पटना/सासाराम/डेहरी-आन-सोन (रोहतास)-सोनमाटी टीम। बिहार में जांच में 147 नए कोरोना पाजिटिव मरीज पाए जाने के बाद कोरोना संक्रमितों की संख्या 4420 हो गई है। 29 कोरोना मरीजों की मौत हुई है और 2120 ठीक होकर घर जा चुके हैं। रोहतास जिला से कोरोना जांच के लिए पटना भेजे गए कुल 3135 नमूनों में 2875 की रिपोर्ट आ चुकी हैं, जिनमें से 234 के कोरोना पाजिटिव होने की पुष्टि हुई। अब 260 नमूनों की जांच रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा है। रोहतास जिला के 234 में 171 मरीज स्वस्थ और ठीक होकर अस्पतालों से घर जा चुके हैं। एक मरीज की मौत हुई।
अनुशासन और सजगता जरूरी : बबल कश्यप
डेहरी-आन-सोन के बाजार में दो महीने की पूर्णबंदी के बाद चहल-पहल लौटी है। हालांकि पहले वाली स्थिति आने में समय लगेगा, क्योंकि अभी सभी तरह के कारोबार की और हर समय व्यापार की अनुमति नहींहै। चैंबर्स आफ कामर्स की डेहरी-डालमियानगर शाखा का जत्था दुकान-दुकान जाकर लाकडाउन खत्म होने के बाद के नियम-कायदे की जानकारी दे रहा है और मास्क के साथ सैनिटाइजर भी बांट रहा है। चैंबर्स आफ कामर्स के अध्यक्ष अमित कश्यप बबल के अनुसार, कारोबार करने के साथ दो बातें आवश्यक हैं। पहली कि अफरा-तफरी में खतरा हो सकता है, इसलिए दो गज दूरी के अनुशासन का पालन करने की सजगता बेहद जरूरी है। दूसरी कि कोविड-19 के प्रोटोकोल के बारे में सभी दुकानदारों को सब कुछ जानकारी नहीं है या जानकारी कम है। जैसेकि घर से बाहर सार्वजनिक स्थल पर बिना मास्क निकलने पर दंड का प्रावधान है। कोरोना से लडऩे का सुरक्षात्मक संसाधन मुहैया कराना भी इस दुकान-दुकान संपर्क अभियान का लक्ष्य है। चैंबर्स आफ कामर्स के इस जागरुकता कार्यक्रम में अध्यक्ष अमित कश्यप बबल, उपाध्यक्ष सिद्धनाथ प्रसाद, अमित कसौधन, सचिव संतोष सिंह, कोषाध्यक्ष सौरभ कश्यप के साथ संगठन के सदस्य शामिल हैं।
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री से लगाई गुहार
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने प्रधानमंत्री का ध्यान कोरोना काल में संकट से जूझ देश के निजी स्कूलों के प्रति आकृष्ट कराते हुए मदद की गुहार लगाई है। शमायल अहमद ने कहा है कि तीन महीनों से स्कूलों में फीस नहींआ रही है और पिछले कई महीनों की भी फीस बड़ी मात्रा में अभिभावकों के पास बकाई है। कोरोना काल में अभिभावकों की स्थिति बेहतर नहींहै। इस हालात में अधिसंख्य निजी विद्यालय बंद होने की कगार पर पहुंच रहे हैं। फीस नहींके कारण भवन, वाहन की बैंक किस्त का चुकता करना और अन्य स्थापना खर्च का भार वहन कर पाना निजी विद्यालय की आर्थिक स्थिति से बाहर हो चुकी है। निजी स्कूलों के शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारी बेहद परेशान हैं। केेंद्र सरकार निजी विद्यालयों के लिए राहत पैकेज मुहैया कराए, ताकि स्कूलों की आर्थिक स्थिति पटरी पर आ सके। चूंकि निजी विद्यालयों के भवन चुनाव आदि सरकारी कार्य की जरूरतों के समय सदैव उपलब्ध रहते हैं, इसलिए सरकार को संकट से जूझ रहे निजी विद्यालयों को उबारने पर संवेदनापूर्वक विचार करना चाहिए।
कायस्थ समाज के दिवंगतों को श्रद्धांजलि
उधर, कायस्थ समाज के प्रतिष्ठित नेत्र चिकित्सक डा. बानेश्वर प्रसाद वर्मा (जमशेदपुर), प्रो. रामजी सहाय, उमाशंकर लाल और मनीष लाल (मणि लाल) के निधन पर चित्रगुप्त समाज कल्याण ट्रस्ट की ओर से चित्रगुप्त मैदान स्थित चित्रगुप्त मंदिर परिसर में सामूहिक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें मृतात्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। प्रार्थनासभा में ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. उदय कुमार सिन्हा, कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश कुमार, उपाध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव, महासचिव बरमेश्वर नाथ, कोषाध्यक्ष राजीवरंजन कुमार, संयुक्त सचिव आलोक श्रीवास्तव, संगठन सचिव ओमप्रकाश सिन्हा, सह सचिव सुनील कुमार सिन्हा, कायस्थ महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारी-सदस्य मनोरंजन प्रसाद सिन्हा, जयंत कुमार वर्मा, अमित कुमार वर्मा आदि उपस्थित थे।
रिपोर्ट, तस्वीर : डेहरी-आन-सोन से निशांत राज, सासाराम से अर्जुन कुमार, इनपुट : पापिया मित्रा