐतिहासिक-सांस्कृतिक धरोहर गांधी आश्रम जहां पधारे थे बापू/ लघुकथा / गजल / गीत / कविता
ऐतिहासिक-सांस्कृतिक धरोहर गांधी आश्रम जहां पधारे थे बापू बिहार के ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक धरोहरों में हाजीपुर के गांधी आश्रम में सौ साल पहले 7 दिसंबर 1920 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी…
वातायन (निशांत राज) : नए भारत के निर्माण में होगी नई शिक्षा नीति की भूमिका/ कविता (किशोर अग्रवाल) : ये जो जुड़वां बहनें हैं!
-0 कविता 0-ये जो जुड़वां बहनें हैं !-डा. किशोर अग्रवाल, आईपीएस भूख पर बनती हैं कविताएंभूख पर बनती हैं योजनाएंभूख बड़ा प्यारा शब्द, राहत देता हैसत्तासीनों को, सत्तालोलुपों को भीभूख…
विचार : सिर्फ अंकों से ही तय नहीं होती जिंदगी में सफलता की उड़ान (चंडीदत्त शुक्ल)/ कविता : कहो चीन! (अभिषेक अभ्यागत)
इस बार भी 10वीं-12वीं के परीक्षा-परिणाम आने के बाद बेहतर अंक लाने वाले विद्यार्थियों के परिवारों में खुशी तो अंक-पैमाना में पीछे रह गए विद्याथियों के घरों में थोड़ी मायूसी…
कोरोना-काल : तीन कवियों की क्षणिका-त्रयी / आनलाइन कवि-सम्मलेन
कृष्ण किसलय, कृपा शंकर और लता प्रासर की क्षणिकाएं इस बार सोनमाटी के साहित्य स्तंभ सोन-धारा में प्रस्तुत है लघु कविताओं यानी क्षणिकाओं का यह संयोजन। वरिष्ठ रचनाकार कृपा शंकर…
कोरोना महाआपदा : कृष्ण किसलय की लघुकथा ‘पहला उपदेश’ / कुमार बिन्दु की कविता ‘बहुत याद आ रहा…’/ फेसबुक पर लघुकथा सम्मेलन का प्रयोग
कोरोना महाआपदा के मौजूदा दौर में पूरी दुनिया घरों में कैद है। इस अभूतपूर्व नजरबंदी की वैश्विक परिस्थिति में प्रदेश, देश और विश्व भर के दैनिक कामगारों-स्वरोजगारों की बहुत बड़ी…
कोरोना संकट : पृथ्वी का ऐतिहासिक सर्वव्यापी भय / दो कविताएं : नदी और ध्वनि विलाप
यह अपूर्व संकट कि हर आदमी है दूसरे से डरा हुआ 0- कृष्ण किसलय -0 (समूह संपादक, सोनमाटी मीडिया समूह) पृथ्वी इस समय मानवीय स्मृति के उस अभूतपूर्व ऐतिहासिक अवधि…
धरती का शैतान : कृष्ण किसलय की चर्चित विज्ञान कथा
पुस्तक : धरती का शैतान लेखक : कृष्ण किसलय 20वीं सदी के आठवें दशक के अंत में रचित चर्चित साइंस फिक्शन (औपन्यासिक बाल विज्ञान कथा ) –0 संक्षिप्त संशोधित प्रस्तुति…
कविताएं : कृष्ण किसलय और कुमार बिन्दु / पटना में कविता पोस्टर प्रदर्शनी
1. आओ सफर फिर शुरू करें / कृष्ण किसलय अहसास अब भी कितना ताजा हैकि बहुत खुशनसीब गुजरा था बीते वर्षों का पहला सबेरा हां, कितना हसीन था आकाश से…