डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (एनएमसीएच) की ओर से अहिबरनपुर गांव में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन अस्पताल के महाप्रबंधक उपेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में और मुखिया देवानंद सिंह के संयोजन में किया गया, जिसमें करीब पांच सौ ग्रामीण महिला-पुरुषों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
स्वास्थ्य परीक्षण में अस्पताल के नेत्र रोग, औषधि, शिशु रोग, स्त्री रोग, चर्म रोग, सर्जरी, नाक-कान-गला रोग, हड्डी रोग आदि विभागों के चिकित्सकों ने पैथोलाजी विभाग की टीम के साथ मरीजों की जांच कर उन्हें दवाइयां दी और जरूरी चिकित्सकीय परामर्श दिए। स्वास्थ्य शिविर में मोतियाबिंद का मुफ्त आपरेशन किए जाने के लिए मरीजों का चयन किया गया।
नारायण मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (एनएमसीएच) मेें नए सत्र 2019-20 में भी 150 एमबीबीएस विद्यार्थियों के नामांकन करने की अनुमति भारतीय चिकित्सा परिषद ने दी है। पिछले सत्र 2018-19 में भी 150 एमबीबीएस विद्यार्थियों के नामांकन की अनुमति भारतीय चिकित्सा परिषद ने दी थी। इससे पहले इस मेडिकल कालेज को 100 एमबीबीएस विद्यार्थियों के नामांकन के लिए ही अनुमति थी। इस आशय का भारतीय चिकित्सा परिषद के शासी निकाय के सचिव डा. संजय श्रीवास्तव की ओर से मेडिकल कालेज के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रमनारायण सिंह को भेजे गए अधिकार-पत्र में बताया गया है कि मेडिकल कालेज और अस्पताल परिसर, विभागों आदि की जांच में परिषद के सदस्यों ने निर्धारित प्रावधान के अनुरूप पाते हुए सकारात्मक रिपोर्ट परिषद के शासी निकाय को सौंपी है। पजारी किया गया है। नए सत्र के लिए भी बढ़ी हुई सीटों की अनुमति मिलने पर नारायण मेडिकल कालेज के संस्थापक अध्यक्ष गोपालनारायण सिंह (राज्यसभा सांसद), सचिव गोविन्द नारायण सिंह, जीएनएस यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. (प्रो.) एमएल वर्मा, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. एसएन सिन्हा, रजिस्ट्रार डा. आरएस जायसवाल, परीक्षा नियंत्रक डा. आलोक प्रताप और सभी विभागों के प्रमुखों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
(रिपोर्ट और तस्वीर : भूपेंद्रनारायण सिंह, पीआरओ, एनएमसीएच)
सांस्कृतिक गतिविधियां समाज के लिए बेहद जरूरी
सासाराम (रोहतास)-सोनमाटी संवाददाता। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की प्रदेश सचिव और जिला परिषद सदस्य सीमा कुशवाहा ने काराकाट लोकसभा क्षेत्र के ढोढनटोला गांव और करगहर विधानसभा क्षेत्र के सोहवलिया गांव में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का उद्घाटन करने के बाद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों से ग्रामीण समाज में सक्रियता और एकजुटता बनी रहती है, जो गांव-समाज और राज्य-राष्ट्र के लिए प्राण-तत्व का काम करता है।
सीमा कुशवाहा ने कहा कि इसलिए सांस्कृतिक गतिविधियों का जारी रहना समाज के लिए बेहद जरूरी है।
(सूचना : व्हाट्सएप पर)