नई पीढ़ी प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित करेगा सोन कला केेंद्र
डेहरी-आïन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। सांस्कृतिक सर्जना की संवाहक संस्था सोन कला केेंद्र सोन नद तट स्थित सबसे बड़े शहर की नई पीढ़ी की प्रतिभा के सम्मान के लिए समारोह आयोजित करेगी। यह जानकारी देते हुए सोन कला केेंद्र के अध्यक्ष दयानिधि श्रीवास्तव ने बताया कि संस्था ने आनलाइन नृत्य और चित्रकला प्रतियोगिताओं का संयोजन पिछले दिनों किया था। उनमें अग्रणी स्थान बनाने वाले विद्यालयों के प्रतिभागी छात्र-छात्राओं सहित सभी प्रतिभागियों का सम्मान स्मृति-चिह्नï, प्रमाण-पत्र भेंटकर किया जाएगा। इसके लिए संस्था को लाकडाउन खत्म होने या ढील होने की प्रतीक्षा है, ताकि वांछित प्रशासनिक अनुमति से एहतियात पालन कर समारोह का आयोजन किया जा सके। संस्था ने बिहार बोर्ड के स्टेट टापर नटवार (रोहतास) के हिमांशु राज का सम्मान किया था। अब सीबीएसई के शहर के तीन विद्यालयों सनबीम स्कूल (डेहरी-आन-सोन), माडल स्कूल (डालमियानगर) और डीएवी स्कूल (कटार, डिहरी) के 90 फीसदी से अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ कोरोना-काल के चिकित्सा कार्य, आवश्यक सेवा में सक्रिय प्रमुख चुनिंदा व्यक्ति भी सम्मानित होंगे। इससे संबंधित ब्योरा जुटाने और विद्यार्थियों की पारिवारिक पृष्ठभूमि जानने के लिए उप-समिति बनाई गई, जिसमें उपाध्यक्ष उपेंद्र कश्यप, अरुण शर्मा, सचिव निशांत राज, उप सचिव सत्येन्द्र गुप्ता, प्रीति राज, कोषाध्यक्ष राजीव सिंह, उप कोषाध्यक्ष नंदकुमार सिंह शामिल हैं।
रिपोर्ट निशांत राज, तस्वीर : उपेन्द्र कश्यप (फाइल फोटो)
30 साहित्यकारों को तारिका नामित सम्मान
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)-सोनमाटी प्रतिनिधि। उत्तर भारत की सुपरिचित साहित्यिक संस्था तारिका विचार मंच, प्रयाग द्वारा 48वें स्थापना वर्ष पर 30 नामित सम्मान की घोषणा की गई है। संस्था 1983 से स्थापना दिवस पर साहित्यकारों को उनकी कृतियों पर सम्मान समारोह में देती रही है। इस बार कोरोना के कारण समारोह नहीं हुआ। तारिका विचार मंच के संयोजक डा.भगवान प्रसाद उपाध्याय के अनुसार, 52 प्रविष्टियों में 30 पुस्तकें चयनित की गई। संत कबीरदास स्मृति सम्मान सुधाकांत मिश्र बेलाला की पुस्तक भला बतावा का करी, सूरदास स्मृति सम्मान बाबा कल्पनेश की काव्य कृति आत्मकथा है, गोस्वामी तुलसीदास स्मृति सम्मान देवीचरण पांडे चरण की पुस्तक नमामि गंगे और भारतेंदु हरिश्चंद्र स्मृति सम्मान डा. शंभूनाथ त्रिपाठी अंशुल की पुस्तक नैवेद्य के लिए दिया गया। पंडित रामनरेश त्रिपाठी स्मृति सम्मान ईश्वर शरण शुक्ल की पुस्तक काव्य कुंभम्, भक्त मीराबाई स्मृति सम्मान डा. प्रीति प्रसाद की पुस्तक लक्ष्य अनुभूति, हजारी प्रसाद द्विवेदी स्मृति सम्मान देवेंद्र कुमार मिश्रा की पुस्तक चिडिय़ा अब नहीं आती, महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति सम्मान शोभनाथ शुक्ल की पुस्तक अनाम के प्रति एक शोकगीत के लिए दिए गए।
जयशंकर प्रसाद स्मृति सम्मान विजय शंकर पांडे की सहज गीता, मैथिलीशरण गुप्त स्मृति सम्मान डा. अशोक गुलशन की मैं वही हूं, सुमित्रानंदन पंत स्मृति सम्मान अशोक कुमार स्नेही की इन्हीं कविताओं से, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला स्मृति सम्मान राजेंद्र शुक्ल की द्रोपदी का मनस्ताप, महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान तुलसीदेवी तिवारी की आना मेरे घर, डा. रामकुमार वर्मा स्मृति सम्मान श्रीनिवास कंडाल की अपना भरोसा तीन परोसा, मुंशी प्रेमचंद स्मृति सम्मान डा. अनीता सिंह की प्रेरक सत्यकथाएं, चंद्रधर शर्मा गुलेरी स्मृति सम्मान ओजेंद्र तिवारी की काश, पं. बालकृष्ण भट्ट स्मृति सम्मान आनंद नारायण शुक्ल की लाकडाउन, दुष्यंत कुमार स्मृति सम्मान विपिन कुमार सोनी की मिट्टी हमारे देश की, गणेशशंकर विद्यार्थी स्मृति सम्मान कौशल पांडे की संवाद जारी है, गोपालदासनीरज स्मृति सम्मान डा.अनिल शर्मा अनिल की जिंदगी गीत हो जाएगी, रामधारी सिंह दिनकर स्मृति सम्मान अनिल कुमार पांडे की इधर कई दिनों से, फणीश्वर नाथ रेणु स्मृति सम्मान श्यामेन्द्र श्याम की सप्त शाखाएं, हरिवंश राय बच्चन स्मृति सम्मान मनोरमा अग्रवाल की जीवन सुरभि, सुभद्रा कुमारी चौहान स्मृति सम्मान नीलम त्रिवेदी की रघुवंश महाकाव्य, शकुंतला सिरोठिया स्मृति सम्मान निक्की शर्मा रश्मि की एहसास सोहनलाल द्विवेदी स्मृति सम्मान आनंद नारायण पाठक अभिनव की अतृप्त अभिलाषा, जनकवि नागार्जुन स्मृति सम्मान निगम प्रकाश कश्यप की पुस्तक मुझे बचा लो के लिए प्रदान दिया गया। बाल गोविंद अग्रवाल की रामायण के चर्चित पात्र पर साहित्य मानस सम्मान, राम लखन गुप्त की पुस्तक ढाई आखर पर साहित्य सारथी सम्मान, डा. हरिकृष्ण पांडेय, शोभा पाण्डेय की पुस्तक हनुमत संकलन पर साहित्य केसरी सम्मान प्रदान किया गया। आनलाइन संपन्न इस राष्ट्रीय प्रतिभा सम्मान में प्रमाणपत्र आनलाइन भेजे जाएंगे।
…और अलविदा हो गया टिक-टाक
देश की संस्कृति पर आधुनिकता के नाम भौंडी अपसंस्कृति का आवरण चढ़ाने वाला चाइनीज ऐप टिक-टाक सहित चीन के 59 ऐपों पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। चीन के दो साफ्टवेयर इंजीनियरों एलेक्स जू और लू यू यांग ने अभिनय, नृत्य और संगीत की प्रतिभाओं को सेल्फ असेसमेंट के जरिये उभारने-निखारने के लिए टिक-टाक ऐप तैयार किया है। इनसे चीन की बाइट डांस कंपनी ने टिक-टाक ऐप एक बिलियन डालर में खरीदा था। भारत में भी टिक-टाक ऐप का दुरुपयोग होने लगा और इसके जरिये अश्लीलता, भद्दी गाली, फुहड़पन, अंग प्रदर्शन परोसा जाने लगा था। ग्रामीण युवाओं पर इसका शिकंजा नशे की तरह कसने गया था। जैसेकि नशे के आदी एडिक्ट (मरीज) हो जाते हैं। स्कूल-कालेज में पढऩे वाले लड़के-लड़कियां, शहरों-गावों की महिलाएं गाना, डांस की आड़ में इसे अपनी अंग नुमाइश का जरिया बना लिया था। मनचले और कमजोर मानसिकता के लोग इस ऐप के एडिक्ट हो गए थे। टिक-टाक ऐप के जरिये बाइट डांस कंपनी ने करोड़ों लोगों तक पहुंच बनाकर बाजार से खूब पैसे बटोरे। वास्तव में कम दिनों में ही इस ऐप की लोकप्रियता की वजह अश्लीलता और भौंडी हरकतों का परोसा जाना रहा। भारत सरकार ने सीमा पर चीन सैनिकों के साथ खूनी झड़प और तनाव के बीच टिक-टाक सहित 59 चाइनीज ऐपों पर प्रतिबंध लगाकर उचित कदम उठाया है। देशवासियों को धीरे-धीरे चीन या अन्य देशों के भी बौद्धिक संसाधन-संपदा का उपयोग समाप्त करना या न्यूनतम करना चाहिए, ताकि देश में ही उपयोगी संपदा का विकास हो। इससे देश ज्यादा आत्मनिर्भर बनने की राह पर होगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
प्रस्तुति : अर्जुन कुमार, शिक्षक-पत्रकार, सासाराम
सुरेश गुप्ता का निधन, शोक संवेदनाएं
डेहरी-आïन-सोन (रोहतास)-कार्यालय प्रतिनिधि। अखिल भारतीय मध्यदेशीय वैश्यसभा के रोहतास जिला अध्यक्ष और शहर के अग्रणी व्यवसायी सुरेश प्रसाद गुप्ता का निधन वाराणसी में इलाज के दौरान हो गया। उनके निधन पर विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संस्थाओं की ओर से शोक संवेदनाएं प्रकट की गईं। वह दो हफ्ता पहले स्टेशन रोड में एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो घायल हो गए थे। उनका अंतिम दाह-संस्कार उनके परिजनों, मित्रों, शुभचिंतकों के बीच सोन नद तट पर संपन्न हुआ, जहां उनके बड़े पुत्र युवा किंग कला मंच के पदाधिकारी संदीप कुमार गुप्ता (गट्टू) ने मुखाग्नि दी। उनका ब्रह्म्ïाभोज, मृत्यु-भोज संस्कार कार्य 26 जुलाई को उनके स्टेशन रोड स्थित आवास परिसर में होगा।