-रसोई गैस कनेक्शन देकर स्वच्छ ईंधन इस्तेमाल के सपने को पूरा करने के अभियान (प्रधानमंत्री उज्जवला योजना) में बिहार का रोहतास जिला भी देश के चंद अग्रणी जिलों में शुमार होने की ओर
– जल्द ही रोहतास जिले की यात्रा कर सकती है वैश्विक चैनल नेशनल जियोग्राफिक की टीम
– मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दौरे से पहले एडीएम और डीएसओ ने की रेहल में स्थल-मानीटरिंग
पटना/डेहरी-आन-सोन, बिहार (कृष्ण किसलय)। हजारों सालों से धुआंभरी जिंदगी जीने को विवश समाज के आखिरी पायदान पर खड़े अति गरीब (बीपीएल) परिवारों की महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन देकर स्वच्छ ईंधन इस्तेमाल के सपने को पूरा करने के अभियान (प्रधानमंत्री उज्जवला योजना) में बिहार का रोहतास जिला भी देश के चंद अग्रणी जिलों में शुमार होने की ओर है। बिहार के दो सीमांत जिलों रोहतास और कैमूर में दक्षिणीवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों के आदिवासियों-वनवासियों को बड़ी संख्या में रसोई गैस कनेक्शन देकर महिला सशक्तिकरण का नया इतिहास रचा गया है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के मद्देनजर नेशनल जियोग्राफिक चैनल की नजर रोहतास व कैमूर जिलों पर है और जैसा कि संकेत है, इस वैश्विक चैनल की टीम जल्द ही रोहतास जिले की यात्रा कर सकती है। हालांकि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के बाबत पूछे जाने पर इंडेन के पटना स्थित क्षेत्रीय महाप्रबंधक मणि भूषण ने कहा कि इस सिलसिले में नेशनल जियोग्राफिक चैनल के बिहार या रोहतास जिले में आने की आधिकारिक सूचना फिलहाल नहीं है।
कैमूर पहाड़ के पाश्र्ववर्ती गांवों में गरीब महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन देने का मेहनतकश काम जारी
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत कैमूर पहाड़ के पाश्र्ववर्ती गांवों में गरीब महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन देने का मेहनतकश काम जारी है और इस क्रम में शहर की पहुंच से बहुत दूर रेहल घाटी में मोहिनी इंटरप्राइजेज (डेहरी-आन-सोन) की टीम की ओर से शिविर लगाकर गैस कनेक्शन दिया जा रहा है। सभी तरह के रसोई गैस कनेक्शन देने और इससे संबंधित सेवाप्रदाता के रूप में मोहिनी इंटरप्राइजेज रोहतास जिले में नंबर वन एजेंसी है। मोहिनी इंटरप्राइजेज के प्रबंध निदेशक उदय शंकर के अनुसार, उज्जवला योजना के अंतर्गत 5500 से अधिक रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इस एजेंसी की ओर से सुदूर पहाड़ी गांवों तक रसोई गैस आपूर्ति की व्यवस्था भी की गई है।
22 जनवरी को मुख्यमंत्री के दौरे से पहले बीपीएल रसोई गैस कनेक्शन की प्रगति की स्थल मानीटरिंग रोहतास जिले के एडीएम ओमप्रकाश पाल और जिला आपूर्ति पदाधिकारी अशोक कुमार गुप्ता कर रहे हैं। इस क्रम में दोनों पदाधिकारियों ने गरीब परिवारों की महिलाओं को शिविर स्थल पर मोहिनी इंटरप्राइजेज की ओर से दिए गए रसोई गैस भरे हुए सिलेंडर, चूल्हे आदि के साथ कनेक्शन कार्ड सौंपे। सुदूर पहाड़ी गांवों की महिलाएं रसोई गैस पाकर अपने को धन्य समझ रही हैं, क्योंकि कनेक्शन पाने से पहले वह अब तक यही समझती रही कि यह (रसोई गैस) तो बबुआन (समाज के संपन्न तबके) के लिए ही है।
वर्ष 2019 तक प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत देश भर में पांच करोड़ बीपीएल परिवारों की महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें सबसे अधिक 50 लाख कनेक्शन बिहार में दिया जाना है। इसके लिए रसोई गैस डिस्ट्रिब्यूटरों की संख्या बढ़ाई जा रही है और इसी अवधि में देश में दो हजार नए डिस्ट्रिब्यूटरों की नियुक्ति भी की जानी है। पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा 27 जून 2016 को शुरू किए गए प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत देश भर में अब तक 3.30 करोड़ से अधिक कनेक्शन दिए जा चुके हैं। बिहार में तो वर्ष 2019 तक सभी तरह के रसोई गैस कनेक्शन की संख्या दोगुनी (1.30 करोड़) की जानी है।
(तस्वीर : निशांत राज)
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