3. तिल-तिल मरने की दास्तां (किस्त-3)
डालमियानगर पर,तिल तिल मरने की दास्तां धारावाहिक पढ़ा। डालमियानगर पर यह धारावाहिक मील का पत्थर सिद्ध होगा। यह धारावाहिक संग्रहणीय है।अतित के गर्त में दबे हुए, डालमियानगर के इतिहास को…
2. तिल-तिल मरने की दास्तां (किस्त-2)
डालमियानगर पर,तिल तिल मरने की दास्तां धारावाहिक पढ़ा। डालमियानगर पर यह धारावाहिक मील का पत्थर सिद्ध होगा। यह धारावाहिक संग्रहणीय है।अतित के गर्त में दबे हुए, डालमियानगर के इतिहास को…
1. तिल-तिल मरने की दास्तां (किस्त-1)
डालमियानगर पर,तिल तिल मरने की दास्तां धारावाहिक पढ़ा। डालमियानगर पर यह धारावाहिक मील का पत्थर सिद्ध होगा। यह धारावाहिक संग्रहणीय है।अतित के गर्त में दबे हुए, डालमियानगर के इतिहास को…
बिहार में दूसरे राज्यों से आ रही शराब
sonemattee.com ने किया था तस्करी तंत्र का खुलासा, 5 की मौत के बाद सियासी हलचल, धंधेबाज अपना रहे नए तरीके, ग्रामीण इलाकों में बन रही जहरीली शराब, पुलिस की मिलीभगत…
छठ : डूबते सूर्य की पूजा का महापर्व
सूर्यपूजकों की आदिभूमि पर चार दिवसीय पर्व आज से, डेहरी-आन-सोन में सोन महानद तट पर होता है विराट मेले का माहौल, पहली बार च्यवनाश्रम में छठ होने का है पौराणिक…
पहाड़ पर फिर खदबदा रहा माओवादी रक्तबीज
पटना/डेहरी-आन-सोन/औरंगाबाद (बिहार) -कृष्ण किसलय। बिहार के दक्षिणी सीमांत क्षेत्र के कैमूर पहाड़ पर दशकों तक जारी रही रक्तरंजित नक्सली गतिविधियां अद्र्धसैन्य बलों के लगातार अभियान से पिछले कई सालों से…
रोहतास : बिहार का पहला ओडीएफ जिला
इस समाचार के संदर्भ में बिहार के उप मुख्यमंत्री कार्यालय का ई-मेल (नीचे देखें) 7 नवंबर डेडलाइन तय, डालमियानगर के लिए भी हाईकोर्ट की हरी झंडी, कामयाबी के लिए जवाबदेह…
इसलिए है जनतंत्र के चौथे खंभे की हैसियत में पत्रकारिता
कृष्ण किसलय सहित पांच वरिष्ठ पत्रकार सम्मानित केेंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और बिहार के कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार ने प्रेस क्लब में प्रदान किया सम्मान डेहरी-आन-सोन, बिहार (निशांत राज)।…
…और नहीं निकला मुहर्रम का जुलूस
ऐसा हुआ पहली बार, उठे कई सवाल, प्रशासन पर पक्षपात का आरोप , दुर्गा पूजा व मुहर्रम साथ-साथ पटना/डेहरी-आन-सोन (निशांत राज/वारिस अली/कुमार अरुण गुप्ता)। बिहार में दो-तीन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के…
गांधी : बिहार में हुआ महात्मा अवतार
डेहरी-आन-सोन, रोहतास, बिहार (कृष्ण किसलय)। सौ साल पहले 1917 में बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी ने ‘महात्मा’ के रूप में बिहार में ही ‘अवतार’ लिया था। चंपारण (बिहार) में नील की…