

पटना-कार्यालय प्रतिनिधि। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना एवं राष्ट्रीय पशु आनुवांशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल द्वारा अनुसूचित जाति उप योजना के तहत बुधवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम-सह-पशु-स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में सिरदला प्रखंड के जन्हौल गाँव के कुल 60 किसानों को कृषि क्षेत्र की उत्पादकता बढ़ाने में देसी नस्ल के पशुओं की भूमिका पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गई और पशु स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पीसी चंद्रन ने देसी दुधारू पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने हेतु वैज्ञानिक प्रबंधन, पशुपालन में होने वाले बीमारियों का उचित निदान एवं उत्तम नस्लो के संरक्षण के लाभ के बारे में पशुपालकों को बताया ।
वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. प्रदीप कुमार राय ने पशुओं मे स्वास्थ्य प्रबंधन के महत्व के बारे में विस्तृत चर्चा की। इसी क्रम में, डॉ. राकेश कुमार ने अद्वितीय पशुधन और कुक्कुट के पहचान का महत्व और उनके निबंधन के बारे मे जानकारी दी । इस कार्यक्रम में चयनित किसानों को क्षमता निर्माण हेतु उन्नत जर्मप्लाज्म नस्ल (ब्लैक बंगाल) बकरियां दी गई । साथ ही साथ, टैगिंग और टीकाकरण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना के निदेशक डॉ.अनुप दास के मार्गदर्शन में किया गया।