अमेरिकी यूनिवर्सिटी से आनलाइन पढ़ाई
सहर्ष अपना घर छोड़ कर २००६ में बंगलोर इंजीनियरिंग पढने गए थे और उसके बाद क्राइस्ट यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडल के साथ एमबीए किया। उसके बाद उन्होंने FMCD इंडस्ट्री की एक उच्चतम ब्रांड के साथ काम करने लगे। बिहार के ये दोनों लाल जो एक दूसरे से हजारो मील दूर थे, पहली बार कोलकाता में मिले और वहीँ इन दोनों ने फैसला किया की दोनों मिल कर बिहार और भारत में विश्वव्यापी अवसर उपलब्ध कराएँगे।
डिजिटल मार्केटिंग एक उभरता हुआ क्षेत्र है और हर साल ग्लोबल मार्केटिंग बजट का अच्छा खासा हिस्सा इस पर खर्च होता है और आने वाले समय में यह और बढ़ने वाला है। शोध कहते हैं २०२० तक दुनिया भर में ३।५ लाख से ज्यादा डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञों की जरुरत पड़ेगी जिसमे से १।५ को भारत में नियुक्त किया जा सकता है। इसमें से साठ प्रतिशत नौकरियां यूएसए से निकलेंगी। इस तरह ज्यादातर डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञों को आसानी से अमेरिकी कंपनियों में उच्च वेतन वाली नौकरी मिल सकती है और वो अपने मनचाहे लोकेशन से काम कर सकते है।
डिजिटल मार्केटिंग इंस्टिट्यूट ऑफ अमेरिका GMR और भूषण एडुकोर्प प्राइवेट लिमिटेड का एक संयुक्त प्रयास है जो डिजिटल मार्केटिंग के ज्ञान देकर युवाओं को अपने लिए बेहतर करियर पाने का अवसर प्रदान करता है। ये भारत में पहली बार एक ऐसा पाठ्क्रम लेकर आई है पूरी तरह से उद्योग पर आधारित है और इसे यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया – मिरामर ने डिजाईन किया था। यह अमेरिकी कोम्पनियीं के साथ इंटर्नशिप की सौ प्रतिशत गारंटी देता है।। जैसे जैसे भारत डिजिटल होता जाएगा डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट्स की जरुरत बढती जाएगी। डिजिटल मार्केटिंग युवाओं को अपने प्रियजनों के पास रह कर सही करियर चुनने में और अच्छी नौकरियां हासिल करने में मदद करेगी।
-Preeti Parashar in patnabeats