गया (बिहार)/मेरठ -कार्यालय प्रतिनिधि। भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) की मेरठ (उत्तर प्रदेश) इकाई की ओर से इप्टा के प्लेटिनम जुबली वर्ष के अवसर पर रंगोत्सव-2018 के रूप में संयोजित चौथी राष्ट्रीय नाटक प्रतियोगिता के समापन पर बिहार के गया जिले के मानपुर निवासी युवा रंगकर्मी, लेखक और फिल्म निर्देशक धर्मवीर भारती को भीष्म साहनी लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें रंगकर्मी ज्ञान दीक्षित (दादा साहेब फाल्के फाउंडेशन अवार्ड सम्मान प्राप्त), डिप्टी कमिश्नर राजेशमणि त्रिपाठी, शांति वर्मा (उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश इप्टा), मेरठ इप्टा के संरक्षक दीपक मित्तल अध्यक्ष केपी सिंह, संगठन मंत्री हरीश वर्मा, फिल्म अभिनेत्री अवनि वर्मा, रंगकर्मी अनुज शर्मा ने सामूहिक रूप से रूप से प्रदान किया। धर्मवारी भारती को मेरठ में आयोजित रंगोत्सव-2018 नाटक प्रतियोगिता में बतौर निर्णायक-मंडल सदस्य के रूप में आमंत्रित किया गया था।
नाटक के प्रति समर्पित, डाक्युमेन्टरी फिल्म में भी उल्लेखनीय योगदान
इप्टा के प्रदेश उपाध्यक्ष (उत्तर प्रदेश) शांति वर्मा ने बताया कि युवा रंगकर्मी धर्मवीर भारती को रंगमंच के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए भीष्म साहनी लाइफटाइम अचिवमेंट अवार्ड से दिया गया है। प्रख्यात साहित्यकार-रंगकर्मी-फिल्म लेखक भीष्म साहनी के नाम पर इन्हें यह अवार्ड इसलिए दिया गया कि जिस तरह भीष्म साहनी अपनी अन्य सृजनात्मक सक्रियताओं के बावजूद ताउम्र रंगमंच के प्रति समर्पित रहे, उसी तरह धर्मवीर भारती ने अपनी रंगमंचीय सक्रियता को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है। अपने समय के प्रख्यात फिल्म अभिनेता बलराज साहनी भीष्म साहनी के बड़े भाई थे।
धर्मवीर भारती द्वारा लिखित-निर्देशित नाटक ने अर्थी सजा लो, मेरा है बैल बिकने वाला, अंजाम-ए-गुलिस्तां क्या होगा और आधी आबादी ने विभिन्न प्रदेशों में प्रदर्शित होकर राष्ट्रीय पहचान बनाई है। इन्होंने डाक्युमेन्टरी फिल्म निर्माण के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय भूमिका का निर्वाह किया है।
(मेरठ से आईटी को-आर्डिनेटर संदीप)