पटना -कार्यालय प्रतिनिधि। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना द्वारा संचालित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तकनीकी (डीएसटी -सीड) परियोजना भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में “बकरी एवं मुर्गी पालन द्वारा किसानों की आजीविका में सुधार” विषय पर दो दिवसीय (गुरुवार एवं शुक्रवार) जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन नवादा जिले में किया गया। इस अवसर पर चयनित किसानों को क्षमता निर्माण हेतु अच्छी नस्लों की बकरियां (ब्लैक बंगाल) एवं मुर्गीयां (वनराजा) दी गई।
इस कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के निदेशक डॉ.अनुप दास के मार्गदर्शन में किया गया एवं पशुधन प्रौद्योगिकी की महत्ता के बारे में किसानों को जानकारी दी गयी। नवादा जिला के मेसकौर ब्लॉक और सिरदला ब्लॉक के किसानों को इसके पूर्व इस विषय पर प्रशिक्षण भी दिया गया है। इस कार्यक्रम में 45 महिला किसान एवं 55 पुरुष किसान उपस्थित रहे। आईसीएआर पटना के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पी.सी चंद्रन ने पशुपालन में होने वाले बीमारियों एवं उचित रखरखाव तथा उत्तम नस्लों के लाभ के बारे में बताया। साथ ही, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रोहन कुमार रमण ने कृषि में आधुनिक तकनीक के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान की एवं कृषि तकनीक द्वारा जीविकोपार्जन में बढ़ोतरी के बारे में बताया। किसानों को दी गई बकरियों का टैगिंग और टीकाकारण भी किया गया।